भारत एवं विश्व पर्वत, पहाड़ियां तथा हिमनद

भारत : पर्वत, पहाड़ियां तथा हिमनद (Mountains, Hills and Glaciers)

  • हिमालय पर्वत की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट (8848 मी.) है। नोट- ब्रिटानिका और नेशनल जियोग्राफिक के अनुसार, वर्तमान में माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई 8850 मी. है।
  • वलयों की तीव्रता तथा निर्माण की आयु के आधार पर हिमालय (Himalaya) को चार समांतर संरचनात्मक क्षेत्रों में बांटा जाता है- ट्रांस हिमालय (तिब्बत क्षेत्र), वृहत (हिमाद्रि या महान हिमालय), लघु हिमालय (मध्य हिमालय) बाह्य / उप-हिमालय (शिवालिक)। शिवालिक श्रेणी हिमालय की सबसे दक्षिण श्रेणी है।
  • भारत में सबसे नवीन पर्वत श्रेणी शिवालिक (Range Shivalik) है, जो कि वलित पर्वत का उदाहरण है।
  • दक्षिण से उत्तर की ओर क्रमशः शिवालिक, धौलाधर, पीरपंजाल ज़ास्कर, लद्दाख और काराकोरम स्थित हैं।
  • अरावली श्रेणी गुजरात के पालनपुर से लेकर राजस्थान एवं हरियाणा (Rajasthan and Haryana) से होकर दिल्ली तक लगभग 800 किमी. की लंबाई में विस्तृत है।
  • अरावली श्रेणी (Aravalli range) का निर्माण प्री-कैम्ब्रियन काल में हुआ था, जो 600 से 570 मिलियन वर्ष पूर्व का माना जाता है।
  • अरावली श्रेणी (Aravalli range) भारत ही नहीं बल्कि विश्व की सबसे प्राचीन श्रंखलाओं में से एक है।
  • अरावली श्रेणी की सर्वोच्च चोटी गुरु शिखर (1722 मी.) है।
  • विध्यांचल , अरावली, सतपुड़ा आदि अवशिष्ट पर्वत के उदाहरण हैं।
  • सतपुड़ा श्रेणियां (Satpura Ranges ) दक्कन पठार का भाग हैं। – सतपुड़ा श्रेणी का विस्तार मध्य प्रदेश व महाराष्ट्र राज्यों में है।
  • सतपुड़ा श्रेणी की सर्वाधिक ऊंचाई महादेव पहाड़ी के पंचमढ़ी के निकट धूपगढ़ ( 1350 मी.) में मिलती है।
  • नीलगिरि पर्वतमालातमिलनाडु, केरल एवं कर्नाटक (‘Nilgiri Mountain Range’ Tamil Nadu, Kerala and Karnataka) राज्यों में विस्तृत है।
  • नीलगिरि का सर्वोच्च शिखर दोदाबेट्टा (2637 मी.) है, जो कि दक्षिण भारत का दूसरा सर्वोच्च शिखर है।
  • दक्षिण भारत का सर्वोच्च शिखर अनाईमुडी (2695 मी.) है, जो कि अन्नामलाई श्रेणी में स्थित है।
  • पश्चिमी घाट को महाराष्ट्र, गोवा एवं कर्नाटक में सह्याद्रि (Sahyadri) के नाम से जाना जाता है।
  • केरल में सह्याद्रि को सह्यपर्वतम के नाम (Name of Sahyaparvatam) से जाना जाता है। कार्डामम पहाड़ियां दक्षिण भारत में दक्षिणी-पश्चिमी घाट के केरल के दक्षिण-पूर्वी हिस्से तथा तमिलनाडु के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से में अवस्थित हैं।
  • कार्डमम पहाड़ियों (Cardamom Hills) पर इलायची (Cardamon) की खेती व्यापक पैमाने पर की जाती है।
  • शेवरॉय पहाड़ियां (Shevaroy Hills) तमिलनाडु के सलेम कस्बे के पास अवस्थित हैं।
  • तमिलनाडु का प्रसिद्ध हिल स्टेशन यारकॉड (‘Yarkod’) शेवरॉय पहाड़ियों पर स्थित है।
  • बालाघाट श्रेणी, हरिश्चंद्र श्रेणी तथा सतमाला पहाड़ियां महाराष्ट्र (Maharashtra) में फैली हैं।
  • कामेत तथा त्रिशूल पर्वत शिखर भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित है।
  • मर्खा घाटी (Markha Valley) लद्दाख केंद्रशासित प्रदेश (31 अक्टूबर, 2019 से प्रभावी) की प्रसिद्ध घाटी है।
  • भारत का सर्वोच्च पर्वत शिखर माउंट गॉडविन ऑस्टिन या K2 (Mount Godwin Austin or K2) (काराकोरम श्रेणी पर स्थित ) है।
  • समुद्रतल से K2 की ऊंचाई 8611 मीटर है।
  • K2 पाक अधिकृत भारतीय भू-भाग में अवस्थित है।
  • नंदा देवी (Nanda Devi) भारत की तीसरी सर्वोच्च (K2 8611 मी. तथा कंचनजंगा 8598 मी. के बाद) चोटी है।
  • नंदा देवी पर्वत चोटी की ऊंचाई 7816 मी. है।
  • पालघाट दर्रा (Palghat Pass) नीलगिरि और अन्नामलाई श्रेणियों के मध्य स्थित है।
  • थालघाट, भोरघाट व पालघाट पश्चिमी घाट के प्रमुख दर्रे (Major Passes of the Western Ghats) हैं।

भारत के प्रमुख हिमनद एवं उसकी लंबाई (Major glaciers of India and their length)

हिमनदलंबाई (किमी. में)
सियाचिन76.64
बालटोरो58
चोगोलुंगमा50
बियाफो60
गंगोत्री26
कंचनजंगा16
केदारनाथ14

भारत के महत्वपूर्ण दरें एवं संबंधित राज्य / केंद्रशासित प्रदेश (Important rates of India and respective states/UTs)

दर्राराज्य / केंद्रशासित प्रदेश
रोहतांगहिमाचल प्रदेश
बनिहालजम्मू-कश्मीर
नाथू-लासिक्किम
नीतिउत्तराखंड
शिपकी-लाहिमाचल प्रदेश
बुम-लाअरुणाचल प्रदेश
मानाउत्तराखंड
जेलेप-लासिक्किम
मुलिंग-लाउत्तराखंड
लिपुलेखउत्तराखंड
भोरघाटमहाराष्ट्र
पालघाटकेरल
जोजीलालद्दाख
डाफ्लाअरुणाचल प्रदेश
  • कोरोमंडल तट का विस्तार भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप के दक्षिण- पूर्व में आंध्र प्रदेश के फाल्स डीवी बिंदु से तमिलनाडु के केप कॉमोरिन (कन्याकुमारी) (Cape Comorin (Kanyakumari) तक है।
पर्यटन स्थलस्थिति
माउंट आबूअरावली पहाड़ियां
कोडाईकनालपलनी पहाड़ियां
उटकमंडनीलगिरि पहाड़ियां
शिमलाधौलाधर श्रेणी
  • शांत घाटी (‘Quiet Valley’) केरल में अवस्थित है।
  • पीर पंजाल श्रेणी (Pir Panjal range) जम्मू-कश्मीर में पाई जाती है।
  • 1 उत्तराखंड में संरचनात्मक घाटियों को दून‘ (‘Doon) कहा जाता है।
  • कुल्लू घाटी (Kullu Valley) धौलाधर तथा पीर पंजाल पर्वत श्रेणियों के मध्य अवस्थित है।
  • भारत के प्रायद्वीपीय पर्वत पैलियोजोइक युग (paleozoic era) में निर्मित हुए।
  • भारत की तटरेखा 7516.6 किमी. लंबी है।
  • भारत की अजंता (महाराष्ट्र) पर्वत श्रेणी (Ajanta (Maharashtra) mountain range) केवल एक ही राज्य में विस्तारित है।
  • गुजरात राज्य का समुद्री तट (beach) सबसे अधिक लंबा है।
  • भारत में 9 राज्य तटरेखा (9 State Coastlines) से लगे हैं।

विश्व : पर्वत, पहाड़ियां तथा हिमनद (Mountains, Hills and Glaciers)

  • एंडीज (Andes) दक्षिण अमेरिका (South America) की प्रमुख एवं विश्व की सबसे लंबी पर्वत श्रेणी ( World’s Longest Mountain Range) है। इसकी लंबाई लगभग 7200 किमी. है।
  • रॉकी पर्वत (Rocky Mountain ) उत्तरी अमेरिका की प्रमुख वलित पर्वत श्रेणी (folded mountain range) है, इसकी लंबाई 4800 किमी. है।
  • हिमालय पर्वत (Himalayan Mountains) दक्षिण एशिया में भारत के उत्तरी सिरे पर स्थित है।
  • हिमालय की (of the Himalayas) लंबाई लगभग 2500 किमी. है।
  • दक्षिण आल्पस पर्वतमालाएं (Southern Alps) न्यूजीलैंड के दक्षिण द्वीप के पश्चिमी भाग पर फैली हैं।
  • दक्षिण आल्पस की सर्वोच्च चोटी आवोराकी/ माउंट कुक (3754 मी.) है।
  • आल्पस पर्वत श्रेणी (Alps Mountain Range) का विस्तार फ्रांस, ऑस्ट्रिया, जर्मनी एवं स्विट्जरलैंड में है।
  • आल्पस का सर्वोच्च बिंदु माउंट ब्लैंक (mount blanc)है, जिसकी ऊंचाई 4,810 मीटर है।
  • आल्पस पर्वत नवीन मोड़दार पर्वत (new twisty mountain) का प्रमुख उदाहरण है।
  • सफेद पर्वत (White Mountain ) सं.रा. अमेरिका के कैलिफोर्निया में स्थित है।
  • बर्मीज अराकान योमा पर्वत (Burmese Arakan Yoma Mountains) चाप पश्चिमी म्यांमार में भारत और म्यांमार के बीच सीमा निर्धारित करने वाली मुख्य श्रेणी है।
  • अराकान योमा पर्वत (arakan yoma mountain) की प्रमुख पहाड़ियां नगा, चिन, लुशाई तथा पटकोई हैं।
  • अराकान योमा पर्वत की सर्वोच्च चोटी माउंट विक्टोरिया (mount victoria) (3094 मी.) है।
  • जर्मनी स्थित ब्लैक फॉरेस्ट (Black Forest) तथा फ्रांस स्थित वास्जेस ब्लॉक पर्वत के उदाहरण हैं।
  • ब्लैक फॉरेस्ट पर्वत दक्षिण-पश्चिम जर्मनी (south-west germany) में अवस्थित है।
  • ब्लैक फॉरेस्ट की सर्वोच्च चोटी फेल्डबर्ग (1493 मी.) है।

महाद्वीपों की सर्वोच्च ज्वालामुखी/चोटियां

(Highest volcanoes/peaks of continents)

चोटी / ज्वालामुखीमहाद्वीप / क्षेत्रपर्वत श्रेणी
ओजोस डेल सलाडोदक्षिण अमेरिकाएंडीज (चिली/अर्जेंटीना)
किलिमंजारोअफ्रीकांकिलिमंजारो (तंजानिया)
एल्ब्रुसयूरोपकाकेशस (रूस)
पिको डे ओरिजाबाउत्तरी अमेरिकाट्रांस मेक्सिकन ज्वालामुखी बेल्ट (मेक्सिको)
दामाबंदएशियाएल्बोर्ज (ईरान)
माउंट गिलुवेओशेनियासदर्न उच्च भूमि (पापुआ न्यूगिनी)
माउंट सिडलेअंटार्कटिका
  • राइन नदी स्विट्जरलैंड में आल्पस पर्वत (Alps Mountains) से निकलकर जर्मनी एवं नीदरलैंड्स में बहती हुई उत्तरी सागर में गिरती है।
  • कोलोन और बॉन शहर राइन नदी के तट (banks of the Rhine) पर स्थित हैं।
  • राइन के पूर्वी किनारे पर ब्लैक फॉरेस्ट और पश्चिमी किनारे पर वॉरजेस (Vosges) पर्वत स्थित हैं।
  • ब्लैक पर्वत (Black Mountain) संयुक्त राज्य अमेरिका के नार्थ कैरोलीना प्रांत में अवस्थित है।
  • ब्लैक पर्वत ग्रेट अप्लेशियन पर्वत तंत्र (Great Appalachian Mountain System) का एक भाग है।
  • आल्पस, एंडीज और हिमालय पर्वत टर्शियरी / अल्पाइन युगीन वलित पर्वत (fold mountain) हैं।
  • रॉकीज एवं एटलस (Rockies and Atlas) भी वलित पर्वत हैं।
  • अप्लेशियन एक प्राचीन पर्वत है, जिसका निर्माण कैलिडोनियन युग (Caledonian Era) में हुआ।
  • ड्रैकेन्सबर्ग पर्वत (Drakensberg Mountain) दक्षिण अफ्रीका का सर्वोच्च पर्वत है।
  • ड्रैकेन्सबर्ग की ऊंचाई 3,482 मीटर है तथा इसका विस्तार दक्षिण अफ्रीका एवं लेसोथो दो देशों में है।
  • माउंट टिटलिस स्विट्जरलैंड (Switzerland) में अवस्थित है।
  • माउंट टिटलिस (Mount Titlis) ज्वालामुखी के लावा के शीतलन से निर्मित पर्वत है।
  • स्पेन और फ्रांस के मध्य पिरेनीज पर्वत (The Pyrenees Mountains between Spain and France) सीमा बनाता है।
  • पिरेनीज पर्वत (Pyrenees Mountains) आइबेरियन प्रायद्वीप को शेष यूरोप महाद्वीप अलग करता है।
  • पिरेनीज पर्वत का विस्तार (expanse of pyrenees mountains) बिस्के की खाड़ी से भूमध्य सागर तक है।
  • तिब्बत पठार (Tibetan Plateau) अथवा चेंगतांग (Chang Tang) को किंघाई-तिब्बत ( Qinghai – Tibetan) पठार के नाम से भी जाना जाता है।
  • तिब्बत पठार (Tibetan Plateau) का कुल क्षेत्रफल 2.5 मिलियन वर्ग किमी. तथा औसत ऊंचाई 4500 मीटर (4.5 किमी.) से अधिक है।
  • दक्षिण अमेरिका में खनिजों का भंडार पैटागोनिया के पठार (plateau of patagonia) को कहा जाता है।
  • संसार की छत (roof of the world) पामीर पठार को कहा जाता है।
  • मध्य एशिया की दक्षिणी सीमा पामीर पठार द्वारा (by the Pamir Plateau) ही निर्धारित होती है।
  • अमेरिका के कैलिफोर्निया स्थित मृत घाटी (Death Valley) एक रिफ्ट घाटी का उदाहरण है।
  • शैतान का गोल्फ कोर्स (Devil’s Golf Course) नाम से प्रसिद्ध मृत्यु की घाटी (Death Valley) यू.एस.ए. में मोजावे रेगिस्तान में डेथ वैली नेशनल पार्क में स्थित है।
  • सिलिकॉन वैली (Silicon Valley) सं.रा. अमेरिका के उत्तरी कैलिफोर्निया में सैनफ्रांसिस्को खाड़ी के दक्षिणी भाग पर स्थित है।
  • सिलिकॉन वैली वृहत्तम स्तर पर कंप्यूटर चिप्स (computer chips) के उत्पादन क्षेत्र के रूप में जाना जाता है।
  • ग्रेट आर्टेजियन बेसिन (Great Artesian Basin) ऑस्ट्रेलिया के शुष्क एवं अर्द्धशुष्क क्षेत्र में ग्रेट डिवाइडिंग रेंज और मध्यवर्ती उच्च भूमि के मध्य विस्तृत विश्व की वृहत्तम भूमिगत जल बेसिनों में से एक है।
  • वृहत बेसिन (Great Basin) सं.रा. अमेरिका के विशाल ग्रेट बेसिन मरुस्थल में स्थित एक जल विभाजक है, जो रॉकीज पर्वत श्रेणी और सिएरा नेवादा के बीच स्थित है।
  • कोलंबिया पठार (columbia plateau) इसके उत्तर में तथा मोजेव एवं सोनोस मरुस्थल इसके दक्षिणी भाग में स्थित हैं।
  • राजाओं की घाटी (Valley of the king) या वादी-एल-मुलुक (Wadi-el-muluk) मिस्र (Egypt) में स्थित है। ‘अंतर्जनित बलों के अंतर्गत पर्वत-निर्माणकारी बल (mountain-building forces) (क्षैतिज संचलन) भी आता है।
  • पर्वत-निर्माणकारी बल के तहत दो प्रकार के बल कार्य करते हैं- संपीडन बल तनाव मूलक बल
  • संपीडन बल से चट्टानों की परतें मुड़ जाती (layers of rock fold) है।
  • ‘ऊपर उठे भाग को ‘अपनति(declination’) और नीचे धंसे हुए भाग को अभिनति (‘Acting’) कहते हैं।
  • इसी मोड़ को वलन (‘Folding’) कहते हैं।
  • भूपृष्ठ के लगभग 75 प्रतिशत (about 75 percent of the earth’s surface) क्षेत्र में फैली अवसादी शैलों में परतें तो पाई जाती हैं अर्थात ये स्तरों में निक्षेपित होती हैं, परंतु ये शैलें रवेदार नहीं होती हैं।
  • बलुआ पत्थर (Sandstone) यांत्रिक क्रियाओं द्वारा निर्मित होने वाली अवसादी या परतदार शैल है।
  • अवसादी शैल का निर्माण चट्टानों की टूट-फूट से प्राप्त मलबे के जल में जमा होते रहने से होता है।
  • अवसादी श्रेणी की अन्य प्रमुख (Other Heads of the Sedimentary Range) चट्टानें कांग्लोमेरेट, सिल्ट, चूना पत्थर तथा लोयस हैं।
  • अत्यधिक ताप एवं दाब के कारण इसका रूपांतरण क्वार्टजाइट (quartzite) में हो जाता है।
  • आग्नेय चट्टानें (Igneous Rocks) पिघले मैग्मा एवं बाह्य भाग में लावा के ठंडा एवं ठोस होने से बनती हैं।
  • आग्नेय चट्टानें रवेदार (Ravedar) होती हैं इनमें परतें नहीं पाई जाती हैं। तथा पुराजीवाश्म भी नहीं पाए जाते हैं।
  • रूपांतरित चट्टानें (metamorphic rocks) अन्य चट्टानों के रूप परिवर्तन के फलस्वरूप निर्मित होती हैं।
  • ग्रेनाइट (granite) आग्नेय चट्टानों की श्रेणी में आता है।
  • आग्नेय चट्टानों के रूपांतरण से बनी शैलों के उदाहरण हैं (Examples of metamorphic rocks are) – ग्रेनाइट नीस, बेसाल्ट एम्फीबोलाइट, बेसाल्ट शीस्ट।
  • संगमरमर (marble) अवसादी चट्टानों के रूपांतरण से बनी शैलें हैं।