भारत का भूगोल

भारत का भौतिक भूगोल- Physical geography of India

महाद्वीपीय विस्थापन सिद्धांत के अनुसार, भारतीय स्थलपिंड गोंडवानालैंड(Indian landmass Gondwanaland) का भाग है।

गोंडवानालैंड में . अमेरिका, अफ्रीका, अंटार्कटिका, ऑस्ट्रेलिया और भारत एक ही स्थलपिंड(In Gondwanaland. America, Africa, Antarctica, Australia and India are one landmass) के रूप में जुड़े थे।

भारत को मुख्यतः चार प्राकृतिक प्रदेशों में विभाजित किया जाता है। ये हैं- 1. उत्तर का पर्वतीय क्षेत्र, 2. विशाल मैदान, 3. प्रायद्वीपीय पठार तथा 4. तट एवं द्वीप।( Mountainous region of the North, 2. Vast plains, 3. Peninsular plateau and 4. Coast and islands)|

हिमालय अपनी वर्षा का अधिकांश भाग दक्षिणपश्चिम मानसून से ही प्राप्त करता है।

नदियां तथा नदियों की घाटी- Rivers and River Valleys

हिमालय की नदियां पूर्ववर्ती अपवाह का उदाहरण हैं।

गंगा भारत की सबसे लंबी (लंबाई 2525 किमी.) (Length 2525 km.)नदी है।

गंगा नदी(The River Ganges) का उद्गम गंगोत्री हिमानी(Gangotri Glacier) से होता है।

टिहरी स्थान पर गंगा में भिलंगना(Dip in the ganges) और देव प्रयाग में अलकनंदा नदी आकर मिलती है।

भागीरथी(Bhagirathi) और अलकनंदा का संयुक्त रूप ही गंगा कहलाता है।

गंगा हरिद्वार(Ganga Haridwar) में मैदानी भागों में प्रवेश करती है।

पश्चिम बंगाल के फरक्का नामक स्थान पर गंगा बांग्लादेश में प्रवेश करती है। यहां इसे पद्मा नाम से जाना जाता है।

बांग्लादेश में पद्मा ब्रह्मपुत्र से मिलती है।

पद्मा तथा ब्रह्मपुत्र की संयुक्त धारा आगे चलकर मेघना में मिल जाती है।

गंगा नदी की प्रमुख सहायक नदियां– रामगंगा, घाघरा, गंडक, सोन, बागमती, कोसी एवं यमुना (Ramganga, Ghaghra, Gandak, Son, Bagmati, Kosi and Yamuna) हैं।

बाएं किनारे से गंगा में मिलने वाली सहायक नदियां रामगंगा, गोमती, घाघरा, गंडक, कोसी व बागमती (Ramganga, Gomti, Ghaghra, Gandak, Kosi and Bagmati )तथा दाहिने किनारे से गंगा में मिलने वाली प्रमुख सहायक नदियां यमुना एवं सोन हैं।

गंगा नदी के किनारे स्थित उ.प्र. के प्रमुख नगर हैं- फर्रुखाबाद, कन्नौज, कानपुर, प्रयागराज, मिर्जापुर, वाराणसी, गाजीपुर, गढ़मुक्तेश्वर, सोरों आदि । (Farrukhabad, Kannauj, Kanpur, Prayagraj, Mirzapur, Varanasi, Ghazipur, Garhmukteshwar, Soron etc.)

कानपुर, गंगा नदी के दाएं किनारे एवं वाराणसी बाएं किनारे पर स्थित है।

यमुना नदी यमुनोत्री हिमनद के बंदरपूंछ चोटी के पास से उद्गमित हुई है।

केन, बेतवा एवं चंबल यमुना की सहायक नदियां हैं।

‘ब्रह्मपुत्र, सतलज और सिंधु नदियों का स्रोत तिब्बत के मानसरोवर झील के पास स्थित है।

ब्रह्मपुत्र की प्रमुख सहायक नदियां जयमोली, तिस्ता, कामेग, सुबनसिरी, धनसिरी, बूढ़ी दिहिंग और संकोश हैं।

ब्रह्मपुत्र को तिब्बत में सांग्पो या सापू के नाम से, असम में ब्रह्मपुत्र और बांग्लादेश में जमुना नाम से जाना जाता है।

ब्रह्मपुत्र नदी चीन के तिब्बत क्षेत्र तथा भारत एवं बांग्लादेश से होकर प्रवाहित होती है।

सतलज नदी हिमालय की श्रेणियों को काटकर गहरे गार्ज का निर्माण करती है।

सतलज नदी का उद्गम तिब्बत में कैलाश पर्वत एवं मानसरोवर झील के निकट स्थित राकसताल या राक्षसताल झील है।

भारत की पश्चिम की ओर बहने वाली नदियां जैसे- नर्मदा, ताप्ती एवं माही आदि डेल्टा का निर्माण न करके एश्चुअरी (Estuary) का निर्माण करती हैं।

तापी नदी मध्य प्रदेश के बैतूल जिले के मुल्ताई के निकट सतपुड़ा पहाड़ियों से निकलती है।

नर्मदा नदी (Narmada River) मध्य प्रदेश में अमरकंटक पहाड़ी से निकलती है।

नर्मदा नदी विंध्य एवं सतपुड़ा (Narmada River Vindhya and Satpura) श्रेणियों के मध्य अंश (Rift) घाटी से होकर प्रवाहित होती है।

दामोदर नदी का उद्गम झारखंड में छोटानागपुर (Origin Chhotanagpur in Jharkhand) पठार से होता है।

दामोदर को बंगाल का शोक (mourning of Bengal) कहते हैं।

भारत की सर्वाधिक प्रदूषित नदी दामोदर नदी है।

गिरिडीह एवं दुर्गापुर के बीच के 300 किमी. लंबे मार्ग में दामोदर नदी ‘जैविक मरुस्थल’ (300 km between Giridih and Durgapur. Damodar river ‘biological desert’ in long route) होकर रह गई है।

प्रायद्वीपीय भारत में पूर्व दिशा में बहने वाली नदियों का उत्तर से

दक्षिण की ओर क्रम इस प्रकार है- सुवर्ण रेखा, महानदी, गोदावरी, कृष्णा, पेन्नार, कावेरी और वेंगई।( Golden Line, Mahanadi, Godavari, Krishna, Pennar, Kaveri and Vengai.)

गोदावरी नदी लगभग 1465 किमी. लंबी है।( Godavari river is about 1465 km. is long)

गोदावरी नदी महाराष्ट्र में मुंबई(Godavari River Mumbai in Maharashtra) के निकट नासिक में त्र्यंबकेश्वर (Trimbakeshwar) से निकलती है। गोदावरी को वृद्ध गंगा अथवा दक्षिण गंगा के नाम से भी जाना जाता है।

कावेरी को दक्षिण की गंगा भी कहा जाता है।

कावेरी की उत्पत्ति कर्नाटक के पश्चिमी घाट श्रेणियों में ब्रह्मगिरि पहाड़ी से होती है, जो कोडगू जिले (Kodagu District) में स्थित है।

कोसी नदी पूर्वी नेपाल में गोसाईथान से निकलती है।

भागलपुर (बिहार) के समीप कोसी नदी गंगा में मिल जाती है।

कोसी अपना मार्ग परिवर्तित करने तथा आकस्मिक बाढ़ लाने के लिए प्रसिद्ध है।

कोसी को बिहार का शोक कहते हैं।

श्योक नदी (Shyok River) को काराकोरम क्षेत्र में ‘मृत्यु की नदी’ (River of Death) के नाम से जाना जाता है।

सतलज पश्चिम और दक्षिण-पश्चिम (Sutlej West and South-West) में प्रवाहित होते हुए शिपकी ला दर्रे (हिमाचल प्रदेश) Shipki La Pass (Himachal Pradesh) से भारत में प्रवेश करती है।

कपिली नदी ब्रह्मपुत्र नदी की सहायक है।

कामरूप नगर कपिली नदी के तट पर अवस्थित है।

चौड़ाई (Width) की दृष्टि से भारत का सबसे बड़ा जल प्रपात जोग प्रपात है।

जोग प्रपात कर्नाटक में शरावती नदी पर अवस्थित है।

आयतन (Volume) की दृष्टि से भारत का सबसे बड़ा जल प्रपात कावेरी नदी पर स्थित शिवसमुद्रम जल प्रपात है।

चित्रकूट जल प्रपात छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर जिले में जगदलपुर के पास इंद्रावती नदी पर अवस्थित है।

चित्रकूट जलप्रपात को ‘भारत का नियाग्रा प्रपात'(Niagara Falls of India) के रूप में भी जाना जाता है।

दूधसागर जल प्रपात, गोवा और कर्नाटक की सीमा पर मांडवी नदी पर स्थित है।

धुआंधार जल प्रपात मध्य प्रदेश के जबलपुर में नर्मदा नदी (Narmada River in Jabalpur, Madhya Pradesh)पर स्थित है।

चिल्का झील (Chilka Lake) भारत के ओडिशा राज्य में महानदी के मुहाने पर स्थित खारे पानी की लैगून झील

(Lagoon Lake) है।

फुल्हर झील से गोमती नदी की उत्पत्ति हुई है।

लोनार झील महाराष्ट्र में, नक्की झील राजस्थान में, कोलेरू झील – आंध्र प्रदेश में, असम में चन्दुबी झील एवं हमीरसर झील गुजरात

(Lonar Lake in Maharashtra, Nakki Lake in Rajasthan, Kolleru Lake in Andhra Pradesh, Chandubi Lake in Assam and Hamirsar Lake in Gujarat) में स्थित है।

भारत की नदियों की वाह लंबाइयां- length of rivers of India

नदीलंबाई
गंगा नदी2525 किमी.
गोदावरी1465 किमी.
नर्मदा नदी1312 किमी.
महानदी858 किमी.

गंगा नदी की एकमात्र सहायक नदी गोमती है, जिसका उद्गम मैदान (origin ground) में है।

सोन नदी का वास्तविक स्रोत शहडोल जिले में अमरकंटक(Amarkantak in Shahdol district) से है।

गोदावरी प्रायद्वीपीय भारत की नदियों में सबसे लंबी नदी (longest river in india) है।

दक्षिण भारत की नदियों में सर्वाधिक बड़ा जलग्रहण क्षेत्र गोदावरी का है।

हुंडरू प्रपात सुवर्ण रेखा (स्वर्ण रेखा) नदी पर झारखंड (Jharkhand on the Rekha (Golden Rekha) River )में स्थित है।

गंगा नदी के किनारे सबसे बड़ा शहर कानपुर है।

लूनी भूमिबंधित(loonie grounded) नदी है।

घग्घर अंतः स्थलीय अपवहन नदी का उदाहरण है। इसका प्राचीन नाम सरस्वती है।

तट पर बसे शहरनदी
गोरखपुरराप्ती
जबलपुरनर्मदा
सूरतताप्ती
अहमदाबादसाबरमती
हैदराबादमूसी
नासिकगोदावरी
कोटाचम्बल
लुधियानासतलज
लखनऊगोमती
उज्जैनक्षिप्रा
आगरायमुना
कटकमहानदी

नदी जोड़ने का पहली बार विचार सिंचाई इंजीनियर विश्वेश्वरैया ने दिया था।

फरक्का बैराज (Farakka Barrage) का निर्माण वर्ष 1975 में हुगली नदी में सिल्ट के जमाव को रोकने के उद्देश्य से किया गया था।

इंदिरा गांधी नहर का उद्गम हरिके बैराज के निकट से व्यास एवं सतलज नदी (Vyas and Sutlej River)के संगम से होता है।

व्यास परियोजना पंजाब, हरियाणा एवं राजस्थान राज्यों की सम्मिलित परियोजना है।

व्यास नदी पर पोंग बांध बनाया गया है।

विश्व की सबसे पुरानी एवं विकसित नहर व्यवस्थाओं में से एक गंग नहर है

निचली गंगा नहर का उद्गम स्थल नरौरा (बुलंदशहर)( Origin Narora (Bulandshahr) में है। उ.प्र. की सर्वाधिक लंबी नहर शारदा नहर है।

खातिमा शक्ति केंद्र शारदा नहर पर स्थित है|

सरदार सरोवर परियोजना का निर्माण गुजरात राज्य में नर्मदा नदी पर (नवगांव के पास आधार तल से 163 मी. ऊंचे बांध से ) (From a dam 163 m above base level near Navgaon)किया गया है। इससे लाभान्वित होने वाले राज्यों में गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र व राजस्थान शामिल हैं।

भाखड़ा नांगल बहुउद्देश्यीय परियोजना पंजाब, हरियाणा और राजस्थान राज्यों का संयुक्त उपक्रम है।

भाखड़ा नांगल के पास सतलज नदी पर दो बांधों(two dams on the Sutlej river) का निर्माण किया गया है।

‘कावेरी नदी जल विवाद में सम्मिलित राज्य हैं- तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल एवं पुडुचेरी | (Tamil Nadu, Karnataka, Kerala and Puducherry.)

हीराकुंड बांध परियोजना ओडिशा राज्य में महानदी पर बनाई गई बहुउद्देशीय परियोजना है।

हीराकुंड बांध संबलपुर से 15 किमी. उत्तर में लगभग 61 मी.(200 फीट) ऊंचा एवं 4801 मी. (मुख्य बांध की लंबाई) लंबा विश्व का सबसे लंबा बांध है।

चम्बल नदी पर निर्मित चम्बल परियोजना राजस्थान एवं मध्य देश की संयुक्त परियोजना है।

गुजरात में मीठे पानी की कल्पसर परियोजना अवस्थित है।

केरल में मंगलम सिंचाई परियोजना है।

नागार्जुन सागर बांध कृष्णा नदी पर स्थित है।

दरगी, ओंकारेश्वर एवं इंदिरा सागर बांध नर्मदा(Dargi, Omkareshwar and Indira Sagar Dam Narmada) नदी पर हैं।

चुक्का बांध परियोजना भारत ने भूटान के सहयोग से बनाई है।

टेहरी बांध उत्तराखंड प्रदेश में भागीरथी नदी पर निर्मित है।

इंदिरा गांधी नहर व्यास, रावी एवं सतलज (Indira Gandhi Canal Vyas, Ravi and Sutlej) से जल प्राप्त करती है।

परमाणु केंद्रराज्य
भद्राकर्नाटक
कलपक्कमतमिलनाडु
राणा प्रताप सागरराजस्थान
नरोराउत्तर प्रदेश
तारापुरमहाराष्ट्र

अति- विवादित ‘बबली प्रोजेक्ट'(Babli Project) महाराष्ट्र राज्य में है।

महात्मा गांधी सेतु बिहार(Mahatma Gandhi Setu Bihar) में स्थित है।

ओंकारेश्वर परियोजना नर्मदा नदी (Omkareshwar Project Narmada River) से संबद्ध है।

बगलिहार पॉवर प्रोजेक्ट चिनाब नदी (Baglihar Power Project Chenab River) पर अवस्थित है।

रानी लक्ष्मीबाई बांध बेतवा नदी(Rani Laxmibai Dam Betwa River) पर अवस्थित (located) है।

उत्तर प्रदेश का पारीछा बांध बेतवा नदी (Parichha Dam Bet wa River of Uttar Prades)पर अवस्थित है।

 भूजल संसाधन

(Groundwater Resources)

  • वर्ष 2014-15 (P) के आंकड़ों के अनुसार, (According to the data of year 2014-15 (P)) वर्तमान में देश में सिंचाई के प्रमुख साधन नलकूप हैं।
  • नलकूप का कुल सिंचाई में लगभग 46.22% (about 46.22%) का योगदान है।
  • नलकूप और अन्य कुओं (tube wells and other wells) को जोड़कर सिंचाई की जाने वाली कुल भूमि की प्रतिशत मात्रा 62.82% आती है।
  • नहरों द्वारा सिंचित भूमि 23.66% (Land irrigated by canals 23.66%) तथा तालाबों द्वारा सिंचित भूमि लगभग 2.52% है।
  • देश में सिंचाई की दृष्टि से (निवल सिंचित क्षेत्र) उ.प्र. का प्रथम, मध्य प्रदेश का द्वितीय (First, second from Madhya Pradesh) तथा राजस्थान का तृतीय स्थान है।
  • देश में नलकूपों द्वारा सिंचित क्षेत्रफल (area irrigated by tube wells) उ.प्र. में सर्वाधिक है।
  • उत्तर प्रदेश Ata Glance 2019 के अनुसार, वर्ष 2015-16 में उत्तर प्रदेश में 74.9% भू-भाग की नलकूपों द्वारा सिंचाई की जाती है।

पर्वत, पहाड़ियां तथा हिमनद

(Mountains, Hills and Glaciers)

  • हिमालय पर्वत की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट (8848 मी.) है। नोट- ब्रिटानिका और नेशनल जियोग्राफिक के अनुसार, वर्तमान में माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई 8850 मी. है।
  • वलयों की तीव्रता तथा निर्माण की आयु के आधार पर हिमालय (Himalaya) को चार समांतर संरचनात्मक क्षेत्रों में बांटा जाता है- ट्रांस हिमालय (तिब्बत क्षेत्र), वृहत (हिमाद्रि या महान हिमालय), लघु हिमालय (मध्य हिमालय) बाह्य / उप-हिमालय (शिवालिक)। शिवालिक श्रेणी हिमालय की सबसे दक्षिण श्रेणी है।
  • भारत में सबसे नवीन पर्वत श्रेणी शिवालिक (Range Shivalik) है, जो कि वलित पर्वत का उदाहरण है।
  • दक्षिण से उत्तर की ओर क्रमशः शिवालिक, धौलाधर, पीरपंजाल ज़ास्कर, लद्दाख और काराकोरम स्थित हैं।
  • अरावली श्रेणी गुजरात के पालनपुर से लेकर राजस्थान एवं हरियाणा (Rajasthan and Haryana) से होकर दिल्ली तक लगभग 800 किमी. की लंबाई में विस्तृत है।
  • अरावली श्रेणी (Aravalli range) का निर्माण प्री-कैम्ब्रियन काल में हुआ था, जो 600 से 570 मिलियन वर्ष पूर्व का माना जाता है।
  • अरावली श्रेणी (Aravalli range) भारत ही नहीं बल्कि विश्व की सबसे प्राचीन श्रंखलाओं में से एक है।
  • अरावली श्रेणी की सर्वोच्च चोटी गुरु शिखर (1722 मी.) है।
  • विध्यांचल , अरावली, सतपुड़ा आदि अवशिष्ट पर्वत के उदाहरण हैं।
  • सतपुड़ा श्रेणियां (Satpura Ranges ) दक्कन पठार का भाग हैं।सतपुड़ा श्रेणी का विस्तार मध्य प्रदेश महाराष्ट्र राज्यों में है।
  • सतपुड़ा श्रेणी की सर्वाधिक ऊंचाई महादेव पहाड़ी के पंचमढ़ी के निकट धूपगढ़ ( 1350 मी.) में मिलती है।
  • नीलगिरि पर्वतमालातमिलनाडु, केरल एवं कर्नाटक (‘Nilgiri Mountain Range’ Tamil Nadu, Kerala and Karnataka) राज्यों में विस्तृत है।
  • नीलगिरि का सर्वोच्च शिखर दोदाबेट्टा (2637 मी.) है, जो कि दक्षिण भारत का दूसरा सर्वोच्च शिखर है।
  • दक्षिण भारत का सर्वोच्च शिखर अनाईमुडी (2695 मी.) है, जो कि अन्नामलाई श्रेणी में स्थित है।
  • पश्चिमी घाट को महाराष्ट्र, गोवा एवं कर्नाटक में सह्याद्रि (Sahyadri) के नाम से जाना जाता है।
  • केरल में सह्याद्रि को सह्यपर्वतम के नाम (Name of Sahyaparvatam) से जाना जाता है। कार्डामम पहाड़ियां दक्षिण भारत में दक्षिणी-पश्चिमी घाट के केरल के दक्षिण-पूर्वी हिस्से तथा तमिलनाडु के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से में अवस्थित हैं।
  • कार्डमम पहाड़ियों (Cardamom Hills) पर इलायची (Cardamon) की खेती व्यापक पैमाने पर की जाती है।
  • शेवरॉय पहाड़ियां (Shevaroy Hills) तमिलनाडु के सलेम कस्बे के पास अवस्थित हैं।
  • तमिलनाडु का प्रसिद्ध हिल स्टेशन यारकॉड (‘Yarkod’) शेवरॉय पहाड़ियों पर स्थित है।
  • बालाघाट श्रेणी, हरिश्चंद्र श्रेणी तथा सतमाला पहाड़ियां महाराष्ट्र (Maharashtra) में फैली हैं।
  • कामेत तथा त्रिशूल पर्वत शिखर भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित है।
  • मर्खा घाटी (Markha Valley) लद्दाख केंद्रशासित प्रदेश (31 अक्टूबर, 2019 से प्रभावी) की प्रसिद्ध घाटी है।
  • भारत का सर्वोच्च पर्वत शिखर माउंट गॉडविन ऑस्टिन या K2 (Mount Godwin Austin or K2) (काराकोरम श्रेणी पर स्थित ) है।
  • समुद्रतल से K2 की ऊंचाई 8611 मीटर है।
  • K2 पाक अधिकृत भारतीय भू-भाग में अवस्थित है।
  • नंदा देवी (Nanda Devi) भारत की तीसरी सर्वोच्च (K2 8611 मी. तथा कंचनजंगा 8598 मी. के बाद) चोटी है।
  • नंदा देवी पर्वत चोटी की ऊंचाई 7816 मी. है।
  • पालघाट दर्रा (Palghat Pass) नीलगिरि और अन्नामलाई श्रेणियों के मध्य स्थित है।
  • थालघाट, भोरघाट व पालघाट पश्चिमी घाट के प्रमुख दर्रे (Major Passes of the Western Ghats) हैं।

भारत के प्रमुख हिमनद एवं उसकी लंबाई

(Major glaciers of India and their length)

हिमनदलंबाई (किमी. में)
सियाचिन76.64
बालटोरो58
चोगोलुंगमा50
बियाफो60
गंगोत्री26
कंचनजंगा16
केदारनाथ14

भारत के महत्वपूर्ण दरें एवं संबंधित राज्य / केंद्रशासित प्रदेश

(Important rates of India and respective states/UTs)

दर्राराज्य / केंद्रशासित प्रदेश
रोहतांग बनिहाल नाथू-ला नीति शिपकी-ला बुम-ला माना जेलेप-ला मुलिंग-ला लिपुलेख भोरघाट पालघाट जोजीला डाफ्लाहिमाचल प्रदेश जम्मू-कश्मीर सिक्किम उत्तराखंड हिमाचल प्रदेश अरुणाचल प्रदेश उत्तराखंड सिक्किम उत्तराखंड उत्तराखंड महाराष्ट्र केरल लद्दाख अरुणाचल प्रदेश
  • कोरोमंडल तट का विस्तार भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप के दक्षिण- पूर्व में आंध्र प्रदेश के फाल्स डीवी बिंदु से तमिलनाडु के केप कॉमोरिन (कन्याकुमारी) (Cape Comorin (Kanyakumari) तक है।
पर्यटन स्थलस्थिति
माउंट आबू कोडाईकनाल उटकमंड शिमलाअरावली पहाड़ियां पलनी पहाड़ियां नीलगिरि पहाड़ियां धौलाधर श्रेणी
  • शांत घाटी (‘Quiet Valley’) केरल में अवस्थित है।
  • पीर पंजाल श्रेणी (Pir Panjal range) जम्मू-कश्मीर में पाई जाती है।
  • 1 उत्तराखंड में संरचनात्मक घाटियों को दून‘ (‘Doon) कहा जाता है।
  • कुल्लू घाटी (Kullu Valley) धौलाधर तथा पीर पंजाल पर्वत श्रेणियों के मध्य अवस्थित है।
  • भारत के प्रायद्वीपीय पर्वत पैलियोजोइक युग (paleozoic era) में निर्मित हुए।
  • भारत की तटरेखा 7516.6 किमी. लंबी है।
  • भारत की अजंता (महाराष्ट्र) पर्वत श्रेणी (Ajanta (Maharashtra) mountain range) केवल एक ही राज्य में विस्तारित है।
  • गुजरात राज्य का समुद्री तट (beach) सबसे अधिक लंबा है।
  • भारत में 9 राज्य तटरेखा (9 State Coastlines) से लगे हैं।

मरुस्थल और शुष्क क्षेत्र (desert and arid region)

  • थार मरुस्थल (Thar Desert ) जिसे ग्रेट इंडियन डेजर्ट (Great Indian Desert) के नाम से भी जाना जाता है।
  • यह दक्षिण एशिया (South Asia) का सबसे बड़ा मरुस्थल है।
  • यह पश्चिमी भारत (India) और दक्षिण-पूर्वी पाकिस्तान (Pakistan) में फैला है।
  • संसार का सर्वाधिक जनसंख्या (highest population) वाला मरुस्थल थार (thar) है।
  • यहां का जनसंख्या घनत्व 83 व्यक्ति (person) प्रति वर्ग किमी. है।

वन (Forest)

  • उष्णकटिबंधीय पर्णपाती वन भारत में सबसे बड़े क्षेत्र में फैले हुए वन हैं। इन्हें मानसूनी वन भी कहते हैं।
  • जल की उपलब्धि के आधार पर इन वनों को आर्द्र तथा पर्णपाती वनों में विभाजित किया जाता है।
  • उष्णकटिबंधीय शुष्क पर्णपाती (पतझड़ी) वन भारत में सर्वाधिक वृहत क्षेत्र (largest area) में पाया जाता है।
  • उष्णकटिबंधीय आर्द्र पर्णपाती वन दूसरा सर्वाधिक विस्तार वाला (second largest) वन है।
  • सागौन तथा साल(Teak and Sal) उष्णकटिबंधीय पर्णपाती (शुष्क एवं आर्द्र दोनों) वन के महत्वपूर्ण उत्पाद हैं।
  • सिनकोना (cinchona) उष्णकटिबंधीय सदाबहार पौधा है।
  • ब्यूटिया मोनोस्पर्मा को जंगल की आग’ (Flame of the for- est) कहा जाता है।
  • पलाश के फूल (Palash flowers) को उत्तर प्रदेश का राजकीय पुष्प घोषित किया गया है।
  • भारत में महोगनी मुख्यतः उष्णकटिबंधीय सदाबहार वन (tropical evergreen forest) क्षेत्र में पाए जाते हैं।
  • सामाजिक वानिकी ( social forestry) में प्रयुक्त बहुउद्देशीय वृक्ष का उदाहरण खेजरी है।
  • खेजरी वृक्ष को मरुस्थल का राजा (king of the desert) कहा जाता है।
  • उत्तराखंड के चीड़ वनों से प्राप्त होने वाली लीसा एक महत्वपूर्ण गैर-प्रकाष्ठ वन उपज (non-timber forest produce) है।
  • लीसा से विरोजा तथा तारपीन का तेल (linseed oil and turpentine oil) बनाया जाता है जिसका उपयोग कागज उद्योग, साबुन तथा पेंट बनाने में होता है।
  • भारत में सुन्दरबन मैंग्रोव वनस्पति के लिए प्रसिद्ध हैं।
  • भोजपत्र वृक्ष हिमालय में मिलता है।

                खनिज संसाधन(mineral resources)

  • भारत में सबसे महत्वपूर्ण खनिजयुक्त शैल तंत्र धारवाड़ तंत्र (Mineralized Rock System Dharwad System) (Dharwar System) है।
  • चुने का पत्थर,(limestone)सीमेंट उद्योग का आधार है।
  • बैलाडिला खान (Bailadila Khan)छत्तीसगढ़ के दांतेवाड़ा जिले में अवस्थित है। यह अपने लौह अयस्क खनिज के लिए प्रसिद्ध है।
  • इंडियन मिनरल बुक,2018 के अनुसार,वर्ष 2017-18 (P) में, तांबे के उत्पादन की दृष्टि से प्रथम तीन राज्य (First three states in terms of copper production)क्रमश: हैं- 1राजस्थान (813327 हजार टन), 2. झारखंड (295389 हजार टन) एवं 3.मध्य प्रदेश (283429 हजार टन)।
  • इंडियन मिनरल बुक, 2018 के अनुसार, वर्ष 2017-18 (P) में तांबे के उत्पादन की दृष्टि से प्रथम तीन राज्य (First three states in terms of production of copper)क्रमश: हैं- 1. मध्य प्रदेश (2339035 टन), 2. राजस्थान ) 1161111 टन), 3. झारखंड (178700 टन)।
  • बॉक्साइट (Bauxite) एल्युमीनियम का अयस्क है।
  • भारत में टिन का उत्पादन करने वाला एकमात्र राज्य छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh)है।
  • सांभर झील के पश्चिमी भाग के निकट मकराना (Makrana)है,जहां से सर्वोत्तम किस्म का संगमरमर प्राप्त किया जाता है।
  • मकराना संगमरमर से ताजमहल और विक्टोरिया मेमोरियल(कोलकाता) (Taj Mahal and Victoria Memorial (Kolkata)का निर्माण हुआ है।
  • गोंडवाना क्षेत्र का कोयला उच्च श्रेणी का (high class)होता है।
  • भारत का अधिकांश कोयला गोंडवाना क्षेत्र(gondwana region)से ही प्राप्त होता है।
  • उत्तर प्रदेश में कोयले की प्राप्ति सिंगरौली (सोनभद्र) (Singrauli (Sonbhadra)क्षेत्र से होती है।
  • नवग्राम तेल क्षेत्र (Navagram Oil Field)गुजरात में स्थित है।
  • इंडियन ब्यूरो ऑफ माइंस के अनुसार, देश में कुल 23 तेलशोधक कारखाने (23oil purifier factories)हैं।
  • नूनमाटी तेलशोधन कारखाना(Noonmati Oil Refinery(असम राज्य में अवस्थित है।
  • कच्चे तेल का सर्वाधिक उत्पादन अपतटीय क्षेत्र (highest production offshore area)में होता है।
  • भारत में सर्वाधिक तेल उत्पादक राज्य (2017-18 P) राजस्थान है।
  • झारखंड राज्य में स्थित कोडरमा अभ्रक (koderma mica)उत्पादन का प्रमुख क्षेत्र है।
  • कोडरमा को माइका सिटी ऑफ इंडिया)‘Mica City of India’(कहा जाता है।
  • मौलिक चट्टान बलुआ पत्थर से रूपांतरित चट्टान क्वार्टजाइट)quartzite)का निर्माण होता है।
  • उत्तर प्रदेश के तीन जिलों – ललितपुर, महोबा एवं बांदा में ग्रेनाइट)Granite in Lalitpur, Mahoba and Banda(पाया जाता है।
  • ग्रेनाइट स्लेट का निर्माण ललितपुर में (Manufacture of granite slate in Lalitpur) प्रचुरता से किया जाता है।
  • उत्तर प्रदेश में यूरेनियम ललितपुर जनपद  (Uranium in Lalitpur district of Uttar Pradesh)में पाया जाता है।
  • (भारत में थोरियम निक्षेप के व्यापक भंडार)(Extensive reserves of thorium deposits in India(हैं।
  • जादूगोड़ा (Jaduguda) वर्तमान में झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले में स्थित है।
  • जादूगोड़ा यूरेनियम उत्खनन)uranium mining(के लिए प्रसिद्ध है।
  • आंध्र प्रदेश में अभ्रक (mica)संसाधन सर्वाधिक हैं।
  • भारत में अधिकांश प्राकृतिक गैस का उत्पादन अपतटीय क्षेत्र(offshore area(से किया जाता है।
  • लुज पेट्रोल उत्पादक क्षेत्र गुजरात)Gujarat(राज्य में स्थित है।
  • भारत में सर्वप्रथम खनिज तेल का कुआं माकूम में (in Makum(खोदा गया।
  • ‘हाइड्रोजन विजन 2025’पेट्रोलियम उत्पाद के भंडारण)petroleum product storage(से संबंधित है।
  • डिग्बोई (digboi) भारत की सबसे पुरानी तेल शोधन इकाई है।
  • भारत में तेल अन्वेषण का कार्य ओएनजीसी एवं ऑयल इंडिया लिमिटेड द्वारा (By OSC and Oil India Limited) किया जाता है।
  • विंध्य शैलों में चूना पत्थर के (of limestone) वृहद भंडार पाए जाते हैं।
  • भारत में लौह अयस्क धारवाड़(Dharwad) की शैलों में पाया जाता है।
  • भारत का सर्वाधिक खनिज संपन्न शैल तंत्र धारवाड़ तंत्र (Dharwad system) है।\
  • कुद्रेमुख(Kudremukh)लौह क्षेत्र है।
  • भारत में जस्ते का अधिकतम उत्पादक राज्य राजस्थान (Rajasthan)है।
  • भारत के राजस्थान (Rajasthan)राज्य में चांदी उत्पादन होता है।
  • 1 अप्रैल,2019 तक की स्थिति के अनुसार,कोयले के कुल भंडारण वाले शीर्ष तीन राज्य हैं- झारखंड,ओडिशा, छत्तीसगढ़। वर्ष 2018-19 (P) में कोयले के उत्पादन वाले शीर्ष तीन राज्य हैं- छत्तीसगढ़,ओडिशा,झारखंड। (Chhattisgarh, Odisha, Jharkhand)
  • रायपुर(Raipur)में हीरा-युक्त किम्बरलाइट के वृहद भंडार पाए गए हैं।
  • भारत के कोयला उत्पादन में छोटानागपुर का लगभग 80 प्रतिशत (80 percent)योगदान है।
  • नामचिक नामफुक कोयला क्षेत्र अरुणाचल प्रदेश(Arunachal Pradesh)में अवस्थित है।
  • बिसरामपुर कोयला(Coal) के खनन के लिए प्रसिद्ध है।
  • उत्तर प्रदेश में पाए जाने वाले प्रमुख खनिज लाइमस्टोन तथा डोलोमाइट (Limestone and Dolomite)हैं।
  • इडुक्की जलविद्युत परियोजना केरल के इडुक्की जिले में पेरियार नदी(Periyar River) पर अवस्थित है।
  • शवरीगिरि जलविद्युत परियोजना(Shavarigiri Hydroelectric Project) केरल राज्य में अवस्थित है।
  • उड़ान‘ (Uran Gas Turbine Power Station) महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में स्थित गैस आधारित शक्ति परियोजना है।
  • NTPC फरक्का ताप विद्युत केंद्र पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में अवस्थित है।
  • तमिलनाडु में स्थित नेवेली ताप विद्युत संयंत्र (Neyveli Ther- mal Power Station) लिग्नाइट कोयले पर आधारित दक्षिण- पूर्व एशिया का प्रथम संयंत्र है।
  • रामागुंडम सुपर थर्मल पॉवर स्टेशन(Ramagundam Super Thermal Power Station) तत्कालीन आंध्र प्रदेश (वर्तमान तेलंगाना) में अवस्थित है।
  • ओबरा ताप विद्युत संयंत्र (Obra Thermal Power Plant) का निर्माण वर्ष 1967 में रूस के सहयोग से प्रारंभ हुआ था,जो कि वर्ष 1971 में तैयार हुआ।
  • रेनुकूट स्थित हिंडाल्को(Hindalco at Renukoot) एल्युमीनियम संयंत्र को विद्युत की आपूर्ति रिहंद परियोजना से होती है।
  • (कर्नाटक) में कैगा परमाणु विद्युत संयंत्र(Kaiga Nuclear Power Plant) की स्थापना की गई है।
  • कल्पोंग जलविद्युत परियोजना (Kalpong Hydroelectric Power Project) अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह में काल्पोंग नदी पर स्थित है।
  • कल्पोंग जलविद्युत परियोजना अंडमान और निकोबार द्वीप समूह की प्रथम जलविद्युत परियोजना (First hydroelectric project of Andaman and Nicobar Islands)है।
  • भारत में जलविद्युत संयंत्र की स्थापना सर्वप्रथम 1897 ई. में (In 1897 AD)प. बंगाल के दार्जिलिंग के निकट सिद्रापोंग(Sidrapon) में हुई थी।
  • दूसरा जलविद्युत संयंत्र वर्ष 1902 में कर्नाटक के शिवसमुद्रम में (in sivasamudram(गाया गया था,यह कावेरी नदी पर स्थित है।
  • दुलहस्ती हाइड्रो पॉवर स्टेशन (Dulhasti Hydro Power Station(जम्मू-कश्मीर के किश्तवार जिले में चिनाब नदी पर अवस्थित है।
  • सुइल जलविद्युत परियोजना )Suil Hydroelectric Project) हिमाचल प्रदेश के चम्बा जिले में सुइल नदी पर अवस्थित है।
  • ऊर्जा के साधन के रूप में कोयला, पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस)gas(और परमाणु ऊर्जा व्यावसायिक स्रोत)commercial source(हैं।

भारत का राजनीतिक भूगोल

(Political Geography of India)

  • भारत विश्व का क्षेत्रफल की दृष्टि से सातवां (seventh in terms of area)(रूस, कनाडा, अमेरिका, चीन, ब्राजील, ऑस्ट्रेलिया के बाद) तथा जनसंख्या की दृष्टि से दूसरा (second in terms of population) (चीन के बाद) बड़ा देश है।
  • भारत विश्व के 2.4 प्रतिशत भू-भाग (2.4 percent land area) को अधिकृत किए हुए है।
  • भारत की मुख्य भूमि का विस्तार (mainland expansion) उत्तर-पूर्वी गोलार्द्ध में 8°4′ उत्तर से 37°6′ उत्तरी अक्षांशों तथा 68°7′ पूर्व से 97°25′ पूर्वी देशांतरों के मध्य है।
  • 23030′ उत्तरी अक्षांश रेखा (23030′ north latitude line) जिसे कर्क रेखा भी कहते हैं, भारत के मध्य से होकर गुजरती है।

अंतरराष्ट्रीय सीमाएं

मैकमोहन रेखा हिंडनबर्ग रेखा मैगीनॉट रेखा रेडक्लिफ रेखा डूरंड रेखाभारत एवं चीन जर्मनी एवं पोलैंड जर्मनी एवं फ्रांस भारत एवं पाकिस्तान पाकिस्तान एवं अफगानिस्तान, भारत एवं अफगानिस्तान
  • कर्क रेखा पर पड़ने वाले भारत के राज्य (कुल आठ) (States of India (total eight)) गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और मिजोरम हैं।
  • ‘सुदूरस्थ दक्षिणी बिंदु (Southernmost Point) – इंदिरा प्वॉइंट  (Indira Point) (ग्रेट निकोबार अथवा बड़ा निकोबार द्वीप) है।
  • ‘मुख्य भूमि का दक्षिणतम बिंदु कन्याकुमारी (तमिलनाडु) (Kanyakumari (Tamil Nadu)) है।
  • बांग्लादेश की अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगने वाले 5 भारतीय राज्य (5 Indian states) पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय, त्रिपुरा तथा मिजोरम हैं।

भारतीय राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों की राजधानी

(Capital of Indian states and union territories)

राज्यराजधानी
1. बिहार 2. असम 3. ओडिशा 4. कर्नाटक 5. गुजरात 6. तमिलनाडु 7. नगालैंड 8. हरियाणा 9. मध्य प्रदेश 10. मेघालय 11. हिमाचल प्रदेश 12. मिजोरम 13. गोवा 14. छत्तीसगढ़ 15. प. बंगाल 16. आंध्र प्रदेश 17. उत्तर प्रदेश 18. केरल 19. तेलंगाना 20. त्रिपुरा 21. पंजाब 22. मणिपुर 23. महाराष्ट्र 24. राजस्थान 25. सिक्किम 26. अरुणाचल प्रदेश 27. उत्तराखंड 28. झारखंडपटना दिसपुर भुवनेश्वर बंगलुरू गांधीनगर चेन्नई कोहिमा चंडीगढ़ भोपाल शिलांग शिमला आइजोल पणजी रायपुर कोलकाता हैदराबाद लखनऊ तिरुवनंतपुरम हैदराबाद अगरतला चंडीगढ़ इम्फाल मुंबई जयपुर गंगटोक ईटानगर देहरादून रांची
  • आंध्र प्रदेश पोर्टल के अनुसार, कैपिटल सिटी अमरावती है।
केंद्रशासित प्रदेशराजधानी
1. दिल्ली 2. लक्षद्वीप 3. जम्मू-कश्मीर   4. अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह 5. चंडीगढ़ 6. पुडुचेरी 7. दादर एवं नगर हवेली और दमन व दीव   8. लद्दाखनई दिल्ली कवरत्ती जम्मू (शीतकालीन), श्रीनगर (ग्रीष्मकालीन) पोर्ट ब्लेयर चंडीगढ़ पुडुचेरी दमन     लेह
  • भूटान के साथ सीमा साझा करने वाले 4 भारतीय (4 Indians sharing border with Bhutan) राज्य अरुणाचल प्रदेश, असम, प. बंगाल और सिविकम हैं।
  • पाकिस्तान की सीमा को स्पर्श करने वाले 5 भारतीय राज्य / केंद्रशासित प्रदेश (5 Indian States / Union Territories that touch the border of Pakistan) लद्दाख जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान व गुजरात हैं।
  • अफगानिस्तान की सीमा को स्पर्श करने वाला भारतीय राज्य / केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख (Ladakh) है।
  • चीन की सीमा को स्पर्श करने वाले 5 भारतीय राज्य / केंद्रशासित प्रदेश (5 Indian States / Union Territories touching the border of China) लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम तथा अरुणाचल प्रदेश हैं।
  • म्यांमार की सीमा को स्पर्श करने वाले 4 भारतीय राज्य (4 Indian states touching the border with Myanmar) अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर व मिजोरम हैं।
  • अरुणाचल प्रदेश की सर्वाधिक सीमा म्यांमार से स्पर्श (touch from myanmar) करती है।
  • नेपाल की सीमा को स्पर्श करने वाले 5 भारतीय राज्य (5 Indian states touching the border of Nepal) उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल एवं सिक्किम हैं।
  • भारत के निकटतम पड़ोसी देश (India’s Nearest Neighboring Countries) पाकिस्तान, अफगानिस्तान, चीन, नेपाल, भूटान, म्यांमार, बांग्लादेश तथा श्रीलंका हैं।
  • भारत की स्थलीय सीमा (terrestrial border) उत्तर में चीन व नेपाल, उत्तर-पश्चिम में अफगानिस्तान, पश्चिम में पाकिस्तान, पूर्व में बांग्लादेश एवं म्यांमार तथा उत्तर-पूर्व में भूटान से मिलती है।
  • भारत की सबसे लंबी स्थलीय सीमा बांग्लादेश (India’s longest land border with Bangladesh) (4096.7 किमी.) के साथ तथा सबसे छोटी स्थलीय सीमा अफगानिस्तान (106 किमी.) के साथ लगती है।
  • भारत एवं पाकिस्तान के मध्य अंतरराष्ट्रीय सीमा का निर्धारण रेडक्लिफ रेखा (Radcliffe Line) द्वारा किया गया है।
  • डूरंड रेखा (durand line) भारत एवं अफगानिस्तान के मध्य है।
  • मैकमोहन रेखा (McMahon Line) भारत एवं चीन के मध्य है।
  • समुद्र पार भारत का सर्वाधिक निकटतम देश श्रीलंका (Sri Lanka) है, जो पाक जलडमरूमध्य द्वारा भारतीय भू-भाग (तमिलनाडु) से पृथक होता है।
  • यह बंगाल की खाड़ी को गल्फ ऑफ मन्नार (gulf of mannar) से जोड़ता है।
  • कन्याकुमारी (Kanyakumari) भारतीय प्रायद्वीप का दक्षिणतम बिंदु है।
  • कन्याकुमारी वह स्थान है (kanyakumari is the place) जहां तीन समुद्र हिन्द महासागर (Indian ocean), बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) और अरब सागर (Arabian Sea) मिलते हैं।
  • भारत के त्रिपुरा राज्य की तीन तरफ अंतरराष्ट्रीय (three way international) सीमाएं हैं।
  • हिमालय का विस्तार अराकान योमा (arakan yoma) (म्यांमार) तक है।
  • श्रीहरिकोटा द्वीप (Sriharikota Island) आंध्र प्रदेश में पुलिकट झील के समीप स्थित है।
  • श्रीहरिकोटा में भारत का उपग्रह प्रक्षेपण केंद्र सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र स्थित है।
  • लक्षद्वीप के अधिकांश द्वीप प्रवाल उत्पत्ति के हैं।
  • लक्षद्वीप समूह में द्वीपों की कुल संख्या 36 है।
  • कवरत्ती (Kavaratti) लक्षद्वीप की राजधानी है, जो कवरती द्वीप पर स्थित है।
  • लक्षद्वीप का सबसे बड़ा द्वीप एंडरॉट अथवा एंडरॉथ है।
  • बैरेन द्वीप बंगाल की खाड़ी में अवस्थित है।
  • बैरेन द्वीप दक्षिण एशिया का एकमात्र सक्रिय ज्वालामुखी है।
  • नारकोण्डम द्वीप (अंडमान व निकोबार) में सुषुप्त ज्वालामुख है।
  • अंडमान व निकोबार बंगाल की खाड़ी में द्वीप समूह (Islands) हैं।
  • अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह में द्वीपों की संख्या 572 है
  • दस डिग्री चैनल अंडमान को निकोबार द्वीप से पृथक करता है
  • रामेश्वरम द्वीप भारत एवं श्रीलंका के मध्य है।
  • एक द्वीप (सलसेट द्वीप) पर निर्मित भारत का सबसे बड़ा नग मुंबई है।
  • कोरी क्रीक कच्छ के रन में स्थित है।
  • विदर्भ (Vidarbha) महाराष्ट्र राज्य का उत्तर-पूर्वी प्रादेशिक क्षेत्र है।
  • भारत सरकार के गृह मंत्रालय के महापंजीयक कार्यालय के अनुसार, भारत का कुल क्षेत्रफल 32,87,263 वर्ग किमी. है। क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत के तीन बड़े राज्य क्रमशः इस प्रकार हैं- 1. राजस्थान (3,42,239 वर्ग किमी.), 2. मध्य प्रदेश (3,08,252 वर्ग किमी.), एवं 3. महाराष्ट्र (3,07,713 वर्ग किमी.)।
  • उत्तर प्रदेश की सीमा से स्पर्श करने वाले कुल 8 राज्य एवं एक केंद्रशासित प्रदेश हैं।
  • राजस्थान का मरुक्षेत्र विश्व का सबसे घना बसा मरुस्थल (83) व्यक्ति/वर्ग किमी.) है।
  • उत्तर-पूर्वी राज्यों में सात बहनों(Seven Sisters) के नाम से प्रसिद्ध राज्य हैं- अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, नगालैंड एवं त्रिपुरा।
  • भारत का सबसे छोटा (32 वर्ग किमी.) केंद्रशासित क्षेत्र लक्षद्वीप है। – जनसंख्या की दृष्टि से भी लक्षद्वीप की जनसंख्या सबसे कम
  • (64473) है।
  • पुडुचेरी चार अलग-अलग जिलों में विभाजित है, जिनमें से दो (कराइकल और पुडुचेरी) तमिलनाडु में, यमन – आंध्र प्रदेश में तथा माहे, केरल में विस्तारित है।
  • दादरा एवं नगर हवेली तथा दमन व दीव की राजधानी दमन है। भारत के कर्नाटक राज्य को ‘सिलिकॉन स्टेट’ के नाम से जाना जाता है।
  • भारत के राज्यों में से आंध्र प्रदेश को भारत का कोहिनूर‘ कहा जाता है।
  • असम कुल मिलाकर 7 राज्यों से घिरा हुआ है।
  • हिमाचल प्रदेश उत्तर प्रदेश को न्यूनतम सीमा रेखा से स्पर करने वाला राज्य है।
  • मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश के सर्वाधिक जिलों को स्पर्श करने वाला राज्य (State touching most districts) है।
  • जलवायु तथा मौसम- Climate and weather
  • मानसून शब्द की उत्पत्ति अरबी भाषा के मौसिम‘ (Mausim) शब्द से हुई है, जिसका तात्पर्य मौसम (ऋतु) (Meaning season)से है।
  • मार। मूलतः मानसूनी देश है। यहां की जलवायु में मानसूनी जटायु (Monsoon Jatayu)की लगभग सभी विशेषताएं पाई जाती हैं।
  • भारत में ग्रीष्म कालीन मानसून के प्रवाह की सामान्य दिशापश्चिम से उत्तरपूर्व (General direction – west to north-east )की ओर होती है।
  • शीतकाल में मानसून प्रवाह की दिशा उत्तरपूर्व से दक्षिण-( North-east to south)-
  • दक्षिणपश्चिम (Southwest) की ओर होती है।
  • भारत में अधिकांश वर्षा दक्षिणपश्चिम(Most rainfall south-west) मानसून से ही प्राप्त होती है।
  • ग्रीष्म ऋतु(summer season) में भारत में उच्च तापमान के कारण उत्तरपश्चिम(North West) भारत में निम्न दाब की स्थिति बनती है, जिस कारण दक्षिणपश्चिमी मानसूनी हवाएं(south-west monsoon winds) भारत में प्रवेश करती हैं।
  • भारत को उष्ण कटिबंध और उपोष्ण कटिबंध(tropics and subtropics) में विभाजन करने के आधार के रूप में मानी गई जनवरी की समताप रेखा 18°C(Line 18°C) है।
  • त्तर प्रदेश के मैदानी क्षेत्र में सर्वाधिक वर्षा गोरखपुर(Gorakhpur receives maximum rainfall in the plains of Uttar Pradesh) में तथा सबसे कम वर्षा मथुरा में होती है।
  • भारत में सितंबर महीने से मानसून का प्रत्यावर्तन शुरू हो जाता है, जिसका कारण सूर्य के दक्षिणायन(south side of the sun) होने के कारण अंतः उष्णकटिबंधीय अभिसरण क्षेत्र(Tropical convergence zone) (ITCZ – Inter Tropical Convergence Zone) का दक्षिण की ओर खिसकना है।
  • उत्तर-पूर्वी मानसून से तमिलनाडु की कुल वर्षा का 50-60 प्रतिशत(50-60 percent of Tamil Nadu’s total rainfall) प्राप्त होता है।
  • आम्न वर्षा कर्नाटक एवं केरल(Monsoon rains in Karnataka and Kerala) में होने वाली मानसून पूर्व वर्षा की फुहार है, जो आम की फसल (Mango crop)के लिए अत्यधिक लाभकारी होती है।
  • मोंसिनराम विश्व में सर्वाधिक वर्षा(Most rain) वाला स्थान है।
  • भारत में सर्वाधिक वर्षा प्राप्त करने वाले क्षेत्र पश्चिमी घाट, पूर्वी हिमालय तथा मेघालय (Western Ghats, Eastern Himalayas and Meghalaya) हैं।
  • ‘वर्षा के जल का संचयन’ जल प्रबंधन (‘Rainwater Harvesting’ Water Management )की वह युक्ति है, जिसके द्वारा भारत में लागत का अधिकतम लाभ प्राप्त हो सकता है। भारत के उत्तरी मैदानों में शीत ऋतु (winter in the northern plains) में होने वाली वर्षा पश्चिमी विक्षोमों द्वारा होती है।
  • उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ से होने वाली वर्षा गेहूं की कृषि (Rain caused by Western Disturbance Wheat cultivation) के लिए अत्यधिक लाभकारी होती है।
  • भारत में मानसून का आगमन केरल में होता है। वर्षा-स्तरी (Nimbo-Stratus) बादल अत्यधिक तीव्र वर्षा के लिए उत्तरदायी होता है।
  • भारत में सबसे कम वर्षा वाला स्थान लेह (जम्मू-कश्मीर) Leh (Jammu and Kashmir)है।
  • टाइम जोन- Time zone
  • भारत की प्रामाणिक मध्याह्न रेखाअथवा भारतीय मानक समय (IST) 82°30′ (Meridian’ or Indian Standard Time (IST) 82°30′)पूर्वी देशांतर से लिया जाता है।
  • 82°30′ पूर्वी देशांतर रेखा प्रयागराज (इलाहाबाद)- 82°30′ East Longitude Line Prayagraj (Allahabad) के पास नैनी से होकर गुजरती है।
  • यह रेखा उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा तथा आंध्र प्रदेश(Uttar Pradesh, Madhya Pradesh, Chhattisgarh, Odisha and Andhra Pradesh) से होकर गुजरती है।
  • भारतीय मानक समय (IST) ग्रीनविच माध्य समय (GMT) से 5 घंटा, 30 मिनट (+5 घंटा, 30 मिनट) -(IST) 5 hours, 30 minutes from Greenwich Mean Time (GMT) (+5 hours, 30 minutes) आगे है।
  • जनसांख्यकीय परिवर्तन तथा प्रवास- Demographic change and migration
  • जनगणना 2011: अंतिम आंकड़े Census 2011: final figures
  • विश्व के 2.4 प्रतिशत भौगोलिक क्षेत्र वाले (विश्व में 7वां स्थान ) भारत में विश्व की 17.5 प्रतिशत-With 2.4 percent of the world’s geographical area (7th place in the world), India has 17.5 percent of the world’s geographical area) जनसंख्या निवासित है।
  • 2001-2011 के दशक में भारत की जनसंख्या में लगभग 182 मिलियन  (India’s population increased by approximately 182 million in the decade 2001–2011) की वृद्धि हुई है।
  • यदि उत्तर प्रदेश की जनसंख्या को भारत से पृथक किया जाए तो यह विश्व का 5वां सर्वाधिक जनसंख्या वाला राष्ट्र होगा चीन, भारत, सं.रा. अमेरिका और इंडोनेशिया के बाद। – China will be the 5th most populous nation in the world, India, UN After America and Indonesia)
  • राष्ट्रीय जनसंख्या नीति, 2000 में वर्ष 2045 तक जनसंख्या स्थिरीकरण (Population stabilization by the year 2045 in the National Population Policy, 2000 ) का लक्ष्य रखा गया था जिसे अब आगे बढ़ाते हुए वर्ष 2070 कर दिया गया है।
  • न्यूनतम जनसंख्या वाले 3 राज्य क्रमशः हैंसिक्किम > मिजोरम > अरुणाचल प्रदेश |( The 3 states with minimum population are Sikkim > Mizoram > Arunachal Pradesh respectively)
  •  दशकीय वृद्धि दर- Decadal growth rate
  • सर्वाधिक दशकीय वृद्धि दर वाले 5 राज्य हैंमेघालय (27.9%) -The 5 states with the highest decadal growth rate are Meghalaya(27.9%) अरुणाचल प्रदेश (26.0%), बिहार ( 25.4%), मणिपुर (24.5%) तथा जम्मू एवं कश्मीर (23.6%)।
  • न्यूनतम दशकीय वृद्धि दर वाले 5 राज्य हैं(There are 5 states with lowest decadal growth rate ) नगालैंड (- 0.6%), केरल (4.9%), गोवा (8.2%), आंध्र प्रदेश (11.0%) एवं सिक्किम (12.9%)
  • सर्वाधिक जन घनत्व (density )वाले 5 राज्य हैं- बिहार ( 1106). . बंगाल (1028), केरल (860) उत्तर प्रदेश (829) एवं हरियाणा
  • (573)1
  • न्यूनतम जन घनत्व वाले 5 राज्य हैं-अरुणाचल प्रदेश (17). मिजोरम (52), सिक्किम (86), नगालैंड (119) एवं हिमाचल प्रदेश (123) |
  • सर्वाधिक लिंगानुपात वाले 5 राज्य हैं – केरल (1084), तमिलनाडु (996), आंध्र प्रदेश (993), छत्तीसगढ़ (991 ) एवं मेघालय (989)
  • न्यूनतम लिंगानुपात(sex ratio) वाले 5 राज्य हैंहरियाणा (879), जम्मू एवं कश्मीर (889), सिक्किम (890) पंजाब (895) एवं उत्तर प्रदेश (912)
  • सर्वाधिक शिशु लिंगानुपात(Highest child sex ratio) वाले 5 राज्य हैंअरुणाचल प्रदेश (972) मिजोरम (970) मेघालय (970) छत्तीसगढ़ (969) एवं केरल (964)
  • न्यूनतम शिशु लिंगानुपात(minimum child sex ratio) वाले 3 राज्य हैं- हरियाणा (834). पंजाब (846) तथा जम्मू एवं कश्मीर (862)
  • साक्षरता दर- Literacy rate
  • सर्वाधिक साक्षरता दर वाले 5 राज्य हैं-केरल (94.0%), मिजोरम (91.3%), गोवा (88.7%) त्रिपुरा, (87.2%) एवं हिमाचल – प्रदेश (82.8%)।
  • न्यूनतम साक्षरता दर वाले 5 राज्य हैं- बिहार (61.8% ). अरुणाचल प्रदेश (65.4%), राजस्थान ( 66.1%), झारखंड (66.4%) एवं आंध्र प्रदेश (67.0%)।
  • सर्वाधिक पुरुष साक्षरता प्रतिशत वाले 3 राज्य हैं – केरल (96.1%), मिजोरम (93.3%) एवं गोवा (92.6% )।
  • न्यूनतम पुरुष साक्षरता प्रतिशत वाले 3 राज्य हैं- बिहार (71.2%), अरुणाचल प्रदेश (72.6% ) एवं आंध्र प्रदेश (74.9%)।
  • सर्वाधिक महिला साक्षरता प्रतिशत वाले 3 राज्य हैं – केरल (92.1%), मिजोरम (89.3%) एवं गोवा (84.7%)।
  • न्यूनतम महिला साक्षरता प्रतिशत वाले 3 राज्य हैं- बिहार (51.5%), राजस्थान ( 52.1%) एवं झारखंड (55.4%)।

विविध (Various)

  • काली मिट्टी को स्थानीय रूप से रेगुर / रेगड़ (Regur) या कपास मिट्टी या उष्णकटिबंधीय चेर्नोजेम (Regur or cotton soil or tropical chernozem) आदि अलग-अलग नामों से जाना जाता है।
  • भारत में काली मिट्टी का विस्तार (expanse of black soil) मुख्यतः महाराष्ट्र और साथ ही पश्चिमी मध्य प्रदेश, गुजरात आदि राज्यों के लगभग 5 लाख वर्ग किमी. क्षेत्र पर मिलता है।
  • काली मिट्टी कपास की खेती (cotton farming) के लिए अत्यधिक उपयुक्त होती है। काली मिट्टी में लोहा, चूना, कैल्शियम, पोटाश, एल्युमीनियम एवं मैग्नीशियम कार्बोनेट की अधिकता तथा नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और जैविक पदार्थों (ह्यूमस) (Nitrogen, phosphorus and organic matter (humus)) की कमी पाई जाती है। काली मिट्टी में तीव्र जलधारण की क्षमता पाई जाती है।
  • काली मिट्टी को स्वतः जुताई’ वाली मिट्टी (‘Auto tillage’ soil) कहा जाता है।
  • उष्णकटिबंधीय भारी वर्षा के कारण होने वाली तीव्र विक्षालन क्रिया के परिणामस्वरूप (as a result of intense leaching action) लैटेराइट मिट्टी का निर्माण हुआ है।
  • लैटेराइट मिट्टी की उर्वरता कम होती है।
  • कछारी मिट्टी (जलोढ़ मिट्टी) (Alluvial soil (alluvial soil)) सर्वाधिक क्षेत्र में पाई जाने वाली महत्वपूर्ण मिट्टी है।
  • कछारी मिट्टी देश के 40 प्रतिशत भागों के लगभग 15 लाख वर्ग किमी. (About 15 lakh square km of 40 percent parts.) क्षेत्र में विस्तृत है।
  • प्राचीनतम कॉप मिट्टी क्षेत्रों को बांगर (Bangar) कहते है।
  • नवीन कॉप मिट्टी वाले क्षेत्रों को खादर (Khadar) कहते हैं।
  • उ.प्र. के गंगा-यमुना दोआब एवं गंगा-रामगंगा दोआब क्षेत्रों में बांगर एवं खादर क्षेत्र (Bangar and Khadar area) विस्तृत हैं।
  • बलुई दोमट मिट्टी (Alluvial Sand Soil) की जलधारण क्षमता (water holding capacity) सबसे कम होती है, क्योंकि इसमें रवे भारी मात्रा में एवं बड़े होते हैं।
  • सामान्यतः दोमट मिट्टी (Loom Soil) में 40% बालू के कण 40% मृत्तिका (Clay) कण एवं 20% गाद के कण पाए जाते हैं।।
  • दलहनी फसलें (pulse crops) वायुमंडलीय नाइट्रोजन स्थिरीकरण के द्वारा मृदा को नाइट्रोजन से भरपूर कर देती हैं।
  • मिट्टी में नाइट्रोजन का स्थिरीकरण करने वाली प्रमुख फसले (Major nitrogen fixing crops) इस प्रकार हैं- अल्फाल्फा, ड्राई बीन्स, गारबेंजों बीन्स, मटर,  सोयाबीन, उड़द आदि ।
  • लाल मिट्टी में सिलिका एवं आयरन की बहुलता (abundance of silica and iron) होती है।
  • लाल मिट्टी का लाल रंग फेरिक ऑक्साइड की उपस्थिति के कारण (Due to the presence of ferric oxide) होता है, लेकिन जलयोजित रूप में यह पीली दिखाई देती है।
  • चिकनी मिट्टी में जल धारण की क्षमता सबसे अधिक (Highest water holding capacity) होती है।
  • पौधों को सबसे अधिक पानी चिकनी मिट्टी (Clay) में मिलता है।
  • मिट्टी का pH मान 7 से कम होना मिट्टी की अम्लीयता को तथा pH मान 7 से अधिक होना मिट्टी की क्षारीयता को बताता है।
  • अधिक अम्लीय या अधिक क्षारीय मिट्टी सामान्य फसलों के
  • लिए उपयुक्त नहीं होती है।( Is not suitable.)
  • सामान्य फसलें उगाने वाली मिट्टी का pH मान 6.0 7.0 के मध्य होना आवश्यक होता है।
  • मिट्टी की क्षारीयता को बदलने और उससे खारेपन को हटाने के लिए जिप्सम (कैल्शियम सल्फेट) का प्रयोग (Use of gypsum (calcium sulphate) to remove salinity from it) किया जाता है।
  • अधिक अम्लीय मिट्टी को कृषि योग्य बनाने के लिए चूने का प्रयोग किया जाता है।
  • चाय बागानों (Tea Plants) के लिए गहरी, अम्लीय और अच्छे जल निकास वाली मिट्टी की आवश्यकता होती है।
  • जल निकासी की पर्याप्त सुविधा के कारण ही चाय बागानों को पर्वतीय ढलानों पर (on mountain slopes) लगाया जाता है।
  • चम्बल घाटी क्षेत्र में खोह खड्डों का निर्माण अवनालिका अपरदन (Gully Erosion) के कारण हुआ है।
  • जल तथा वायु के प्रभावाधीन मृदा की ऊपरी परत कटकर बह जाने को ‘मृदा अपरदन’ (Soil Erosion) कहते हैं।
  • मृदा अपरदन मुख्यतः वनस्पतिहीन एवं ढालू क्षेत्रों (Vegetated and sloping areas) में अधिक होता है।
  • भारी वर्षा वाले क्षेत्रों में (In areas of heavy rainfall) अपरदन का कारक जल है, वहीं शु और अर्द्ध-शुष्क क्षेत्रों में इसका कारक वायु है।
  • मृदा अपरदन (soil erosion) प्राकृतिक कारकों का ही नहीं अपितु मानवीय क्रियाकलापों का भी परिणाम होता है।
  • जलीय अपरदन से उत्तर-पश्चिम का सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्र हिमालय का तराई प्रदेश (Himalayan foothills) है।
  • जिस मिट्टी का रंध्र जितना छोटा होगा उसमें केशिका क्रिया उतनी ही प्रभावशाली (Impressive) होगी।
  • जिस मिट्टी का रंध्र जितना बड़ा होगा उसमें केशिका क्रिया उतना ही कम प्रभावी (less effective) होगी।
  • कृत्रिम (Artificial) उपयोग में सुधार ही मृदा संरक्षण (soil Conservation) कहलाता है।
  • केंचुए (earthworms) मिट्टी के निर्माण एवं इसकी उत्पादकता में वृद्धि में विशेष गदान देते हैं।
  • केचुओं को ‘पारिस्थितिकी तंत्र का इंजीनियर’ (‘Ecosystem Engineer’) कहा जाता है।
  • केंद्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान (Central Soil Salin- ty Research Institute – CSSRI) करनाल, हरियाणा की रिपोर्ट के अनुसार, लवणीय मृदा की दृष्टि से गुजरात सर्वाधिक क्षेत्रफल वाला प्रदेश (Gujarat is the state with the largest area) है।
  • क्षारीय मृदा (alkaline earth) की दृष्टि से उत्तर प्रदेश सर्वाधिक क्षेत्रफल वाला राज्य है।
  • एजोला एवं नील हरित शैवाल (Azolla and blue green algae) का उपयोग जैव- उर्वरता के रूप में किया जाता है।
  • पॉडजोल (podzol) कोणधारी वन प्रदेशों में पाई जाने वाली मिट्टी है।
  • प्राचीन जलोढ़ मिट्टी (ऊंचाई वाले भागों में पाई जाने वाली) को राढ़ के नाम से जाना जाता है।
  • भारत की मिट्टियों में से रेगुर मिट्टियां (regur mitts) बेसाल्ट लावा के उपक्षय के कारण निर्मित हुई हैं।
  • स्टेनलेस स्टील (Stainless Steel) बनाने में सामान्यतः क्रोमियम एवं निकेल को प्रयोग में लाया जाता है।
  • टिस्को’ ‘TISCO’ (टाटा आयरन एंड स्टील कंपनी लिमिटेड) भारत की प्रमुख इस्पात कंपनी है।
  • टाटानगर (जमशेदपुर ) में स्थित टिस्को कारखाने की स्थापना वर्ष 1907 में की गई थी।
  • मिलाई स्टील प्लांट की स्थापना रूस के सहयोग (Russian cooperation) से छत्तीसगढ़ दुर्ग जिले में की गई।
  • स्वतंत्रता पश्चात भारत की द्वितीय पंचवर्षीय योजना में भारी एवं आधारभूत उद्योगों (heavy and basic industries) पर विशेष बल दिया गया।
  • द्वितीय पंचवर्षीय योजना (Second Five Year Plan) के अंतर्गत राउरकेला (ओडिशा), भिलाई (छत्तीसगढ़), दुर्गापुर (प. बंगाल) इस्पात संयंत्रों की स्थापना क्रमश: जर्मनी, सोवियत संघ तथा ब्रिटेन के सहयोग से की गई।
  • भारत एल्युमीनियम कंपनी लिमिटेड (BALCO-BharatAlu- minium Company Limited), वर्ष 1965 में निगमित की गई।
  • भारत एल्युमीनियम कंपनी लिमिटेड सार्वजनिक क्षेत्र की प्रथम एल्युमीनियम उत्पादक कंपनी (First Aluminum Producing Company) है।
  • हिंडालको(HINDALCO) आदित्य बिड़ला ग्रुप की कंपनी है। जो एल्युमीनियम और कॉपर का उत्पादन करती है।
  • नेशनल एल्युमीनियम कंपनी (NALCO) की स्थापना वर्ष 1981 में ओडिशा में की गई।
  • डुंडीगल (हैदराबाद) में भारतीय वायु सेना अकादमी है।
  • डीजल लोकोमोटिव वर्क्स (Diesel Locomotive Works- DLW) वाराणसी में स्थित है।
  • डीजल लोकोमोटिव वर्क्स की स्थापना वर्ष 1961 में भारतीय रेलवे द्वारा की गई थी। इसमें रेल के डीजल इंजनों और उनके अन्य कुलपुर्जों का निर्माण किया जाता है।
  • इंडियन टेलीफोन इंडस्ट्रीज (Indian Telephone Industries) की स्थापना वर्ष 1948 में की गई थी।
  • भारत इलेक्ट्रॉनिक लि. (Bharat Electronics Limited-BEL) वर्ष 1954 में निगमित की गई।
  • मथुरा में तेलशोधन कार्य इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लि. (Indian Oil Corporation Ltd.) की रिफाइनरी से किया जा रहा है।
  • सीमेंट उत्पादन (Cement production) में भारत का द्वितीय स्थान है।
  • चुनार (मिर्जापुर) Chunar (Mirzapur) सीमेंट उद्योग के लिए प्रसिद्ध है।
  • उत्तर प्रदेश में सीमेंट के अन्य कारखाने दादरी (गौतमबुद्ध नगर), चुर्क (सोनभद्र) एवं डाला (सोनभद्र) में स्थित है।
  • फिरोजाबाद कांच की चूड़ियां (glass bangles) बनाने के लिए विश्वविख्यात है।
  • भारत में जलयान का कारखाना वर्ष 1941 में विशाखापत्तनम (Visakhapatnam) में स्थापित किया गया, जिसे वर्ष 1952 में सरकार ने अधिग्रहीत करके उसका नाम हिन्दुस्तान शिपयार्ड रखा।
  • विशाखापत्तनम, कोलकाता, गोवा, मुंबई तथा कोचीन भारत के प्रमुख जलयान निर्माण केंद्र (major shipbuilding centers) हैं।
  • भारत में प्रथम उर्वरक संयंत्र (first fertilizer plant) सार्वजनिक क्षेत्र के अंतर्गत वर्ष 1951 में बिहार के सिंदरी में स्थापित किया गया था।
  • फूलपुर (प्रयागराज, उ. प्र.) में भारत का सहकारिता क्षेत्र में सबसे बड़ा उर्वरक कारखाना (The largest fertilizer factory in the cooperative sector) स्थित है।
  • 1854 ई. में मुंबई में प्रथम सफल सूती वस्त्र के कारखाने (First successful cotton textile factory in Mumbai in 1854 AD) (द बॉम्बे स्पिनिंग मिल) की स्थापना कवासजी नानाभाई डावर द्वारा की गई थी।
  • डायमंड पार्क (Diamond Park) वे औद्योगिक केंद्र हैं, जो हीरों-जवाहरातों और आभूषणों के निर्माण और निर्यात को प्रोत्साहित करने के लिए बनाए गए हैं।
  • पंजाब राज्य में लुधियाना होजरी उद्योग (hosiery industry) के लिए प्रसिद्ध है। लुधियाना को पंजाब की औद्योगिक राजधानी कहा जाता है।
  • तमिलनाडु में स्थित कांचीपुरम तथा मध्य प्रदेश के अशोक नगर जिले में स्थित चंदेरी, पारंपरिक साड़ी / वस्त्र उत्पादन (Chanderi, traditional saree/garment production) के लिए विख्यात हैं।
  • राउरकेला इस्पात संयंत्र को क्योंझर से लौह अयस्क (Iron ore) की आपूर्ति होती है।
  • स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया (steel authority of india) की स्थापना वर्ष 1974 में हुई । सॉफ्टवेयर फूटलूज उद्योग का एक उदाहरण है।
  • भारत में नारवापहाड़ खान झारखंड में स्थित यूरेनियम की खान है, जिसका संचालन यूरेनियम कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लि. द्वारा किया जा रहा है।
  • फर्रुखाबाद हाथ की छपाई (hand printing) के लिए जाना जाता है। फिरोजाबाद कांच की चूड़ियां (glass bangles) बनाने के लिए प्रसिद्ध है। उत्तर प्रदेश में चमड़ा उद्योग के (leather industry) प्रमुख केंद्र आगरा और ” कानपुर हैं।
  • उत्तर प्रदेश में दियासलाई उद्योग (matchmaking industry) का प्रमुख केंद्र बरेली है।
  • गैसोहॉल की पायलट परियोजना उत्तर प्रदेश के आंवला (बरेली) (Amla (Bareilly) में आरंभ की गई है।
  • कानपुर को उत्तर प्रदेश का मानचेस्टर (Manchester) कहा जाता है।
  • प्लाईवुड का निर्माण काजू की लकड़ी (cashew wood) से किया जाता है।
  • सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के वर्ष 2019-20 के वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, भारत का सड़क नेटवर्क लगभग 58.98 लाख किमी. (India’s road network is approximately 58.98 lakh km. ) है, जो विश्व में दूसरा सबसे बड़ा सड़क नेटवर्क है।
  • सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा 5 मार्च, 2010 को जारी अधिसूचना के अनुसार, भारत का सबसे लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग NH 27 E. W. है।
  • राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 327 B भारत का सबसे छोटा राष्ट्रीय राजमार्ग है। इसकी कुल लंबाई 1.20 किमी. है।
  • भारत की स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता को आपस में जोड़ती है।
  • पूर्व-पश्चिम गलियारा सिलचर (असम) को पोरबंदर (गुजरात) से तथा उत्तर-दक्षिण गलियारा श्रीनगर को कन्याकुमारी से जोड़ता है।
  • ये एक-दूसरे को झांसी (उत्तर प्रदेश) में काटते हैं।
  • नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अनुसार, 30 सितंबर, 2019 तक राष्ट्रीय राजमार्गों की सर्वाधिक लंबाई महाराष्ट्र (Maharashtra) (17756.6 किमी.) में पाई जाती है।
  • राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना (National Highway Development Project) दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई को जोड़ती है।
  • 500 से अधिक जनसंख्या वाले सभी ग्रामों को प्रत्येक मौसम के लिए अनुकूल अच्छी सड़कों से जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (Pradhan Mantri Gram Sadak Yojana) 25 दिसंबर, 2000 को प्रारंभ की गई।
  • भारत में लॉर्ड डलहौजी के काल (Lord Dalhousie’s era) में सर्वप्रथम रेलमार्ग 1853 ई. में बनकर तैयार हुआ, जिस पर 16 अप्रैल, 1853 को मुंबई (तत्कालीन बॉम्बे) से थाणे के बीच पहली ट्रेन चलाई गई थी।
  • रेलमार्गों को चौड़ाई (पटरियों के मध्य दूरी) की दृष्टि से तीन भागों में विभक्त किया गया है।
  • मीटर गेज- (Meter gauge) दोनों पटरियों के मध्य मी. की दूरी होती है।
  • चौड़ी या बड़ी लाइन (wide or long line)- दोनों पटरियों के मध्य 1.676 मी. या – 1676 मिमी. या 5½ फीट की दूरी होती है।
  • छोटी लाइन- दोनों पटरियों के मध्य 762 मिमी. या 610 मिमी. की दूरी होती है।
  •  भारत में पहाड़ी क्षेत्रों में कई रेलवे लाइनों का निर्माण किया गया है, जिन्हें सम्मिलित रूप से ‘माउंटेन रेलवे ऑफ इंडिया’ (Mountain Railway of India) के नाम से जाना जाता है।

          रेलवे जोन एवं मुख्यालय (Railway Zone and Headquarters)

          जोनमुख्यालय  
   1. सेंट्रल रेलवे 2. पूर्व रेलवे 3. पूर्व मध्य रेलवे 4. पूर्व- तटीय रेलवे        15. उत्तर रेलवे 6. उत्तर-मध्य रेलवे 7. उत्तर-पूर्वी रेलवे 8. पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे 9. उत्तर-पश्चिम रेलवे 10. दक्षिण रेलवे 11. दक्षिण-मध्य रेलवे 12. दक्षिण-पूर्व रेलवे        13. दक्षिण-पश्चिम रेलवे 14. दक्षिण-पूर्व मध्य रेलवे 15. पश्चिम रेलवे 16. पश्चिम-मध्य रेलवे 17. कोलकाता मेट्रो रेलवे        18. दक्षिण तटीय रेलवे  सीएसटी, मुंबई (महाराष्ट्र) कोलकाता (प.बंगाल) हाजीपुर (बिहार)        भुवनेश्वर (ओडिशा)        नई दिल्ली (दिल्ली)        प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) गोरखपुर (उत्तर प्रदेश) मालीगांव (असम) जयपुर (राजस्थान) चेन्नई (तमिलनाडु) सिकंदराबाद (आंध्र प्रदेश)        गार्डेन रीच, कोलकाता        (प. बंगाल) हुबली (कर्नाटक) बिलासपुर (छत्तीसगढ़) चर्चगेट, मुंबई (महाराष्ट्र) जबलपुर (मध्य प्रदेश) कोलकाता (प. बंगाल)        विशाखापत्तनम
  • कांडला बंदरगाह कच्छ की खाड़ी (Kandla Port Gulf of Kutch) के शीर्ष पर भुज से लगभग 48 किमी. की दूरी पर गुजरात में अवस्थित है।
  • कांडला एक प्राकृतिक बंदरगाह (natural harbor) है।
  • भारत का सबसे गहरा पत्तन (deepest port) विशाखापत्तनम है।
  • मर्मुगाओ पत्तन (Mormugao Port) जुआरी नदी के मुहाने पर गोवा राज्य में अवस्थित है।
  • ” चेन्नई भारत का दूसरा सबसे बड़ा बंदरगाह (largest port)- ( प्रथम – मुंबई) तथा सबसे बड़ा कृत्रिम बंदरगाह (artificial port) है।
  • यह एक खुला सागरीय बंदरगाह (open sea port) भी है।
  • विशाखापत्तनम एवं कोच्चि बंदरगाह प्राकृतिक बंदरगाह (natural harbor) जबकि तूतीकोरिन कृत्रिम (Artificial) बंदरगाह है।
  • काकीनाड़ा (Kakinada) आंध्र प्रदेश का बंदरगाह नगर है।
  • यह एंकरेज (Anchorage) एवं डीप वाटर पोर्ट है।
  • वर्तमान में भारत में 12 प्रमुख बंदरगाह हैं, जो निम्न हैं-1. -कोलकाता, 2. पारादीप, 3. विशाखापत्तनम, 4. चेन्नई, 5. वी. ओ. चिदम्बरनार (पूर्व नाम- तूतीकोरिन ), 6. कोचीन, 7. न्यू मंगलोर, ९. मर्मुगाओ, 9. मुंबई, 10. जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (न्हावा शेवा), महाराष्ट्र, 11. कामराजार (एन्नौर) एवं 12. दीनदयाल (कांडला) पोर्ट।
  • एन्नोर देश का प्रथम निगमित बंदरगाह है।
  • दीक्षा सागरीय बंदरगाह उसे कहते हैं, जहां जलीय पोत तट दूर खुले सागर में ही लंगर डालते हैं।
  • न्हावा शेवा पत्तन मुंबई बंदरगाह के दबाव को कम करने के लिए स्थापित (वर्ष 1989 से प्रयोग) किया गया था।
  • भारतीय पर्यटन मंत्रालय ने भारत में पर्यटन को प्रोत्साहित करने हेतु अतुल्य भारत (incredible India) अवधारणा का उपयोग किया है।
  • स्वर्णिम चतुर्भुज (Golden Quadrilateral) परियोजना का संबंध राजमार्ग से है।
  • भारत के बंदरगाहों में से कांडला बंदरगाह (Kandla Port) एक आयात नौभार (Import Cargo) का उच्चतम टन भार संभालता है।
  • सेतुसमुद्रम परियोजना, मन्नार की खाड़ी और पाक खाड़ी (Gulf of Mannar and Palk Gulf) को जोड़ती है।
  • राष्ट्रीय अंतरदेशीय नौवहन संस्थान पटना में अवस्थित है।
  • यमुना एक्सप्रेस वे’ ग्रेटर नोएडा से आगरा तक है। ‘जनरथ’ (Is from Greater Noida to Agra. ‘Janrath’) उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रारंभ की गई निम्न लागत ए.सी. बस सेवा को नाम दिया गया है।
  • भारत में 1850 ई. में सर्वप्रथम टेलीग्राफ सेवा कलकत्ता और डायमंड हार्बर (Calcutta and Diamond Harbor) के बीच शुरू की गई।
  • मध्य प्रदेश में सर्वाधिक अनुसूचित जनजाति हैं।
  • चित्रकूट में प्रथम विकलांग विश्वविद्यालय स्थापित किया गया है।
  • गुरु गोविंद सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज की स्थापना उत्तर प्रदेश में लखनऊ (Lucknow) में की गई है।
  • उत्तर प्रदेश में कंप्यूटर एडेड डिज़ाइनिंग’ परियोजना का केंद्र लखनऊ में स्थित है।
  • उत्तर प्रदेश में बायो-टेक पार्क लखनऊ में स्थापित है।
  • गोकुल बैराज परियोजना (Gokul Barrage Project) उत्तर प्रदेश की पेयजल परियोजना है।
  • ”च्लास’ नामक घास बुंदेलखंड में बहुतायत मात्रा में पाई जाती है।
  • भारत का सबसे प्राचीन उद्योग सूत्री वस्त्र उद्योग (point clothing industry) है।

         भारत में सर्वाधिक बड़ा लंबा एवं ऊंचा (Biggest tall and tallest in India)

सबसे ऊंची चोटी सबसे लंबी सड़क सबसे लंबी नदी सबसे बड़ा म्यूजियम सबसे बड़ा जिला (क्षेत्रफल) सबसे ऊंचा बांध सबसे बड़ा रेगिस्तान सर्वाधिक वर्षा का स्थान सबसे बड़ा गुम्बज सबसे लंबा रेलवे प्लेटफॉर्म भारत की सबसे लंबी सहायक नदी भारत का सर्वोच्च सम्मान सबसे बड़ा पशुओं का मेला        सबसे ऊंची मीनार भारत का सर्वोच्च शौर्य सम्मान सबसे बड़ा गुरुद्वारा सबसे अधिक ऊंचाई पर स्थित युद्ध स्थल भारत का सबसे बड़ा नदी द्वीप        सबसे अधिक मार्ग बदलने वाली नदीगॉडविन ऑस्टिन (K-2) ग्रैंड ट्रंक रोड गंगा नदी        इण्डियन म्यूजियम (कोलकाता)        कच्छ (गुजरात)        टिहरी (उत्तराखंड)        थार (राजस्थान)        मॉसिनराम (मेघालय)        गोल गुम्बज (बीजापुर) गोरखपुर (उत्तर प्रदेश) यमुना नदी भारत रत्न सोनपुर (बिहार)        कुतुबमीनार (दिल्ली) परमवीर चक्र स्वर्ण मंदिर, अमृतसर सियाचिन ग्लेशियर माजुली (ब्रह्मपुत्र नदी, असम)        कोसी नदी