महाद्वीपीय विस्थापन सिद्धांत के अनुसार, भारतीयस्थलपिंडगोंडवानालैंड(Indian landmass Gondwanaland) का भाग है।
गोंडवानालैंडमेंद. अमेरिका, अफ्रीका, अंटार्कटिका, ऑस्ट्रेलियाऔरभारतएकहीस्थलपिंड(In Gondwanaland. America, Africa, Antarctica, Australia and India are one landmass) के रूप में जुड़े थे।
भारत को मुख्यतः चार प्राकृतिक प्रदेशों में विभाजित किया जाता है। ये हैं- 1. उत्तरकापर्वतीयक्षेत्र, 2. विशालमैदान, 3. प्रायद्वीपीयपठारतथा 4. तटएवंद्वीप।(Mountainous region of the North, 2. Vast plains, 3. Peninsular plateau and 4. Coast and islands)|
हिमालय अपनी वर्षा का अधिकांशभागदक्षिण–पश्चिम मानसून से ही प्राप्त करता है।
नदियां तथा नदियों की घाटी (Rivers and River Valleys)
हिमालय की नदियां पूर्ववर्ती अपवाह का उदाहरण हैं।
गंगा भारत की सबसे लंबी (लंबाई 2525 किमी.)(Length 2525 km.)नदी है।
गंगानदी(The River Ganges) का उद्गम गंगोत्रीहिमानी(Gangotri Glacier) से होता है।
टिहरी स्थान पर गंगामेंभिलंगना(Dip in the ganges) और देव प्रयाग में अलकनंदा नदी आकर मिलती है।
भागीरथी(Bhagirathi) और अलकनंदा का संयुक्त रूप ही गंगा कहलाता है।
गंगाहरिद्वार(Ganga Haridwar) में मैदानी भागों में प्रवेश करती है।
पश्चिम बंगाल के फरक्का नामक स्थान पर गंगाबांग्लादेशमें प्रवेश करती है। यहां इसे पद्मा नाम से जाना जाता है।
बांग्लादेश में पद्मा ब्रह्मपुत्रसे मिलती है।
पद्मातथाब्रह्मपुत्र की संयुक्त धारा आगे चलकर मेघना में मिल जाती है।
गंगा नदी की प्रमुख सहायक नदियां– रामगंगा, घाघरा, गंडक, सोन, बागमती, कोसी एवं यमुना (Ramganga, Ghaghra, Gandak, Son, Bagmati, Kosi and Yamuna) हैं।
बाएं किनारे से गंगा में मिलने वाली सहायक नदियां रामगंगा, गोमती, घाघरा, गंडक, कोसी व बागमती(Ramganga, Gomti, Ghaghra, Gandak, Kosi and Bagmati )तथा दाहिने किनारे से गंगा में मिलने वाली प्रमुख सहायक नदियां यमुना एवं सोन हैं।
गंगा नदी के किनारे स्थित उ.प्र. के प्रमुख नगर हैं- फर्रुखाबाद, कन्नौज, कानपुर, प्रयागराज, मिर्जापुर, वाराणसी, गाजीपुर, गढ़मुक्तेश्वर, सोरों आदि । (Farrukhabad, Kannauj, Kanpur, Prayagraj, Mirzapur, Varanasi, Ghazipur, Garhmukteshwar, Soron etc.)
कानपुर, गंगा नदी के दाएं किनारे एवं वाराणसी बाएं किनारे पर स्थित है।
यमुना नदी यमुनोत्री हिमनद के बंदरपूंछ चोटी के पास से उद्गमित हुई है।
केन, बेतवा एवं चंबल यमुना की सहायक नदियां हैं।
‘ब्रह्मपुत्र, सतलज और सिंधु नदियों का स्रोत तिब्बत के मानसरोवर झील के पास स्थित है।
ब्रह्मपुत्र की प्रमुख सहायक नदियां जयमोली, तिस्ता, कामेग, सुबनसिरी, धनसिरी, बूढ़ी दिहिंग और संकोश हैं।
ब्रह्मपुत्र को तिब्बत में सांग्पो या सापू के नाम से, असम में ब्रह्मपुत्र और बांग्लादेश में जमुना नाम से जाना जाता है।
ब्रह्मपुत्र नदी चीन के तिब्बत क्षेत्र तथा भारत एवं बांग्लादेश से होकर प्रवाहित होती है।
सतलज नदी हिमालय की श्रेणियों को काटकर गहरे गार्ज का निर्माण करती है।
सतलज नदी का उद्गम तिब्बत में कैलाश पर्वत एवं मानसरोवर झील के निकट स्थित राकसताल या राक्षसताल झील है।
भारत की पश्चिम की ओर बहने वाली नदियां जैसे- नर्मदा, ताप्ती एवं माही आदि डेल्टा का निर्माण न करके एश्चुअरी (Estuary) का निर्माण करती हैं।
तापी नदी मध्य प्रदेश के बैतूल जिले के मुल्ताई के निकट सतपुड़ा पहाड़ियों से निकलती है।
नर्मदा नदी (Narmada River) मध्य प्रदेश में अमरकंटक पहाड़ी से निकलती है।
नर्मदा नदी विंध्य एवं सतपुड़ा (Narmada River Vindhya and Satpura) श्रेणियों के मध्य अंश (Rift) घाटी से होकर प्रवाहित होती है।
दामोदर नदी का उद्गम झारखंड में छोटानागपुर(Origin Chhotanagpur in Jharkhand) पठार से होता है।
दामोदर को बंगाल का शोक (mourning of Bengal) कहते हैं।
भारत की सर्वाधिक प्रदूषित नदी दामोदर नदी है।
गिरिडीह एवं दुर्गापुर के बीच के 300 किमी. लंबे मार्ग में दामोदर नदी ‘जैविक मरुस्थल’(300 km between Giridih and Durgapur. Damodar river ‘biological desert’ in long route) होकर रह गई है।
प्रायद्वीपीय भारत में पूर्व दिशा में बहने वाली नदियों का उत्तर से
दक्षिण की ओर क्रम इस प्रकार है- सुवर्ण रेखा, महानदी, गोदावरी, कृष्णा, पेन्नार, कावेरी और वेंगई।(Golden Line, Mahanadi, Godavari, Krishna, Pennar, Kaveri and Vengai.)
गोदावरी नदी लगभग 1465 किमी. लंबी है।( Godavari river is about 1465 km. is long)
गोदावरी नदी महाराष्ट्र में मुंबई(Godavari River Mumbai in Maharashtra) के निकट नासिक में त्र्यंबकेश्वर (Trimbakeshwar) से निकलती है। गोदावरी को वृद्ध गंगा अथवा दक्षिण गंगा के नाम से भी जाना जाता है।
कावेरी को दक्षिण की गंगा भी कहा जाता है।
कावेरी की उत्पत्ति कर्नाटक के पश्चिमी घाट श्रेणियों में ब्रह्मगिरि पहाड़ी से होती है, जो कोडगू जिले(Kodagu District) में स्थित है।
कोसी नदी पूर्वी नेपाल में गोसाईथान से निकलती है।
भागलपुर (बिहार) के समीप कोसी नदी गंगा में मिल जाती है।
कोसी अपना मार्ग परिवर्तित करने तथा आकस्मिक बाढ़ लाने के लिए प्रसिद्ध है।
कोसी को बिहार का शोक कहते हैं।
श्योक नदी (Shyok River) को काराकोरम क्षेत्र में ‘मृत्यु की नदी’ (River of Death) के नाम से जाना जाता है।
सतलज पश्चिम और दक्षिण-पश्चिम (Sutlej West and South-West) में प्रवाहित होते हुए शिपकी ला दर्रे (हिमाचल प्रदेश) Shipki La Pass (Himachal Pradesh) से भारत में प्रवेश करती है।
कपिली नदी ब्रह्मपुत्र नदी की सहायक है।
कामरूप नगर कपिली नदी के तट पर अवस्थित है।
चौड़ाई (Width) की दृष्टि से भारत का सबसे बड़ा जल प्रपात जोग प्रपात है।
जोग प्रपात कर्नाटक में शरावती नदी पर अवस्थित है।
आयतन (Volume) की दृष्टि से भारत का सबसे बड़ा जल प्रपात कावेरी नदी पर स्थित शिवसमुद्रम जल प्रपात है।
चित्रकूट जल प्रपात छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर जिले में जगदलपुर के पास इंद्रावती नदी पर अवस्थित है।
चित्रकूट जलप्रपात को ‘भारत का नियाग्रा प्रपात'(Niagara Falls of India) के रूप में भी जाना जाता है।
दूधसागर जल प्रपात, गोवा और कर्नाटक की सीमा पर मांडवी नदी पर स्थित है।
धुआंधार जल प्रपात मध्य प्रदेश के जबलपुर में नर्मदा नदी(Narmada River in Jabalpur, Madhya Pradesh)पर स्थित है।
चिल्का झील (Chilka Lake) भारत के ओडिशा राज्य में महानदी के मुहाने पर स्थित खारे पानी की लैगून झील
(Lagoon Lake) है।
फुल्हर झील से गोमती नदी की उत्पत्ति हुई है।
लोनार झील महाराष्ट्र में, नक्की झील राजस्थान में, कोलेरू झील – आंध्र प्रदेश में, असम में चन्दुबी झील एवं हमीरसर झील गुजरात
(Lonar Lake in Maharashtra, Nakki Lake in Rajasthan, Kolleru Lake in Andhra Pradesh, Chandubi Lake in Assam and Hamirsar Lake in Gujarat) में स्थित है।
भारत की नदियों की वाह लंबाइयां (Length of rivers of India)
नदी
लंबाई
गंगा नदी
2525 किमी.
गोदावरी
1465 किमी.
नर्मदा नदी
1312 किमी.
महानदी
858 किमी.
गंगा नदी की एकमात्र सहायक नदी गोमती है, जिसकाउद्गममैदान (origin ground) में है।
सोन नदी का वास्तविक स्रोत शहडोल जिले में अमरकंटक(Amarkantak in Shahdol district) से है।
गोदावरी प्रायद्वीपीय भारतकीनदियोंमेंसबसेलंबीनदी (longest river in india) है।
दक्षिणभारतकीनदियोंमें सर्वाधिक बड़ा जलग्रहण क्षेत्र गोदावरी का है।
हुंडरू प्रपात सुवर्ण रेखा (स्वर्णरेखा) नदीपरझारखंड (Jharkhand on the Rekha (Golden Rekha) River )में स्थित है।
नदी जोड़ने का पहली बार विचारसिंचाईइंजीनियरविश्वेश्वरैया ने दिया था।
फरक्काबैराज (Farakka Barrage) का निर्माण वर्ष 1975 मेंहुगलीनदी में सिल्ट के जमाव को रोकने के उद्देश्य से किया गया था।
इंदिरागांधीनहर का उद्गम हरिके बैराज के निकट से व्यासएवंसतलजनदी(Vyas and Sutlej River)के संगम से होता है।
व्यासपरियोजनापंजाब, हरियाणा एवं राजस्थान राज्यों की सम्मिलित परियोजना है।
व्यास नदी परपोंगबांध बनाया गया है।
विश्व की सबसे पुरानी एवं विकसित नहर व्यवस्थाओं में से एक गंगनहरहै।
निचली गंगा नहर का उद्गमस्थलनरौरा (बुलंदशहर)( Origin Narora (Bulandshahr) में है। उ.प्र. की सर्वाधिक लंबी नहर शारदा नहर है।
खातिमा शक्ति केंद्र शारदानहर पर स्थित है|
सरदार सरोवर परियोजना का निर्माण गुजरात राज्य में नर्मदा नदी पर (नवगांवकेपासआधारतलसे 163 मी. ऊंचेबांधसे )(From a dam 163 mabove base level near Navgaon)किया गया है। इससे लाभान्वित होने वाले राज्यों में गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र व राजस्थान शामिल हैं।
भाखड़ानांगलबहुउद्देश्यीयपरियोजनापंजाब, हरियाणाऔरराजस्थानराज्यों का संयुक्त उपक्रम है।
भाखड़ा नांगल के पास सतलजनदीपरदोबांधों(two dams on the Sutlej river)का निर्माण किया गया है।
‘कावेरी नदी जल विवाद में सम्मिलित राज्य हैं- तमिलनाडु, कर्नाटक, केरलएवंपुडुचेरी | (Tamil Nadu, Karnataka, Kerala and Puducherry.)
हीराकुंड बांध परियोजना ओडिशा राज्य में महानदी पर बनाई गईबहुउद्देशीयपरियोजना है।
हीराकुंड बांध संबलपुर से 15 किमी. उत्तरमेंलगभग 61 मी.(200 फीट) ऊंचाएवं 4801 मी. (मुख्य बांध की लंबाई) लंबा विश्व का सबसे लंबा बांध है।
चम्बल नदी पर निर्मित चम्बल परियोजना राजस्थान एवं मध्य देश की संयुक्त परियोजना है।
गुजरात में मीठे पानी की कल्पसर परियोजना अवस्थित है।
केरल में मंगलम सिंचाई परियोजना है।
नागार्जुन सागर बांध कृष्णा नदी पर स्थित है।
दरगी, ओंकारेश्वर एवं इंदिरा सागर बांध नर्मदा(Dargi, Omkareshwar and Indira Sagar Dam Narmada) नदी पर हैं।
चुक्का बांध परियोजना भारत ने भूटान के सहयोग से बनाई है।
टेहरी बांध उत्तराखंड प्रदेश में भागीरथी नदी पर निर्मित है।
इंदिरा गांधी नहर व्यास, रावी एवं सतलज (Indira Gandhi Canal Vyas, Ravi and Sutlej) से जल प्राप्त करती है।
परमाणु केंद्र
राज्य
भद्रा
कर्नाटक
कलपक्कम
तमिलनाडु
राणा प्रताप सागर
राजस्थान
नरोरा
उत्तर प्रदेश
तारापुर
महाराष्ट्र
अति- विवादित ‘बबली प्रोजेक्ट'(Babli Project) महाराष्ट्र राज्य में है।
महात्मा गांधी सेतु बिहार(Mahatma Gandhi Setu Bihar) में स्थित है।
ओंकारेश्वर परियोजना नर्मदा नदी (Omkareshwar Project Narmada River) से संबद्ध है।
बगलिहार पॉवर प्रोजेक्ट चिनाब नदी (Baglihar Power Project Chenab River) पर अवस्थित है।
रानी लक्ष्मीबाई बांध बेतवा नदी(Rani Laxmibai Dam Betwa River) पर अवस्थित (located) है।
उत्तर प्रदेश का पारीछा बांध बेतवा नदी(Parichha Dam Bet wa River of Uttar Prades)पर अवस्थित है।
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