क्रांतिकारी आंदोलन तथा उग्र राष्ट्रवाद का उदय(Revolutionary movement and rise of extreme nationalism)

क्रांतिकारी आंदोलन तथा उग्र राष्ट्रवाद का उदय:

  • वी.डी. सावरकर (विनायक दामोदर सावरकर) द्वारा 1899 ई. में स्थापित ‘मित्र मेला’ (Friend Fair) ही वर्ष 1904 में एक गुप्त सभा ‘अभिनव ‘भारत’ (Innovative India) में परिवर्तित हो गई।
  • जतींद्रनाथ मुखर्जी  Jatindranath Mukherjee (1879-1915 ई.) बंगाल के क्रांतिकारी थे।
  • अनुशीलन समिति (Anushilan Samiti) की स्थापना मूलतः प्रमथ मित्रा (पी. मित्रा) और पुलिन दास द्वारा की गई थी।
  • जून, 1897 ई. में चापेकर बंधुओं ने पूना की प्लेग कमेटी (Plague Committee of Poona) के अध्यक्ष रैंड और लेफ्टिनेंट आयर्स्ट की हत्या कर दी थी।
  • देश में उचित ढंग से क्रांतिकारी आंदोलन का संचालन करने के उद्देश्य से अक्टूबर, 1924 में युवा क्रांतिकारियों ने कानपुर में एक सम्मेलन बुलाया तथा हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन‘ (Hindustan Republican Association’) (H.R.A.) नामक क्रांतिकारी संगठन की स्थापना की।
  • हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन” 9 अगस्त, 1925 को (Hindustan Republican Association” on August 9, 1925) उत्तर रेलवे के लखनऊ-सहारनपुर संभाग के काकोरी नामक स्थान पर आठ डाउन सहारनपुर-लखनऊ पैसेंजर ट्रेन” (Eight Down Saharanpur-Lucknow Passenger Train”) पर डकैती डाल कर सरकारी खजाना लूटा गया। यह घटना काकोरी कांड (Kakori incident) के नाम से प्रसिद्ध हुई ।
  • वर्ष 1928 में चंद्रशेखर आजाद के नेतृत्व में दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान में हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन (Hindustan Socialist Republican Association’) (H.S.R.A.) की स्थापना हुई।
  • ‘हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन’ (H.S.R.A) के दो सदस्यों भगत सिंह तथा बटुकेश्वर दत्त (Bhagat Singh and Batukeshwar Dutt) ने 8 अप्रैल, 1929 को केंद्रीय विधान सभा में बम फेंका।
  • 23 मार्च, 1931 को भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव (Bhagat Singh, Rajguru and Sukhdev) को फांसी दे दी गई।
  • चटगांव शस्त्रागार (Chittagong Arsenal) धावे को ‘मास्टर दा’ के नाम से प्रसिद्ध सूर्यसेन ने आयोजित किया था।
  • सूर्यसेन ने बंगाल में इंडियन रिपब्लिकन आर्मी (Indian Republican Army) (I.R.A.) की स्थापना की थी।
  • लाहौर षड्यंत्र केस के अंतर्गत गिरफ्तार जतिनदास ने जेल में राजनीतिक बंदी का दर्जा प्राप्त करने के लिए भूख हड़ताल की।
  • 64 दिन की भूख हड़ताल (64 days hunger strike) के बाद 13 सितंबर, 1929 को उनकी मृत्यु हो गई।
  • निष्क्रिय विरोध (‘passive protest) के सिद्धांत का प्रतिपादन अरबिंद घोष ने अपनी पुस्तक ‘वंदे मातरम्’ में किया था।
  • दिसंबर, 1931 में बंगाल की दो स्कूली छात्राओं शांति घोष और सुनीति चौधरी (Shanti Ghosh and Suniti Chaudhary) ने एक जिलाधिकारी को गोली मारकर उसकी हत्या कर दी।
  • फरवरी, 1932 में बीना दास (Bina Das) ने दीक्षांत समारोह में उपाधि ग्रहण करने के समय बहुत नजदीक से गवर्नर पर गोली चलाई।
  • भगत सिंह ने कहा था “आलोचना और स्वतंत्र चिंतन एक क्रांतिकारी की दो विशेषताएं हैं। “(Criticism and independent thinking are the two characteristics of a revolutionary.)
  • फरवरी, 1905 में लंदन में श्यामजी कृष्ण वर्मा ने इंडियन होमरूल सोसाइटी की स्थापना की जिसे ‘इंडिया हाउस’ (India House) के नाम से भी जाना जाता है।
  • गदर पार्टी की स्थापना 21 अप्रैल, 1913 (Ghadar Party established on 21 April, 1913) को पराधीन भारत को अंग्रेजों से स्वतंत्र कराने के उद्देश्य से की गई थी। गदर पार्टी का मुख्यालय सैन फ्रांसिस्को, अमेरिका में स्थित था।
  • राजा महेंद्र प्रताप (Raja Mahendra Pratap) ने अपने सहयोगी बरकतुल्ला के साथ प्रथम महायुद्ध के दौरान वर्ष 1915 में काबुल ( अफगानिस्तान) में भारत की प्रथम अस्थायी सरकार का गठन किया था। वर्ष 1907 में भीकाजी रुस्तम कामा ने स्टुटगार्ट (जर्मनी) की अंतरराष्ट्रीय समाजवादी कांग्रेस में भाग लिया, जहां इन्होंने प्रथम भारतीय राष्ट्रीय झंडे को फहराया (hoisted the first Indian national flag) जिसकी डिजाइन इन्होंने स्वयं वी.डी. सावरकर एवं श्यामजी कृष्ण वर्मा के साथ मिलकर संयुक्त रूप से तैयार किया था।
  • भीकाजी रुस्तम कामा भारतीय क्रांति की मां (Mother of Indian Revolution) के रूप में विख्यात हैं।
  • कामागाटामारू (kamagatamaru) , कनाडा की यात्रा पर निकला एक जलपोत था, जिसे प्रथम विश्व युद्ध के दौरान भारत के गुरदित (Gurdit) सिंह ने किराए पर लेकर उस पर 376 यात्रियों को बैठाकर कनाडा के बंदरगाह वैंकूवर की ओर प्रस्थान किया था।