विश्व का भूगोल- World geography

विश्व का भौतिक भूगोल- Physical geography of the world

नदियां तथा नदियों की घाटी- Rivers and River Valleys

अपवाह क्षेत्र की दृष्टि से विश्व की सबसे बड़ी नदी अमेजन P नदी‘ (Amazon River) है।

 अमेजन का अपवाह क्षेत्र अनुमानतः 70 लाख वर्ग किमी. तथा लंबाई लगभग 6,400 किमी.(70 lakh sq km. And length is approximately 6,400 km.) है।

लंबाई की दृष्टि से विश्व की सबसे बड़ी नदी नील नदी (Nile River) है, जो पूर्वी अफ्रीका में लगभग 6,650 किमी. दूरी में प्रवाहित है।

कांगो नदी (Congo River) मध्य अफ्रीका में लगभग 4,700 किमी. लंबाई में प्रवाहित होती है। यह विषुवत रेखा को दो बार विभाजित करती है।

विश्व की सर्वाधिक लंबी पांच नदियां और उनकी लंबाई इस प्रकार हैThe five longest rivers of the world and their length are as follows

1. नील नदी -6,650 किमी.- Nile River -6,650 km.

2. अमेजन नदी – 6, 400 किमी.- Nile River -6,650 km.

3. यांग्त्जी (चेंग जियांग ) – 6,300 किमी.- Nile River -6,650 km.

4. मिसीसिपीमिसौरीजेफरसन – 6,275 किमी.- Mississippi-Missouri-Jefferson – 6,275 km.

5. यानीसीअंगारासेलेंगा – 5,539 किमी.-  Yenisei – Angara – Selenga – 5,539 km.

मिसीसिपीमिसौरी मेक्सिको की खाड़ी में गिरती है।

मिसीसिपी- मिसौरी उत्तरी अमेरिका की सबसे लंबी नदी मिस्र(Egypt, the longest river in North America) को नील नदी का उपहार कहा जाता है।

नील नदी जिन क्षेत्रों से प्रवाहित होती है वह क्षेत्र सहारा मरुस्थल में मरुधान (नखलिस्तान)- (Oases in the Sahara Desert )के समान है।

आमूर, लीना(Amur, Lena) और ओब नदियां अपने उद्गम क्षेत्र से उत्तर की ओर प्रवाहित होती हैं, जबकि सालवीन नदी अपने उद्गम क्षेत्र से दक्षिण की ओर प्रवाहित होती है।

यूकॉन नदी (Yukon River) सं.रा. अमेरिका के अलास्का प्रांत (Yukon River US state of Alaska )में प्रवाहित होती है।

यूकॉन नदी का आधा भाग कनाडा में प्रवाहित होता है, इसकी लंबाई 3,700 किमी. है।

मैकेंजी नदी (Mackenzie River) कनाडा के उत्तर-पश्चिमी भाग पर ग्रेट स्लेव झील के पास से उद्गमित होकर उत्तर की ओर बहती हुई आर्कटिक महासागर में गिरती है 1,738 किमी. लंबी यह नदी कनाडा की सर्वाधिक लंबी नदी है।

सेंट लारेंस नदी (Saint Lawrence River) महान झीलों को अटलांटिक महासागर से जोड़ती है।

सेंट लारेंस नदी सं.रा. अमेरिका और कनाडा-( St. Lawrence River No. America and Canada) के मध्य अंतरराष्ट्रीय सीमा रेखा भी बनाती है।

डेन्यूब नदी (Danube River) यूरोप की दूसरी सबसे लंबी नदी है।

डेन्यूब नदी का उद्गम जर्मनी से होता है तथा यह काला सागर में मिल जाती है।

वोल्गा नदी (Volga River) यूरोप की सबसे लंबी नदी है।

वोल्गा नदी का उद्गम वल्दाय पहाड़ियों से होता है तथा यह कैस्पियन सागर में मिल जाती है।

यूराल नदी (Ural River) दक्षिणी यूराल पर्वत से उद्गमित होकर कैस्पियन सागर में मिलती है।

स्विस आल्प्स पर स्थित ‘रेन वाल्डहॉर्न ग्लेशियर‘ (Rhein Waldhorn Glacier) से निकलने वाली राइन नदी (Rhine River) अंश घाटी (Rift valley) से होकर प्रवाहित होती हुई उत्तरी सागर में समुद्र से मिल जाती है।

लोप नोर (Lop Nor) चीन में स्थित एक लवणीय झील है। अमूर नदी (Amur River) 2824 किमी. लंबाई में प्रवाहित होती है तथा चीन और रूस की सीमा बनाती हुई प्रशांत महासागर (तर्तारी की खाड़ी) – Pacific Ocean (Gulf of Tartari) में गिरती है।

महावेली गंगा श्रीलंका की सबसे लंबी (335 किमी.) नदी है, जो उत्तर-पूर्व की ओर बहते हुए बंगाल की खाड़ी में मिल जाती है।

संसार का सबसे बड़ा द्वीप ग्रीनलैंड (Greenland) है।

बोर्नियो(Borneo) विश्व का तीसरा सबसे बड़ा द्वीप है।

बोर्नियो द्वीप राजनीतिक रूप से तीन देशों इंडोनेशिया ( 73%). मलेशिया (26%) और ब्रुनेई (1%) में विभाजित है

बोर्नियो द्वीप राजनीतिक रूप से तीन देशों इंडोनेशिया ( 73%). मलेशिया (26%) और ब्रुनेई (1%) में विभाजित है।

मेडागास्कर द्वीप हिंद महासागर के दक्षिण-पश्चिम (Madagascar island southwest of the Indian Ocean) में अवस्थित है।

डियागो (Diogo) गार्सिया हिंद महासागर में स्थित है।

शीतयुद्ध के समय सं. रा. अमेरिका एवं ब्रिटेन ने डियागो गार्शिया में वायु / नौसेना का ईंधन आपूर्ति केंद्र बनाया।

फिजी दक्षिणी प्रशांत महासागर का एक द्वीपीय राष्ट्र है।

जापान मुख्यतः चार द्वीपों होकैडो, होन्शू, शिकोकू और क्युशु का समूह है।

जापान के चारों द्वीपों में होन्शू सबसे बड़ा है।

जापान की राजधानी टोक्यो इसी द्वीप पर स्थित है।

‘माजुली द्वीप (Majuli Island) ब्रह्मपुत्र नदी के मध्य में स्थित विश्व का सबसे बड़ा ताजे पानी का नदी द्वीपीय तंत्र है।

ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप एक द्वीपीय महाद्वीप है।

ऑस्ट्रेलिया आकार की दृष्टि से विश्व का सबसे छोटा महाद्वीप है।

विश्व का सबसे ऊंचा जल प्रपात साल्टो एंजेल (Salto Angel) है जिसकी  ऊंचाई 979 मीटर है।

साल्टो एंजेल(Salto Angel) प्रपात वेनेजुएला के कनैमा नेशनल पार्क में रियो करोनी (Rio Caroni) नदी पर स्थित है।

दुगेला जल प्रपात द. अफ्रीका में दुगेला नदी (The Dugela River in Africa )पर स्थित है।

रिब्बन जल प्रपात सं.रा. अमेरिका के कैलिफोर्निया प्रांत के योसेमाइट नेशनल पार्क (Yosemite National Park )में रिब्बन नदी पर स्थित है।

नियाग्रा जल प्रपात सं.रा. अमेरिका और कनाडा की सीमा पर नियाग्रा नदी पर स्थित है।

विक्टोरिया प्रपात (Victoria Falls) दक्षिण-मध्य अफ्रीका में जाम्बिया-जिम्बाब्वे सीमा पर जाम्बेजी नदी (Zambezi River) पर स्थित है।

स्वेज नहर (Suez Canal) मिस्र के सिनाई प्रायद्वीप (Sinai Peninsula) में बनाई गई विश्व की सबसे बड़ी कृत्रिम नहर है।

1869 ई. में स्वेज नहर की लंबाई 164 किमी. थी तथा वर्ष 2015 में इसकी कुल लंबाई 193.30 किमी थी

भूमध्य सागर (Mediterranean sea) और लाल सागर (Red Sea) को जोड़ने वाली स्वेज नहर को 1869 ई. में जहाजों के आवागमन के लिए खोल दिया गया था।

स्वेज नहर विश्व की सबसे बड़ी पोतवाहक नहर (shipping canal) है।

पनामा नहर अटलांटिक महासागर को प्रशांत महासागर (Atlantic Ocean to Pacific Ocean) से जोड़ती है।

‘सू नहर’ (Soo Canal) उत्तरी अमेरिका की पांच महान झीलों में से दो सुपीरियर और ह्यूरन झील को जोड़ती है।

कील नहर (Kiel Canal) उत्तरी सागर (North Sea) को बाल्टिक सागर (Baltic Sea) से जोड़ती है।

जर्मनी में स्थित कील नहर विश्व की सबसे व्यस्ततम नहर है।

जिब्राल्टर जलडमरूमध्य, जो स्पेन (यूरोप) एवं मोरक्को (अफ्रीका) के भू-भागों-Strait of Gibraltar, which separates the landmasses of Spain (Europe) and Morocco (Africa) को अलग करता है तथा अटलांटिक महासागर को भूमध्य सागर से जोड़ता है।

पनामा जलडमरूमध्य जो उत्तरी अमेरिका महाद्वीप को दक्षिणी अमेरिका महाद्वीप के साथ संलग्न करता है तथा अटलांटिक महासागर को प्रशांत महासागर से अलग करता है।

मलक्का जलसंधि (Strait of Malacca) इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीप को मलेशिया से अलग करती है।

मलक्का जलसंधि हिंद महासागर को प्रशांत महासागर जोड़ती है। से

‘हारमुज जलसंधि फारस की खाड़ी तथा ओमान की खाड़ी के मध्य अवस्थित है।

एशिया एवं उत्तरी अमेरिका महाद्वीप को बेरिंग जलडमरूमध्य (Bering Strait) अलग करता है।

डोवर जलडमरूमध्य इंग्लिश चैनल एवं उत्तर सागर को संयुक्त करता है।

पाक जलसंधि (Palk Strait) भारत के तमिलनाडु राज्य और श्रीलंका के मध्य स्थित है।

पाक स्ट्रेट बंगाल की खाड़ी को मन्नार की खाड़ी से जोड़ती है।

फारस की खाड़ी से सीमा बनाने वाले देश हैं-संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन, सऊदी अरब, ईरान, इराक, कुवैत तथा कतर

बोयनिया की खाड़ी स्वीडन और फिनलैंड के मध्य अवस्थित है. बैफिन की खाड़ी कनाडा और ग्रीनलैंड के मध्य, कारपेंटरिया की खाड़ी ऑस्ट्रेलिया में, जबकि टोन्किन की खाड़ी वियतनाम और चीन के मध्य अवस्थित है।

बॉसफोरस (बॉसपोरस) जलसंधि-काला सागर एवं मरमरा सागर को जोड़ती है।

स्थलरुद्ध (Landlocked ) देश वे देश होते हैं जिनकी अंतरराष्ट्रीय सीमाएं समुद्र से नहीं मिलती हैं।

विश्व के स्थलरुद्ध देशों की संख्या 45 है।

उत्तरी अमेरिका महाद्वीप में कोई स्थलरुद्ध देश नहीं है।

जॉर्जिया तथा टर्की ऐसे देश हैं जिनका विस्तार एशिया से लेकर यूरोपीय महाद्वीप तक है।

गंगा डेल्टा (Ganges Delta) विश्व का वृहत्तम डेल्टा है।

इसे गंगा ब्रह्मपुत्र डेल्टा (Ganges-Brahmaputra Delta) के नाम से भी जाना जाता है।

ग्रांड कैनियन सं.रा. अमेरिका के एरिजोना प्रांत में कोलोराडो नदी पर स्थित एक खड्ड (Gorge) है।

स्त्री नदी के तट पर जर्मनी के सैक्सोनी ( Saxony), ब्रांडेनवर्ग (Brandenburg) तथा बर्लिन (Berlin) नगर अवस्थित हैं।

पोटोमेक (Potomac) नदी दक्षिण-पश्चिम मेरीलैंड से प्रवाहित होकर वाशिंगटन डी.सी. तथा उससे आगे जाकर ‘चेसापीक खाड़ी’ (Chesapeake Bay) में गिरती है।

सीन (Scin) नदी उत्तरी फ्रांस में प्रवाहित होती है।

सीन नदी फ्रांस की दूसरी सर्वाधिक लंबी (प्रथम लोरी) नदी है, जो पेरिस से होकर बहती है और पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है।

डेन्यूब नदी पर स्थित मुख्य नगर विएना, ब्रातिस्लावा, बुडापेस्ट और बेलग्रेड(Vienna, Bratislava, Budapest and Belgrade) हैं।

विक्टोरिया झील (Lake Victoria) को विक्टोरिया न्यांजा (Victoria Nyanza) के नाम से भी जाना जाता है।

विक्टोरिया झील सतह पर विश्व की दूसरी सबसे बड़ी ताजे पानी की झील है।

विक्टोरिया झील पर तंजानिया, युगांडा और केन्या (Tanzania, Uganda and Kenya) तीनों देशों का ही प्रशासनिक अधिकार है।

 भूजल संसाधन

(Groundwater Resources)

  • धरातलीय जल के चार मुख्य स्रोत हैं- नदियां, झीलें, तलैया और तालाब ।
  • ग्रेट लेक्स’ उत्तरी अमेरिका महाद्वीप के उत्तर-पूर्व में स्थित ताजे पानी की झीलों का समूह है।
  • संयुक्त राज्य अमेरिका एवं कनाडा की सीमा पर स्थित (मिशिगन केवल अमेरिका में) वृहत झीलों का पूर्व से पश्चिम की ओर क्रम इस प्रकार है- ओंटेरियो-ईरी-ह्यूरन मिशिगन -सुपीरियर
  • विश्व की सबसे बड़ी ताजे पानी की झील (World’s Largest Fresh Water Lake) सुपीरियर झील (Lake Superior) है, जो कनाडा और सं.रा. अमेरिका के मध्य स्थित पांच महान झीलों में से एक है।
  • विश्व की सर्वाधिक गहरी झील रूस के साइबेरिया क्षेत्र में स्थित बैकाल झील (Baikal Lake) है।
  • बैकाल झील की गहराई 1620 मीटर है।
  • कैस्पियन सागर (Caspian Sea 3,71,000 वर्ग किमी.) क्षेत्रफल में विश्व की सबसे बड़ी झील (largest lake)है।
  • टिटिकाका झील (Titicaca Lake) पेरू एवं बोलिविया की सीमा पर स्थित है।
  • विक्टोरिया झील (Lake Victoria) तंजानिया, युगांडा एवं केन्या के मध्य अवस्थित है।
  • मृत सागर (Dead Sea) जॉर्डन, इस्राइल एवं फिलीस्तीनी भू- भाग पर स्थित है।
  • वे सभी जलराशियां, जो स्थल पर बने किसी बेसिन को घेरे रहती हैं, झील (Lake) कहलाती हैं।
  • कैस्पियन सागर झील खारे पानी की झील (Lake) है।
  • अरल सागर खारे पानी की झील है, (Aral Sea is a salt water lake) जो कजाख्स्तान एवं उज्बेकिस्तान की सीमा पर स्थित है।
  • अंगुलियोंनुमा’ झील (Finger Lake) छोटी-छोटी झीलों की श्रृंखला है, जो अमेरिका के न्यूयॉर्क राज्य में स्थित है।
  • फिनलैंड को झीलों की वाटिका’ (Garden of Lakes) के नाम से संबोधित किया जाता है।

  पर्वत, पहाड़ियां तथा हिमनद

(Mountains, Hills and Glaciers)

  • एंडीज (Andes) दक्षिण अमेरिका (South America) की प्रमुख एवं विश्व की सबसे लंबी पर्वत श्रेणी ( World’s Longest Mountain Range) है। इसकी लंबाई लगभग 7200 किमी. है।
  • रॉकी पर्वत (Rocky Mountain ) उत्तरी अमेरिका की प्रमुख वलित पर्वत श्रेणी (folded mountain range) है, इसकी लंबाई 4800 किमी. है।
  • हिमालय पर्वत (Himalayan Mountains) दक्षिण एशिया में भारत के उत्तरी सिरे पर स्थित है।
  • हिमालय की (of the Himalayas) लंबाई लगभग 2500 किमी. है।
  • दक्षिण आल्पस पर्वतमालाएं (Southern Alps) न्यूजीलैंड के दक्षिण द्वीप के पश्चिमी भाग पर फैली हैं।
  • दक्षिण आल्पस की सर्वोच्च चोटी आवोराकी/ माउंट कुक (3754 मी.) है।
  • आल्पस पर्वत श्रेणी (Alps Mountain Range) का विस्तार फ्रांस, ऑस्ट्रिया, जर्मनी एवं स्विट्जरलैंड में है।
  • आल्पस का सर्वोच्च बिंदु माउंट ब्लैंक (mount blanc)है, जिसकी ऊंचाई 4,810 मीटर है।
  • आल्पस पर्वत नवीन मोड़दार पर्वत (new twisty mountain) का प्रमुख उदाहरण है।
  • सफेद पर्वत (White Mountain ) सं.रा. अमेरिका के कैलिफोर्निया में स्थित है।
  • बर्मीज अराकान योमा पर्वत (Burmese Arakan Yoma Mountains) चाप पश्चिमी म्यांमार में भारत और म्यांमार के बीच सीमा निर्धारित करने वाली मुख्य श्रेणी है।
  • अराकान योमा पर्वत (arakan yoma mountain) की प्रमुख पहाड़ियां नगा, चिन, लुशाई तथा पटकोई हैं।
  • अराकान योमा पर्वत की सर्वोच्च चोटी माउंट विक्टोरिया (mount victoria) (3094 मी.) है।
  • जर्मनी स्थित ब्लैक फॉरेस्ट (Black Forest) तथा फ्रांस स्थित वास्जेस ब्लॉक पर्वत के उदाहरण हैं।
  • ब्लैक फॉरेस्ट पर्वत दक्षिण-पश्चिम जर्मनी (south-west germany) में अवस्थित है।
  • ब्लैक फॉरेस्ट की सर्वोच्च चोटी फेल्डबर्ग (1493 मी.) है।

महाद्वीपों की सर्वोच्च ज्वालामुखी/चोटियां

(Highest volcanoes/peaks of continents)

चोटी / ज्वालामुखीमहाद्वीप / क्षेत्रपर्वत श्रेणी
ओजोस डेल सलाडोदक्षिण अमेरिकाएंडीज (चिली/अर्जेंटीना)
किलिमंजारोअफ्रीकांकिलिमंजारो (तंजानिया)
एल्ब्रुसयूरोपकाकेशस (रूस)
पिको डे ओरिजाबाउत्तरी अमेरिकाट्रांस मेक्सिकन ज्वालामुखी बेल्ट (मेक्सिको)
दामाबंदएशियाएल्बोर्ज (ईरान)
माउंट गिलुवेओशेनियासदर्न उच्च भूमि (पापुआ न्यूगिनी)
माउंट सिडलेअंटार्कटिका
  • राइन नदी स्विट्जरलैंड में आल्पस पर्वत (Alps Mountains) से निकलकर जर्मनी एवं नीदरलैंड्स में बहती हुई उत्तरी सागर में गिरती है।
  • कोलोन और बॉन शहर राइन नदी के तट (banks of the Rhine) पर स्थित हैं।
  • राइन के पूर्वी किनारे पर ब्लैक फॉरेस्ट और पश्चिमी किनारे पर वॉरजेस (Vosges) पर्वत स्थित हैं।
  • ब्लैक पर्वत (Black Mountain) संयुक्त राज्य अमेरिका के नार्थ कैरोलीना प्रांत में अवस्थित है।
  • ब्लैक पर्वत ग्रेट अप्लेशियन पर्वत तंत्र (Great Appalachian Mountain System) का एक भाग है।
  • आल्पस, एंडीज और हिमालय पर्वत टर्शियरी / अल्पाइन युगीन वलित पर्वत (fold mountain) हैं।
  • रॉकीज एवं एटलस (Rockies and Atlas) भी वलित पर्वत हैं।
  • अप्लेशियन एक प्राचीन पर्वत है, जिसका निर्माण कैलिडोनियन युग (Caledonian Era) में हुआ।
  • ड्रैकेन्सबर्ग पर्वत (Drakensberg Mountain) दक्षिण अफ्रीका का सर्वोच्च पर्वत है।
  • ड्रैकेन्सबर्ग की ऊंचाई 3,482 मीटर है तथा इसका विस्तार दक्षिण अफ्रीका एवं लेसोथो दो देशों में है।
  • माउंट टिटलिस स्विट्जरलैंड (Switzerland) में अवस्थित है।
  • माउंट टिटलिस (Mount Titlis) ज्वालामुखी के लावा के शीतलन से निर्मित पर्वत है।
  • स्पेन और फ्रांस के मध्य पिरेनीज पर्वत (The Pyrenees Mountains between Spain and France) सीमा बनाता है।
  • पिरेनीज पर्वत (Pyrenees Mountains) आइबेरियन प्रायद्वीप को शेष यूरोप महाद्वीप अलग करता है।
  • पिरेनीज पर्वत का विस्तार (expanse of pyrenees mountains) बिस्के की खाड़ी से भूमध्य सागर तक है।
  • तिब्बत पठार (Tibetan Plateau) अथवा चेंगतांग (Chang Tang) को किंघाई-तिब्बत ( Qinghai – Tibetan) पठार के नाम से भी जाना जाता है।
  • तिब्बत पठार (Tibetan Plateau) का कुल क्षेत्रफल 2.5 मिलियन वर्ग किमी. तथा औसत ऊंचाई 4500 मीटर (4.5 किमी.) से अधिक है।
  • दक्षिण अमेरिका में खनिजों का भंडार पैटागोनिया के पठार (plateau of patagonia) को कहा जाता है।
  • संसार की छत (roof of the world) पामीर पठार को कहा जाता है।
  • मध्य एशिया की दक्षिणी सीमा पामीर पठार द्वारा (by the Pamir Plateau) ही निर्धारित होती है।
  • अमेरिका के कैलिफोर्निया स्थित मृत घाटी (Death Valley) एक रिफ्ट घाटी का उदाहरण है।
  • शैतान का गोल्फ कोर्स (Devil’s Golf Course) नाम से प्रसिद्ध मृत्यु की घाटी (Death Valley) यू.एस.ए. में मोजावे रेगिस्तान में डेथ वैली नेशनल पार्क में स्थित है।
  • सिलिकॉन वैली (Silicon Valley) सं.रा. अमेरिका के उत्तरी कैलिफोर्निया में सैनफ्रांसिस्को खाड़ी के दक्षिणी भाग पर स्थित है।
  • सिलिकॉन वैली वृहत्तम स्तर पर कंप्यूटर चिप्स (computer chips) के उत्पादन क्षेत्र के रूप में जाना जाता है।
  • ग्रेट आर्टेजियन बेसिन (Great Artesian Basin) ऑस्ट्रेलिया के शुष्क एवं अर्द्धशुष्क क्षेत्र में ग्रेट डिवाइडिंग रेंज और मध्यवर्ती उच्च भूमि के मध्य विस्तृत विश्व की वृहत्तम भूमिगत जल बेसिनों में से एक है।
  • वृहत बेसिन (Great Basin) सं.रा. अमेरिका के विशाल ग्रेट बेसिन मरुस्थल में स्थित एक जल विभाजक है, जो रॉकीज पर्वत श्रेणी और सिएरा नेवादा के बीच स्थित है।
  • कोलंबिया पठार (columbia plateau) इसके उत्तर में तथा मोजेव एवं सोनोस मरुस्थल इसके दक्षिणी भाग में स्थित हैं।
  • राजाओं की घाटी (Valley of the king) या वादी-एल-मुलुक (Wadi-el-muluk) मिस्र (Egypt) में स्थित है। ‘अंतर्जनित बलों के अंतर्गत पर्वत-निर्माणकारी बल (mountain-building forces) (क्षैतिज संचलन) भी आता है।
  • पर्वत-निर्माणकारी बल के तहत दो प्रकार के बल कार्य करते हैं- संपीडन बल तनाव मूलक बल
  • संपीडन बल से चट्टानों की परतें मुड़ जाती (layers of rock fold) है।
  • ‘ऊपर उठे भाग को ‘अपनति(declination’) और नीचे धंसे हुए भाग को अभिनति (‘Acting’) कहते हैं।
  • इसी मोड़ को वलन (‘Folding’) कहते हैं।
  • भूपृष्ठ के लगभग 75 प्रतिशत (about 75 percent of the earth’s surface) क्षेत्र में फैली अवसादी शैलों में परतें तो पाई जाती हैं अर्थात ये स्तरों में निक्षेपित होती हैं, परंतु ये शैलें रवेदार नहीं होती हैं।
  • बलुआ पत्थर (Sandstone) यांत्रिक क्रियाओं द्वारा निर्मित होने वाली अवसादी या परतदार शैल है।
  • अवसादी शैल का निर्माण चट्टानों की टूट-फूट से प्राप्त मलबे के जल में जमा होते रहने से होता है।
  • अवसादी श्रेणी की अन्य प्रमुख (Other Heads of the Sedimentary Range) चट्टानें कांग्लोमेरेट, सिल्ट, चूना पत्थर तथा लोयस हैं।
  • अत्यधिक ताप एवं दाब के कारण इसका रूपांतरण क्वार्टजाइट (quartzite) में हो जाता है।
  • आग्नेय चट्टानें (Igneous Rocks) पिघले मैग्मा एवं बाह्य भाग में लावा के ठंडा एवं ठोस होने से बनती हैं।
  • आग्नेय चट्टानें रवेदार (Ravedar) होती हैं इनमें परतें नहीं पाई जाती हैं। तथा पुराजीवाश्म भी नहीं पाए जाते हैं।
  • रूपांतरित चट्टानें (metamorphic rocks) अन्य चट्टानों के रूप परिवर्तन के फलस्वरूप निर्मित होती हैं।
  • ग्रेनाइट (granite) आग्नेय चट्टानों की श्रेणी में आता है।
  • आग्नेय चट्टानों के रूपांतरण से बनी शैलों के उदाहरण हैं (Examples of metamorphic rocks are) – ग्रेनाइट नीस, बेसाल्ट एम्फीबोलाइट, बेसाल्ट शीस्ट।
  • संगमरमर (marble) अवसादी चट्टानों के रूपांतरण से बनी शैलें हैं।

मरुस्थल और शुष्क क्षेत्र (Desert and arid region) ·        ऐसा क्षेत्र जहां औसत वार्षिक वर्षण (Precipitation) 25 सेमी. से कम (25 cm. fewer) होता है, मरुस्थल की श्रेणी में आता है। ·        सहारा मरुस्थल (the Sahara Desert) विश्व का सबसे बड़ा इतर ध्रुवीय (Non-Polar) मरुस्थल है।·        तकलामकान (Taklamakan) मरुस्थल मध्य एशिया के झिजियांग यूबर स्वतंत्र क्षेत्र (चीन) में विस्तारित है।     विश्व की पांच सबसे ऊंची चोटियां (five highest peaks of the world)

चोटी (peak)ऊंचाई (Height)अवस्थिति (location)
1. माउंट एवरेस्ट 2. के-2 3. कंचनजंगा 4. ल्होत्से 5. मकालू8848.86 मी. 8611 मी. 8586 मी. 8516 मी. 8485 मी.नेपाल-तिब्बत सीमा पर अवस्थित भारत (पाक अधिकृत कश्मीर) भारत-नेपाल सीमा पर अवस्थित नेपाल-तिब्बत सीमा नेपाल-तिब्बत सीमा

 ·        तकलामकान दक्षिण में कुनलुन पर्वत तथा पश्चिम-उत्तर में पामीर और तियानशान पर्वत से घिरा (Bounded by Kunlun Mountains in the south and Pamir and Tianshan Mountains in the west-north.) है।·        गोवी मरुस्थल (Gobi Desert) उत्तरी चीन और दक्षिणी मंगोलिया में स्थित विशाल मरुस्थल है।·        गोबी मरुस्थल अल्टाई पर्वत (Altay Mountain) से घिरा हुआ है।·        थार मरुस्थल (Thar Desert) जिसे ‘ग्रेट इंडियन डेजर्ट (Great Indian Desert) के नाम से भी जाना जाता है, दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा मरुस्थल है।·        कोलोरैडो मरुस्थल (colorado desert) कैलिफोर्निया (सं.रा.अ.) में स्थित है। ·        कालाहारी मरुस्थल (Kalahari Desert) का विस्तार बोत्सवाना, नामीबिया एवं द. अफ्रीका में है।·        आटाकामा मरुस्थल (Atacama desert) दक्षिण अमेरिका में अवस्थित, संसार का सबसे शुष्क मरुस्थल है।·        आटाकामा मरुस्थल में सोडियम नाइट्रेट, तांबा और अन्य खनिज (sodium nitrate, copper and other minerals) के विशाल भंडार हैं।·        ‘आटाकामा मरुस्थल उत्तरी चिली (northern chile) में विस्तारित है।·        शीतोष्ण कटिबंधीय मरुस्थल 30° से 60° अक्षांश के मध्य (between 30° to 60° latitude) पाए जाते हैं इनमें पैटागोनियन, गोबी एवं लद्दाख मरुस्थल आते हैं। ·        उष्णकटिबंधीय गर्म मरुस्थल (Tropical Hot Deserts) प्राय: महाद्वीपों के पश्चिम में भूमध्य रेखा से 15° से 30° उत्तर या दक्षिण में व्यापारिक पवन पेटी में पाए जाते हैं।·        ‘विश्व के कुल भूमि के लगभग एक-चौथाई भाग पर घासभूमियों का विस्तार (expansion of grasslands) है।·        उष्णकटिबंधीय घास के मैदान (tropical grasslands) का विस्तार भूमध्यरेखीय सदाबहार वनों तथा गर्म मरुस्थल क्षेत्रों के मध्य पाया जाता है। ·        उष्णकटिबंधीय घास के मैदान के उदाहरण हैं –(Examples of tropical grasslands are) लानोज, कैम्पास, सेल्वास, पार्कलैंड एवं सवाना।·        शीतोष्ण कटिबंधीय घास के मैदान (temperate grasslands) का विस्तार शीतोष्ण कटिबंधीय जलवायु वाले क्षेत्रों में होता है।·        शीतोष्ण कटिबंधीय घास के मैदान के प्रमुख उदाहरण हैं – (Major examples of temperate grassland are) प्रेयरीज, पम्पास, वेल्ड, स्टेपीज एवं डाउंस।·        ‘विश्व की उष्णकटिबंधीय घासभूमि का स्थानीय नाम एवं अवस्थिति

स्थानीय नाम (native name)अवस्थिति (location)
सवाना कैम्पास सेराडो लानोज साहेल (अकेसिया सवाना)सूडान ब्राजील ब्राजील कोलंबिया एवं वेनेजुएला लाल सागर से लेकर अटलांटिक महासागर तक एक पट्टी के रूप में अफ्रीका महाद्वीप में विस्तारित।
  • विश्व की प्रमुख शीतोष्ण कटिबंधीय घासभूमि का स्थानीय नाम एवं अवस्थिति
स्थानीय नाम (native name)अवस्थिति (location)
पम्पाज वेल्ड कैंटरबरी डाउंस स्टेपीज प्रेयरीज पुस्ताजअर्जेंटीना, उरुग्वे एवं ब्राजील दक्षिण अफ्रीका न्यूजीलैंड ऑस्ट्रेलिया पूर्वी यूरोप एवं मध्य एशिया उत्तरी अमेरिका हंगरी

·        पम्पाज क्षेत्र (pampaz area) में ऑस्ट्रेलिया के एमू एवं अफ्रीकी सवाना में ऑस्ट्रिच के समकक्षी रिया (Rhea) पक्षी पाए जाते हैं।

 वन II- Forest II

शीतोष्ण शंकु वृक्षीय वन वर्तमान में विश्व)( Temperate coniferous tree forests in the world at present) में सर्वाधिक क्षेत्र को आच्छादित किए हुए हैं।

शीतोष्ण शंकु वृक्षीय वन मुख्यतः उच्च (Temperate conifer forests are mainly high )अक्षांशों पर पाए जाते हैं।

उष्णकटिबंधीय सदाबहार वर्षा वनों का विस्तार विषुवत रेखा (भूमध्य रेखा) के पास 10° उत्तर से 10° दक्षिण अक्षांशों के मध्य पाया जाता है।

शीतोष्ण कोणधारी वन (Temperate Coniferous Forest ) 50°-60° उत्तरी अक्षांशों में उत्तर टुंड्रा एवं दक्षिणी भाग में पर्णपाती वनों के मध्य पाए जाते हैं।

विश्व में कोणधारी वनों का क्षेत्र कनाडा, यूरोप, एशिया और सं.रा. अमेरिका(Regions Canada, Europe, Asia and the U.S. America) में मिलता है।

खनिज संसाधन- Mineral resources

ऑस्ट्रेलिया का 70 प्रतिशत सोना पश्चिम ऑस्ट्रेलिया (Western Australia) प्रांत से प्राप्त होता है, जहां विश्व की दो प्रसिद्ध खानें कालगूर्ली एवं कूलगार्डी स्थित हैं जोहान्सबर्ग दक्षिण अफ्रीका के गौटेंग प्रांत की राजधानी है।

जोहान्सबर्ग सोना और हीरा खनन के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है।

ब्रेंट कच्चा तेल‘ (Brent Crude Oil) कच्चे तेल के प्रमुख वर्गीकरणों में सबसे बड़ा है जिसमें ब्रेंट क्रूड, ब्रेट स्वीट लाइट क्रूड, ओसेबर्ग, एकोफिस्क एवं फोर्टीस (BFOE) शामिल हैं।

ब्रेंट कच्चा तेल उत्तरी सागर (North Sea) से प्राप्त होता है।

ब्रेट कच्चा तेल में सल्फर लगभग 0.37 प्रतिशत मात्रा में पाया जाता है।

वर्ल्ड न्यूक्लियर एसोसिएशन के अनुसार, वर्ष 2019 (According to the World Nuclear Association, the year 2019) में कजाख्स्तान विश्व में यूरेनियम(Kazakhstan Uranium in the world) का सबसे बड़ा उत्पादक देश है तथा इस संदर्भ में कनाडा द्वितीय एवं ऑस्ट्रेलिया तृतीय स्थान पर है।

विश्व में यूरेनियम के सर्वाधिक भंडार ऑस्ट्रेलिया में हैं, जो कुल भंडार के लगभग 30% (वर्ष 2017 में) के बराबर हैं।

किसी एक स्थान पर यूरेनियम के सबसे बड़े भंडार दक्षि ऑस्ट्रेलिया में स्थितओलम्पिक डेम खान(The ‘Olympic Dame Mine’ in South Australia) में पाए जाते हैं।

पोर्ट रेडियम कनाडा(‘Port Radium Canada) में स्थित है, जो यूरेनियम के भंडारों के लिए विश्व प्रसिद्ध है।

बिंघम (यू.एस..) तांबा उत्पादन(Bingham (USA) Copper Production) के लिए जाना जाता है।

काकेशस के उत्तरी ढलानों पर अजरबैजान में स्थित  बाबू पेट्रोलियम(Babu Petroleum) उत्पादन के लिए विश्व प्रसिद्ध है।

मेसाबी रेंज सं.रा. अमेरिका की सुपीरियर झील क्षेत्र में स्थि लौह अयस्क के भंडारों वाली प्रमुख श्रेणियों में से एक है।

नाइट्रेट प्राकृतिक रूप से चिली और पेरू(nitrate naturally occurring in chile and peru) में व्यापक पैमाने पर पाया जाता है।

‘ ‘दुर्लभ मृदा धातु‘ 17 ऐसे रासायनिक(‘Rare earth metals’ 17 such chemicals) तत्वों का समूह है, जो कई उच्च प्रौद्योगिकीय उत्पादों के विनिर्माण के लिए महत्वपूर्ण हैं।

इक भारत के पास करीब 31 लाख टन दुर्लभ(India alone has about 31 lakh tonnes of rare) मृदा धातुओं का भंडार है।

देश में दुर्लभ मृदा तत्वों के खनिज आंध्र प्रदेश, बिहार, केरल, ओडिशा, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल,( Minerals Andhra Pradesh, Bihar, Kerala, Odisha, Tamil Nadu and West Bengal) में पाए जाते हैं।विश्व का राजनीतिक भूगोल(political geography of the world) ·        रेडक्लिफ लाइन‘(‘Radcliffe Line’) भारत एवं पाकिस्तान के बीच सीमा निर्धारण करती है।·        उत्तर कोरिया एवं दक्षिण कोरिया के बीच ’38वीं समानांतर रेखा‘(’38th parallel line’) जबकि संयुक्त राज्य अमेरिका एवं कनाडा के बीच 49व समानांतर रेखा’ सीमा का निर्धारण करती है।·        भारत और चीन के बीच मैकमोहन लाइन‘(‘McMahon Line’) द्वारा सीमा निर्धारण किया गया है।·        आडरनीस लाइन (ordnance line) पोलैंड एवं जर्मनी को पृथक करती है।·        डूरंड लाइन (Durand Line) अफगानिस्तान को पाकिस्तान से अलग करती है।·        मैगिनॉट रेखा (Maginot Line) का निर्माण फ्रांस ने प्रथम विश्व युद्ध के दौरान किया था।·        मैगिनॉट रेखा (Maginot Line) फ्रांस की सीमा को जर्मनी और इटली से अलग करती है।·        फ्रांस और इटली की सीमा को अल्पाइन लाइन(alpine line) के नाम से भी जाना जाता है।·        भारत, क्षेत्रफल की दृष्टि से विश्व का सातवां(Seventh) सबसे बड़ा देश है।·        भारत से बड़े छः देश (Six countries bigger than India) हैं – रूस,कनाडा,अमेरिका,चीन,ब्राजील एवं ऑस्ट्रेलिया। ·        दक्षिण एशिया (South Asia) में बांग्लादेश, भूटान, भारत, मालदीव, नेपाल, अफगानिस्तान, पाकिस्तान तथा श्रीलंका सम्मिलित हैं। ·        दक्षिण एशियाई देशों में क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे छोटा देश मालदीव(maldives) है।·        इस्राइल (Israel) पश्चिम एशिया का भूमध्य सागर तटीय देश है।·        इसाइल की पश्चिमी सीमा (Israel’s western border) भूमध्य सागर से, उत्तरी सीमा लेबनान से, उत्तर-पूर्वी सीमा सीरिया से पूर्वी सीमा जॉर्डन से तथा दक्षिण-पश्चिम सीमा मिस्र (Egypt) से लगी हुई है। ·        चीन की स्थलीय सीमा (land border of china) जिन देशों से मिलती है,उनमें मंगोलिया,रूस,कजाख्स्तान,किर्गिस्तान,ताजिकिस्तान,पाकिस्तान,अफगानिस्तान,भारत,नेपाल,भूटान,म्यांमार,लाओस,वियतनाम तथा उ. कोरिया शामिल हैं।·        हॉर्न ऑफ अफ्रीका (Horn of Africa) अथवा सोमाली प्रायद्वीप (Somali Peninsula) पूर्वी अफ्रीका महाद्वीप में सींग के आकार का तिकोना निकला हुआ भाग है। ·        हॉर्न ऑफ अफ्रीका में जिबूती,इथियोपिया,इरीट्रिया और सोमालिया (Djibouti, Ethiopia, Eritrea and Somalia) सम्मिलित हैं।·        बाल्कन क्षेत्र (Balkan region) दक्षिणी-पूर्वी यूरोप का विशिष्ट सांस्कृतिक क्षेत्र है,जो बाल्कन पर्वतों के आस-पास अवस्थित है।·        बाल्कन(Balkan) में शामिल प्रमुख देश हैं-अल्बानिया,बोस्निया हर्जेगोविना,बुल्गारिया,ग्रीस,क्रोएशिया, सर्बिया,स्लोवेनिया,रोमानिया आदि।·        ओशीनिया(Oceania) के नाम से अभिहित देशों के भौगोलिक समूह में 14 देश हैं जिन्हें तीन उप-समूहों मेलानेशिया,माइक्रोनेशिया कुल एवं पॉलीनेशिया में विभाजित किया गया है। ·        ऑस्ट्रेलिया(Australia) ओशीनिया क्षेत्र का सबसे बड़ा देश है। ·        सन सिटी दक्षिण अफ्रीका के उत्तर-पश्चिम प्रांत में एलैंड्स नदी एवं पिलानेसबर्ग पर्वत के मध्य (between the Elands River and the Pilanesberg Mountains) अवस्थित है। ·        कांटो मैदान (Kanto Plain)जापान(Japan) का अत्यधिक विकसित,नगरीकृत और औद्योगिक भाग है।·        कांगो(Congo) देश अफ्रीका महाद्वीप में स्थित है। ·        विषुवतीय प्रदेश में स्थित होने के कारण कांगो में उष्णार्द्र जलवायु (tropical climate) पाई जाती है।·        ‘विश्व में पाई जाने वाली लगभग 9000 पक्षी प्रजातियों में से 40 प्रतिशत दक्षिण अमेरिका महाद्वीप (40 percent South America continent) में पाई जाती हैं।·        ‘दक्षिण अमेरिका महाद्वीप को पक्षियों का महाद्वीप’ (Continent of Birds) कहा जाता है।·        संयुक्त राज्य अमेरिका के पूर्व-मध्य में अवस्थित राज्य केन्टुकी को ब्लू ग्रास स्टेट(blue grass state) भी कहा जाता है।·        पूर्व का मैनचेस्टर'(Manchester of East) के नाम से प्रसिद्ध ओसाका शहर जापान के कन्साई क्षेत्र में स्थित है। ·        आस्वान बांध अफ्रीका महाद्वीप के मिस्र देश में स्थित है। इसका निर्माण नील नदी(Neel River) पर किया गया है।·        अफ्रीका का सर्वोच्च पर्वत शिखर माउंट किलिमंजारो(Mount Kilimanjaro) तंजानिया में अवस्थित है।·        ग्रेनाइट चट्टान में (in granite rock)जीवाश्म नहीं पाए जाते हैं।·        एटलस पर्वत(Atlas Mountains) अफ्रीका में स्थित है।·        एटलस पर्वत का विस्तार (Atlas Mountains Extension) मोरक्को, अल्जीरिया तथा ट्यूनीशिया तक है।·        मृत घाटी(dead valley) अत्यधिक उष्णता के लिए जानी जाती है।·        पंजशीर घाटी(Panjshir Valley) अफगानिस्तान में अवस्थित है। ·        संसार का सर्वाधिक जनसंख्या वाला मरुस्थल थार(Thar) है।·        दक्षिणी अमेरिका का चौड़ा वृक्ष रहित घास का मैदान पम्पाज(pampaz) कहलाता है।·        कूलगार्डी(coolgardie) ऑस्ट्रेलिया के वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया प्रांत में स्थित है। ·        जोहान्सबर्ग(johannesburg) स्वर्ण-खनन हेतु प्रसिद्ध है। ·        ल्हासा (Lhasa) सबसे अधिक ऊंचे स्थल पर बसा है।·        दक्षिण अमेरिका का सबसे घना बसा देश इक्वाडोर (Ecuador) है। ·        अर्जेंटीना स्थित ब्यूनस आयर्स को प्रायः दक्षिण का पेरिस (paris of the south) कहा जाता है।·        माल्टा(malta) भूमध्य सागर में अवस्थित है।·        डेनमार्क,नॉर्वे,स्वीडन (Denmark, Norway, Sweden) स्कैन्डिनेवियन देशों के समूह में सम्मिलित हैं।·        दक्षिण-पूर्व एशिया में एक मात्र भू-आवेष्ठित देश लाओस(Laos) है।·        रियो (Rio) ग्रांडे एवं राइन नदी अंतरराष्ट्रीय सीमा बनाती है। ·        लिम्पोपो नदी (Limpopo River) मकर रेखा को दो बार काटती है।·        रिओ ग्रैण्डी नदी (rio grandi river) मेक्सिको एवं संयुक्त राज्य अमेरिका के मध्य सीमा बनाती है।·        टर्की का इस्तांबुल(Istanbul) नगर पश्चिम का द्वार’ कहलाता है।·        पूर्वी द्वीपसमूह का बोर्नियो (Borneo) द्वीप, तीन देशों में विभाजित है। ·        मध्य राशि का सूर्य उत्तरी ध्रुव पर (at the north pole) दिखाई देता है।·        बहरीन को (to Bahrain) मोतियों का द्वीप या फारस की खाड़ी का मोती (pearl of the persian gulf) कहा जाता है।·        शिकागो धूम्रनगर'(‘Dhumranagar’) के नाम से जाना जाता है। ·        राइन नदी (rhine river) भ्रंश घाटी से बहती है।·        पूर्वी समुद्र की स्वामिनी'(‘Mistress of the Eastern Seas’) का नाम श्रीलंका है।·        ब्रह्मपुत्र पर (माजुली) (on the Brahmaputra (Majuli) नदी पर विश्व का सबसे बड़ा नदी द्वीप’ तंत्र अवस्थित है।·        कांगो घाटी में(in the Congo Valley) विस्तृत अयनवर्तीय वर्षा वन पाए जाते हैं। ·        पृथ्वी पर घने (Dense) वन अधिकतर विषुवत रेखा के पास (near the equator) मिलते हैं।·        अफ्रीका,यूरोप,एशिया और दक्षिण अमेरिका महाद्वीपों में से अफ्रीका में देशों की संख्या अधिकतम (Maximum number of countries in Africa) है।·        बैकाल झील (lake baikal) को ‘पर्ल ऑफ साइबेरिया’ कहा जाता है। ·        कोरिया को (to korea) प्रातःकालीन शांत स्थल’ कहा जाता है। ·        ऑस्ट्रेलिया (Australia) को मेगा डाइवर्स देश के रूप में जाना जाता है। ·        टांगानिका झील (lake tanganyika) विश्व की दूसरी सबसे गहरी तथा लंबी झील है।·        मिशिगन झील (lake michigan) पूर्णतः यू. एस. ए. में स्थित है। ·        दश्त-ए-लुट ईरान में (in Iran) अवस्थित है।·        ब्रिटिश कोलंबिया को (to British Columbia)‘पर्वतों का सागर’ कहा जाता है। ·        सबसे बड़ी तटीय रेखा कनाडा (Canada) देश की है।·        पृथ्वी की सतह के कुल क्षेत्रफल के लगभग 30% भाग (1,48,300,000 वर्ग किमी.) पर स्थल क्षेत्र (Land Area) और लगभग 70% भाग (361,800,000 वर्ग किमी.) पर जल क्षेत्र (Water Area) का विस्तार है अर्थात पृथ्वी की सतह पर पानी से ढका भाग लगभग दो-तिहाई(about two-thirds) है।·        कुल जल का 97% खारा जल (97% salt water) के रूप में सागरों में है। ·        काला सागर व भूमध्य सागर(Black Sea and Mediterranean Sea) तुर्की की क्रमशः उत्तर व दक्षिण राजनीतिक सीमा का निर्धारण करते हैं।·        सारगैसो सागर (Sargasso Sea) उत्तरी अटलांटिक महासागर में स्थित एक क्षेत्र है।·        सारगैसो सागर में सारगैसम (Sargassum) नाम की वनस्पति बहुतायत में पाई जाती है, जिस कारण इसका नाम सारगैसो सागर पड़ा।·        अरल सागर (aral sea) मध्य एशिया स्थित एक प्रमुख झील है।·        अरल सागर के किनारे कजाख्स्तान एवं उज्बेकिस्तान (Kazakhstan and Uzbekistan) को स्पर्श करते हैं।·        अल्जीरिया, मोरक्को, ट्यूनीशिया, लीबिया एवं मिस्र जैसे अफ्रीकी देशों की सीमा भूमध्य सागर(Mediterranean Sea) से मिलती है।·        महासागरों में धाराओं की उत्पत्ति(origin of ocean currents) के कारकों में पृथ्वी का परिभ्रमण (आवर्तन), तापमान में भिन्नता,लवणता में भिन्नता,घनत्व में भिन्नता,वायु दाब तथा हवाएं एवं वाष्पीकरण तथा वर्षा का प्रभाव अधिक है।·        उल्लेखनीय है कि पृथ्वी की परिक्रमण गति(Earth’s rotation speed) महासागरीय धाराओं को प्रभावित नहीं करती है।·        महासागरीय धाराएं(ocean currents) प्रचलित पवनें और पृथ्वी की परिभ्रमण गति के अतिरिक्त महासागरीय संरूपण द्वारा भी प्रभावित होती हैं। ·        उत्तरी अटलांटिक प्रवाह कोयूरोप का कम्बल’(Co’Europe’s Blanket) भी कहा जाता है।·        दक्षिण अटलांटिक महासागर में शीतल जलधारा बेंगुला धारा(Bengula Current) प्रवाहित होती है।·        बेंगुला धारा दक्षिण अफ्रीका के पश्चिमी तट के सहारे उत्तर दिशा (north direction) में प्रवाहित होती है।·        ब्राजील धारा, ब्राजील तट के पूर्वी भाग पर उत्तर से दक्षिण प्रवाहित होने वाली गर्म जलधारा(warm stream) है।·        कनारी धारा उत्तर अटलांटिक महासागर से संबंधित ठंडी जलधारा (cold current) है।·        अगुलहास दक्षिण हिंद महासागर में उत्तर से दक्षिण दिशा में प्रवाहित होने वाली गर्म जलधारा(warm stream) है।·        मोजाम्बिक धारा भी एक गर्म(Mozambique current is also a hot) सतही धारा है,जो पश्चिमी हिंद महासागर में मोजाम्बिक चैनल से होकर बहती है।·        पेरुवियन धारा(Peruvian current) का संबंध दक्षिण-पूर्वी प्रशांत महासागर से है।·        पेरुवियन धारा को हम्बोल्ट धारा भी कहते हैं। यह ठंडी जलधारा (cold current) है।·        फ्लोरिडा की धारा (Florida current) जब एंटलीस धारा का जल समाविष्ट कर हेटरस अंतरीप से आगे बढ़ती है, तो वह गल्फ स्ट्रीम के नाम से जानी जाती है।·        सागरीय लवणता(ocean salinity) का मुख्य स्रोत भूमि है,जबकि नदियां लवणता को सागर तक पहुंचाने वाले कारकों में प्रमुख हैं।·        सागरीय लवणता (ocean salinity) को नियंत्रित करने वाले अन्य कारकों में वाष्पीकरण, पवन, नदी जल, वर्षा, सागरीय धाराएं, ज्वालामुखी आदि प्रमुख हैं।·        महासागरों की औसत लवणता average salinity 35% है।

लवण (salt)लवणता (salinity)प्रतिशत (Percent)
सोडियम क्लोराइडमैग्नीशियम क्लोराइडमैग्नीशियम सल्फेटकैल्शियम सल्फेट पोटैशियम सल्फेट मैग्नीशियम ब्रोमाइडकैल्शियम कार्बोनेट27.213%3.807%01.658%01.260%0.863%00.123%00.076%077.8%10.9%4.7%3.6% 0.2%2.5%0.3%
 35%0100%

सागरीय जल की लवणता में सोडियम क्लोराइड (Sodium chloride) का अधिकतम योगदान है।उच्चतम लवणता 20°- 40° उत्तरी अक्षांशों में पायी जाती है, जहां पर उसकी मात्रा 36% रहती है।तुर्की की वान झील की लवणता सबसे अधिक (330%) है।मृत सागर (the dead Sea) में लवणता – 238%लाल सागर (the Red Sea) में लवणता – 36-41%यदि समुद्र में जल का घनत्व बढ़ता (density increases) है, तो यह लवणता में वृद्धि का सूचक होता है अर्थात सागरीय लवणता में वृद्धि के कारण जल का घनत्व भी बढ़ता है।ग्रेट साल्ट झील (Great Salt Lake) संयुक्त राज्य अमेरिका के उटाह राज्य अवस्थित है। इसकी लवणता 220% है।ज्वार-भाटा (‘tide) की उत्पत्ति सूर्य एवं चंद्रमा के आकर्षण बल तथा पृथ्वी पर उत्पन्न होने वाले दो बलों अभिकेंद्रीय बल/केंद्रोन्मुख बल (Centrepetal) एवं अपकेंद्रीय बल/केंद्रोपसारित बल (Centrifugal) के परिणामी बल के फलस्वरूप होती है।                                                                          विश्व के 10 सर्वाधिक गहरे गर्त(10 deepest trenches in the world)

   गर्त(Trench)  सागर(Ocean)अधिकतम गहराई(Max depth)
मेरियाना टोंगा फिलीपींस कर्माडेक इजू-बोनिन जापान प्यूर्टोरिको दक्षिण सैंडविच अटाकामाप्रशांत प्रशांत प्रशांत प्रशांत प्रशांत प्रशांत अटलांटिक अटलांटिक प्रशांत11,033 मीटर(36,198 फीट)10,882 मीटर (35,702 फीट)10,545 मीटर(34,596 फीट) 10,542 मीटर(34,587 फीट) 10,047 मीटर(32,963 फीट)9,810 मीटर(32,190 फीट) 9,504 मीटर(31,181 फीट)8,800 मीटर(28,900 फीट)8.428 मीटर(27,651 फीट)8.065 मीटर

·       पृथ्वी पर प्रत्येक 24 घंटों में(every 24 hours) दो बार ज्वार दो बार भाटा का अनुभव किया जाता है।·       पूर्णिमा व अमावस्या के दिन महासागर में वृहद ज्वार-भाटा(great tide) आता है, जबकि कृष्ण पक्ष एवं शुक्ल पक्ष के सप्तमी और अष्टमी को लघु ज्वार-भाटा आता है।·       चंद्रमा की ज्वारोत्पादक शक्ति सूर्य की तुलना में 2.17 गुना अधिक(2.17 times more) होती है।·       मेरियाना या चैलेंजर (Mariana or Challenger)गर्त प्रशांत महासागर(trough pacific ocean) में मैरियाना द्वीप के पूर्वी भाग पर चाप आकार में फैला है।·       चैलेंजर गर्त की अनुमानित गहराई 11,033 मी.(Depth 11,033 m.) है। ·       चैलेंजर विश्व का सबसे गहरा गर्त(deep trough) है।·       कोरल रीफ(‘Coral Reef) या जीवाश्म पट्टी सर्वाधिक कर्क एवं मकर रेखा के मध्य स्थित स्थलों के पूर्वी एवं पश्चिमी तटीय क्षेत्रों में पाई जाती हैं।·       सबसे बड़ी कोरल रीफ ऑस्ट्रेलिया की ग्रेट बैरियर रीफ (the great Barrier Reef) है। ·       ग्रेट बैरियर रीफ (Great Barrier Reef) विश्व की सबसे बड़ी प्रवाल रोधिका है।ग्रेट बैरियर रीफ (Great Barrier Reef) विश्व ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप के क्वींसलैंड तट के साथ प्रशांत महासागर में स्थित है।·       उत्तरी अटलांटिक महासागरीय व्यस्ततम सामुद्रिक व्यापार(busiest maritime trade) मार्ग है।·       समुद्र तल पर पृथ्वी के केंद्र के सबसे निकट स्थान उत्तरी ध्रुव (North Pole) है।·       तापक्रम एवं वायुदाब के आधार पर वायुमंडलीय परतों का धरातल से ऊपर की ओर विभाजित स्तरों का क्रम इस प्रकार है-

मंडल (Board)ऊंचाई (Height)
परिवर्तन मंडल/क्षोभमंडलसमतापमंडलमध्यमंडलआयनमंडलबहिर्मंडलधरातल से लगभग 15 किमी.लगभग 15-50 किमी.लगभग 50-80 किमी.लगभग 80-640 किमी.लगभग 640 किमी. से ऊपर

·       मौसम की प्रायः सभी घटनाएं,(Almost all weather phenomena,) जिनमें बादल, ओला, कुहरा, तुषार, मेघ गर्जन, आंधी-तूफान, विद्युत प्रकाश आदि सम्मिलित हैं, क्षोभमंडल (Troposphere) में ही घटित होती हैं।·       धरातल से ऊपर की ओर जाने पर प्रति 1000 मी. (1किमी.) पर 6.5°C की दर से (at the rate of 6.5°C) तापमान कम होने की घटना भी क्षोभमंडल में ही घटित होती है।·       समतापमंडल(stratosphere) बहुत ही शुष्क है तथा यहां की वायु में जलवाष्प बहुत ही कम मात्रा में पाई जाती है, इसलिए इस परत में बादल तथा अन्य मौसमी घटनाएं न के बराबर होती हैं।·       व्यावसायिक जेट विमान(commercial jet aircraft) वायुमंडलीय विक्षोभ से बचने के लिए समतापमंडल में ही उड़ान भरते हैं।·       ओजोन परत(ozone layer) सूर्य से निकलने वाले विनाशकारी रेडिएशन से पृथ्वी पर जीवन की सुरक्षा करती है।·       ओजोन परत समतापमंडल (Stratosphere) के निचले भाग में 15 से 35 किमी. की ऊंचाई पर पाई जाती है।·       ओजोन (ozone) ऑक्सीजन के तीन परमाणुओं से युक्त एक अणु है। ·       ओजोन का रंग नीला होता है।·       रेडियो तरंगों का विक्षेपण/परावर्तन आयनमंडल (lanosphere) होता है।·       आयनमंडल में घटित होने वाली अन्य प्रमुख घटनाएं(other major events) इस प्रकार हैं- ब्रह्माण्ड किरणों (Cosmic Rays) का परिलक्षण, उत्तरी ध्रुवीय प्रकाश (Aurora Borealis) तथा दक्षिणी ध्रुवीय प्रकाश (Aurora Australis) के दर्शन।·       सौर्थिक ऊर्जा को ही सूर्यातप(‘Sunstroke’) कहा जाता है।·       सूर्य से जो ऊर्जा विकिरित होती है, वह लघु तरंग सौर्यिक विकिरण(short wave solar radiation) होता है, जबकि पृथ्वी द्वारा होने वाला उनका विकिरण दीर्घ तरंगों के रूप में होता है, जिसे दीर्घ तरंग धरातलीय (पार्थिव) विकिरण कहते हैं।·       वायुमंडल को गर्म रखने में दीर्घ तरंग विकिरण(long wave radiation) ही प्रमुख रूप से जिम्मेदार है।·       अटलांटिक महासागर(Atlantic Ocean) में प्रशांत महासागर की अपेक्षा अधिक तापांतर पाया जाता है।·       टॉरनेडो (Tornado) उष्णकटिबंधीय चक्रवात हैं।·       टॉरनेडो (Tornado) यद्यपि समस्त उष्ण एवं उपोष्णकटिबंधों में आते रहते हैं।·       कैरेबियन सागर और अमेरिकी क्षेत्र(Caribbean Sea and American Territories) प्रमुख टॉरनेडो प्रवण क्षेत्र हैं। ·       टॉरनेडो प्रभावित वृहत मैदानी भाग टॉरनेडो एली‘ (Tornado Alley) के नाम से प्रसिद्ध है।·       फुजीटा स्केल (fujita scale) का प्रयोग टॉरनेडो की तीव्रता मापने के लिए किया जाता है।·       वर्षा स्तरी (Nimbo-Stratus) बादल घरातल के अधिक नजदीक पाए जाते हैं।·       काले रंग के वर्षा स्तरी घने बादल(rain level thick clouds) किसी भी आकार में हो सकते हैं।·       पक्षाम स्तरी(Paksham level) बादल सर्वाधिक ऊंचाई के बादल हैं। ·       धरातल पर प्रवाहित हवाओं की दिशा(direction of surface winds) वायुदाब तथा पृथ्वी की घूर्णन गति द्वारा निर्धारित होती है। ·       पृथ्वी की अक्षीय गति से उत्पन्न विक्षेपक बल (Deflection Force) के कारण हवाओं की दिशा में विक्षेप हो जाता है। ·       विक्षेपक बल की खोज(discovery of repulsive force) जी. जी. कोरिऑलिस द्वारा किए जाने के कारण बाद में इसका नामकरण ‘कोरिऑलिस बल कर दिया गया। ·       फेरल के नियमानुसार(ferrel’s law) हवाएं उत्तरी गोलार्द्ध में दाहिनी ओर तथा दक्षिणी गोलार्द्ध में बाईं ओर मुड़ जाती हैं। ·       सामान्यतः उत्तरी गोलार्द्ध का पवन प्रतिरूप(Northern Hemisphere Wind Pattern) दक्षिणावर्त और दक्षिणी गोलार्द्ध का वामावर्त होता है।·       तूफानी चालीसा (Roaring Forties) पछुआ हवाएं होती हैं,जो केवल 40250° अक्षांशों (40250° latitudes) पर दक्षिणी गोलार्द्ध में मुख्यतः दक्षिण हिंद महासागर क्षेत्र में प्रवाहित होती हैं।·       प्रचंडता के कारण ही इन्हें गरजती चालीसा या लंबी चालीसा(thunderous chalisa or long chalisa) कहा जाता है। ·       वेलिंगटन(wellington) (न्यूजीलैंड) एकमात्र राजधानी है, जो इन गरजती चालीसा(Thundering Chalice) हवाओं के मार्ग मे पड़ती है।·       भूमध्य सागर लगभग 30-40° अक्षांशों (30-40° latitudes) के मध्य स्थित है।·       भूमध्य सागर उपोष्ण उच्च वायुदाब पेटी(subtropical high pressure belt) के अंतर्गत आता है।·       मानसूनी पवनें ग्रीष्म ऋतु के छः माह में समुद्र से स्थल की ओर तथा शीत ऋतु के छः माह में स्थल से समुद्र की ओर (From the sea to the land in the six months of the summer season and from the land to the sea in the six months of the winter season.) चलती हैं।·       फॉन(phon) आल्पस पर्वत के दक्षिणी ढाल से ऊपर चढ़कर उत्तरी  ढाल के सहारे नीचे उतरती गर्म एवं शुष्क हवा है।·       फॉन का सर्वाधिक प्रभाव स्विट्जरलैंड(Switzerland) में होता है। इसके प्रभाव से बर्फ पिघल जाती है।·       सिमूम(simoom) अरब रेगिस्तान में चलने वाली शुष्क हवा है। ·       साण्टा आना(santa come) दक्षिणी कैलिफोर्निया में चलने वाली स्थानीय हवा है।·       सिरॉको(sirocco) सहारा मरुस्थल से उत्तर-पूर्व दिशा में भूमध्य साग की ओर चलकर सिसली (इटली), स्पेन आदि यूरोपीय क्षेत्रों देशों में प्रविष्ट होती है।·       ब्लिजॉर्ड(Blizzard) हिम झंझावात युक्त ध्रुवीय हवाएं होती हैं। ·       ब्लिजॉर्ड प्रवाह क्षेत्र(blizzard flow field) दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र, साइबेरिया, कनाड तथा सं.रा. अमेरिका में है।·       गर्म स्थानीय पवनें(hot local winds)

चिनूकफॉनसाण्टा आनाहरमट्टानलूब्लैक रोलरनारवेस्टर यामोहबूबखमसीनब्रिकफील्डरशामलगिबलीसंयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडायूरोपकैलिफोर्निया (सं.रा. अमेरिका) सहारा रेगिस्तान (दक्षिणी अफ्रीका) उत्तर भारत, पाकिस्तान सं.रा. अमेरिकान्यूजीलैंड (इसी प्रकार की पवन भारत एवं बांग्लादेश में भी चलती है। यहां इसे काल बैसाखी कहते हैं)जापानदक्षिणी सहारामिस्रऑस्ट्रेलियाफारस की खाड़ीलीबिया

·       ठंडी स्थानीय पवनें (cold local winds)

पुर्गा वाइजलेवेंटरपैम्पेरोबुरानमिस्ट्रलबोराखाजरीरूसी टुंड्राफ्रांस एवं स्विट्जरलैंडदक्षिणी स्पेनदक्षिणी अमेरिका का पम्पाज क्षेत्रसाइबेरिया की अत्यंत सर्द हवा स्पेन एवं फ्रांसएड्रियाटिक सागर तटअजरबैजान

·       जलवायु को निर्धारित करने वाला मुख्य कारक अक्षांश(latitude) होता है. ·       पृथ्वी के लगभग एक-तिहाई भाग पर (about one-third)शुष्क प्रदेश का विस् है, जो अन्य सभी भौगोलिक क्षेत्रों से अधिक है।·      विषुवत रेखीय जलवायु प्रदेश 5 अक्षांशों के मध्य(Between5latitudes) दोनों गोलाद्धों में विस्तृत है।·       विषुवत रेखीय जलवायु प्रदेश की दो प्रमुख विशेषताएं(Two key features) हैं – वर्षभर समान उच्च तापमान एवं वर्षभर समान उच्च वर्षा। ·       उष्णकटिबंधीय जलवायु(tropical climate) की प्रमुख विशेषताएं हैं, स्पष्ट शुरू तथा आर्द्र ऋतुएं, वर्षभर ऊंचा तापमान तथा अधिक सूर्यातप, है।·       भूमध्य सागरीय जलवायु(Mediterranean climate) उत्तरी अमेरिका में दक्षिण कैलिफोर्निया, लास एंजिल्स दक्षिण अमेरिका में मध्य चिली; दक्षिण अफ्रीका का दक्षिण पश्चिम भाग और दक्षिण ऑस्ट्रेलिया में पाया जाता है। ·       भूमध्य सागरीय जलवायु प्रदेश की अधिकांश वर्षा शीतकाल(most rainy winter) में प्राप्त होती है।·       बहुत कम तापमान वाले क्षेत्रों जैसे पर्वतों एवं अल्पाइन वनों में उगने वाले पौधों को हेकीस्टोथर्म‘ (‘Hekistotherm’) कहते हैं।·       मौसम बदलने का कारण(weather change) पृथ्वी का सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाना एवं अपने अक्ष पर झुका होना है।·       बैरोमीटर में पारे के तल की अचानक गिरावट तूफान का सूचक(storm indicator) है। ·       नॉर्वे(Norway) देश में सर्वाधिक अम्लीय वर्षा होती है।·       टाइफून नामक चक्रवात से चीन सागर(china sea) अधिक प्रभावित होता है। ·       विलीविली(willy-willy) ऑस्ट्रेलिया के ऊपर चलने वाला उष्णकटिबंधीय चक्रवात है।·       संसार का आर्द्रतम स्थान मासिनराम (मेघालय)(Masinram (Meghalaya) है।·       विश्व का सबसे ठंडा स्थान वर्खोयांस्क(verkhoyansk) है।·       भारत में गद्दी, बकरवाल, भोटिया आदि जनजातियां ऋतु प्रवास(seasonal migration) करती हैं।·       पिग्मी जनजाति (Pygmy Tribe) विषुवत रेखीय अफ्रीका के कांगो बेसिन के वर्षा वनों में रहने वाली जनजाति है।·       सिंगापुर में तमिल(Tamil) भी एक प्रमुख भाषा है। ·       खासी(Cough) आस्ट्रिक समूह की भाषा है। ·       रोबस्टा(‘robusta) कॉफी की एक प्रजाति है।·       सेब (Apple)की खेती उपोष्ण(‘Apple cultivation subtropical) (Subtropical) एवं शीतोष्ण कटिबंधीय (Temperate) जलवायु क्षेत्रों में की जाती है। ·       ऐले क्रॉपिंग(ale cropping) के अंतर्गत फसलों को रोपण किए गए पेड़ों की कतारों के बीच के स्थान में उगाया जाता है।·       अंतः फसली कृषि(intercropping agriculture) एक व्यापक प्रणालीगत शब्द है, इसके अंतर्गत रिले क्रॉपिंग, मिलवा खेती तथा ऐले क्रॉपिंग जैसी सभी विधियां आती हैं।·       नाइट्रोजन पौधों के विकास के लिए परमावश्यक तत्व(essential elements) है।·       नाइट्रोजन पौधों(nitrogen plants) की कोशिका तथा ऊतकों के निर्माण के लिए आवश्यक तत्व है।·       ‘नाइट्रोजन तत्व की कमी से पौधे का विकास अवरुद्ध(stunted plant growth) हो जाता है।·       पत्तियां मुरझा जाती हैं एवं पीली पड़ जाती हैं।जैव उर्वरक के रूप में(as organic fertilizer) राइजोबियम, एजोटोबैक्टर, एजोस्पिरिलम  और नील हरित शैवालों का प्रयोग लंबे समय से होता आ रहा है। ·       नील हरित शैवाल(blue green algae) का संबंध साइनोबैक्टीरिया जेनस, नॉस्टॉक या एनाबीना या टॉलीपोथ्रिक्स या ऑलोसिरा से है।·       ये जैव उर्वरक वायुमंडलीय नाइट्रोजन के स्थिरीकरण(nitrogen fixation) में सहायक होते हैं।·       एजोला एनाबीना(azolla anabaena) जैव उर्वरक का प्रयोग धान जैसी फसलों के  उत्पादन में किया जाता है।·       पॉडजोल मिट्टियां (Podzol Soil) वनाच्छादित प्रदेशों की हल्के रंग वाली मिट्टियां हैं, यह मुख्यतः शीत समशीतोष्ण जलवायु में  पाई जाती हैं।·       मोका कॉफी(Mocha Coffee) यमन में उगाई जाती है।·       चाय का प्रयोग सर्वप्रथम चीन में एक चिकित्सकीय पेय(medical drinks) के रूप  में हुआ।·       चाय में(in tea) थीनाइन (Theanine), कैफीन, पॉलिफेनाल्स, टेनिन, थीयोब्रोमाइन थीयोफाइलिन आदि तत्व पाए जाते हैं।·       हेरोइन(heroin) का उत्पादन अफीम के पोस्ता से किया जाता है।·       स्वर्णिम अर्द्धचंद्र(golden crescent) में मध्य और दक्षिण एशिया के अफीम उत्पादक एवं निर्यातक देशों को सम्मिलित किया जाता है।·       स्वर्णिम अर्द्धचंद्र के अंतर्गत(under the golden crescent) पाकिस्तान, ईरान एवं अफगानिस्तान  के क्षेत्रों को सम्मिलित किया जाता है।·       विश्व में प्रथम बार अमेरिका के कृषि वैज्ञानिक नार्मन ई. बोरलॉग(Norman E. Borlaug) ने मेक्सिको में उच्च उपज किस्म के बीज विकसित किए थे। ·       शहतूश (Shahtoosh) एक विशेष प्रकार का गर्म ऊनी शाल (Shawl)  होता है, जो तिब्बती एंटीलोप अथवा चिरु (Chiru) के बालों से तैयार किया जाता है।·       भारत में चिरु केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख(Ladakh) में पाया जाता है।

 टाइम जोन

(Time Zone)

  • अक्रा, डब्लिन तथा लिस्बन (Accra, Dublin and Lisbon) का समय GMT के समान है।
  • तिथि निर्धारक रेखा (date line) पर ग्रीनविच से 12 घंटे का अंतर है।
  • तिथि निर्धारक रेखा 180 डिग्री देशांतर (180 degree longitude) पर स्थित है।
  • किसी जहाज को सबसे कम समय में एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाने के लिए देशांतर (longitude) को मार्ग बनाना चाहिए।
  • 21 जून को (on 21st June) (उत्तरी गोलार्द्ध में) में दोपहर को आपकी छाया सबसे छोटी होती है।

जनसांख्यकीय परिवर्तन तथा प्रवास

(Demographic change and migration)

  • World Population Prospects, 2019 के अनुसार, वर्ष 2050 तक विश्व की जनसंख्या 9.7 बिलियन हो जाएगी।
  • World Population Prospects, 2019 के अनुसार, 2015- 20 के मध्य चीन में कुल प्रजनन दर (TFR) 1.7 है।
  • World Population Prospects, 2019 के अनुसार, विश्व का सर्वाधिक जनसंख्या वाला शहर जापान का ‘टोक्यो’ है, जिसकी जनसंख्या 37 मिलियन है।
  • World Population Prospects, 2019 के अनुसार, एशिया का जनसंख्या घनत्व 148, अफ्रीका 44 यूरोप 34 और उत्तरी अमेरिका का 20 है।

विविध – (various)

  • महाविस्फोटक सिद्धांत (big bang theory) ब्रह्माण्ड की उत्पत्ति, आकाशगंगा तथा सौरमंडल की उत्पत्ति से संबंधित है।
  • महाविस्फोटक सिद्धांत का प्रतिपादन जॉर्ज लेमेंतेयर (George Lementier) (1894- 1966) ने किया था।
  • हमारी गैलेक्सी जिसमें हमारा सौरमंडल स्थित है, को ‘मंदाकिनी’ या आकाशगंगा’ या ‘दुग्ध मेखला’ (Milky Way) कहते हैं।
  • निर्वात में प्रकाश द्वारा 3 x 105 किमी./सेकंड की गति से एक वर्ष में चली गई दूरी प्रकाश वर्ष (light years) कहलाती है।
  • प्रकाश वर्ष (light years) खगोलीय दूरी ज्ञात करने की इकाई है।
  • कॉपरनिकस (Copernicus) ने उस सिद्धांत का प्रतिपादन किया था जिसमें कहा गया था कि ‘सूर्य ब्रह्माण्ड के केंद्र में है तथा पृथ्वी उसकी परिक्रमा करती है।’
  • उल्लेखनीय है कि छठीं शती ई. पूर्व के प्रसिद्ध भारतीय खगोलविद वराहमिहिर (Varahamihira) ने इससे लगभग 1000 वर्ष पूर्व ही यह बता दिया था कि, चंद्रमा पृथ्वी का चक्कर लगाता है और पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा करती है।
  • निकोलस कॉपरनिकस (Nicolaous Copernicus) इस मत के प्रतिपादक थे कि दैनिक गति में पृथ्वी अपने अक्ष पर तथा वार्षिक गति में स्थिर सूर्य के चतुर्दिक चक्कर लगाती है। अंग्रेज वैज्ञानिक आइजक न्यूटन (Isaac Newton) ने गुरुत्वाकर्षण

तथा गति के तीन नियमों का प्रतिपादन किया।

  • सूर्य का द्रव्यमान 1.99 × 100 किग्रा. है, जो पृथ्वी के द्रव्यमान का 3,33,000 गुना है।
  • सूर्य का व्यास, पृथ्वी के व्यास का लगभग 109.2 गुना है।
  • सूर्य से बढ़ती हुई दूरी के क्रम (order of increasing distance from the sun) में ग्रहों की स्थिति इस प्रकार प्रकार है-बुध (57.9 मिलियन किमी.), शुक्र (108.2 मिलियन किमी.). पृथ्वी (149.6 मिलियन किमी.), मंगल (227.9 मिलियन किमी.), बृहस्पति (778.6 मिलियन किमी.), शनि (1433.5 मिलियन किमी.), यूरेनस (2872.5 मिलियन किमी.), नेप्च्यून (4495.1 मिलियन किमी.)।
  • आकार के अनुसार, ग्रहों का क्रम (घटते क्रम में) बृहस्पति, शनि, अरुण, वरुण, पृथ्वी, शुक्र, मंगल तथा बुध।
  • सूर्य से दूरी के अनुसार, ग्रहों का आरोही क्रम (ascending order) इस प्रकार है- बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, अरुण, वरुण
  • 14-25 अगस्त, 2006 के मध्य प्राग (चेक गणराज्य) में संपन्न अंतरराष्ट्रीय खगोलीय संघ (IAU) की 26वीं महासभा की बैठक में प्लूटो को ग्रहों की श्रेणी से हटाकर बौना ग्रह (Dwarf की श्रेणी में डाल दिया गया।
  • सौरमंडल में कुल 8 ग्रह हैं।
  • ‘सौरमंडल के आठ ग्रहों में सबसे छोटा बुध है, जबकि सबसे बड़ा बृहस्पति है।
  • शुक्र सर्वाधिक चमकीला ग्रह (bright planet) है।
  • वरुण (Varun) सबसे दूर स्थित है।
  • वरुण, सूर्य की परिक्रमा करने में सर्वाधिक समय (लगभग 165 वर्ष) लगाता (Takes maximum time (about 165 years) है।
ग्रहसूर्य परिक्रमा की अवधि
बुध शुक्र पृथ्वी मंगल बृहस्पति शनि अरुण वरुण87.96 दिन 224.68 दिन 365.26 दिन 686.98 दिन 11.862 वर्ष 29.456 वर्ष 84.07 वर्ष 164.81 वर्ष
  •  ‘हीरक वलय’ (Diamond Ring) का दृश्य पूर्ण सूर्यग्रहण (Total Solar Eclipse) के समय दिखाई पड़ता है।
  • किसी भी परिस्थिति में पूर्ण सूर्यग्रहण 8 मिनट से अधिक नहीं हो सकता है।
  • सूर्यग्रहण (Solar Eclipse) की स्थिति तब होती है जब चंद्रमा, सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है जिससे सूर्य का प्रकाश पृथ्वी तक नहीं पहुंच पाता है।
  • सूर्यग्रहण केवल प्रतिपदा (New Moon Day) या अमावस्या ही होता है।
  • जब सूर्य एवं चंद्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है, तो इसे चंद्रग्रहण कहते (called lunar eclipse) हैं।
  • चंद्रग्रहण सदैव पूर्णिमा (Full Moon) के दिन होता है।
  • खगोलीय इकाई (Astronomical Unit) लंबाई मापने की इकाई है।
  • खगोलीय इकाई ((Astronomical Unit)) सूर्य एवं पृथ्वी के बीच की औसत दूरी (149.598×10 किमी. या 149.6 मिलियन किमी.) के बराबर होती है।
  • पृथ्वी सूर्य से निकटतम दूरी पर 3 जनवरी को होती है, इस स्थिति को पेरीहिलियन (उपसौर) (perihelion (subsolar)) कहते हैं।
  • 4 जुलाई को पृथ्वी सूर्य से सर्वाधिक दूरी पर होती है, इस स्थिति को अपहिलियन (अपसौर) कहते हैं।
  • सौरमंडल में केवल दो ग्रहों बुध (Mercury) और शुरू (Venus) के कोई ज्ञात उपग्रह नहीं हैं।
  • शुक्र को ‘सुबह का तारा’ (Morning Star) और ‘सायंकाल का तारा’ (Evening Star) कहा जाता है तथा मंगल को ‘लाल ग्रह’ कहा जाता है।
  • बृहस्पति सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह है, जबकि शनि छल्लों से एक ग्रह है।
  • शुक्र (Venus) ग्रह को पृथ्वी की जुड़वां बहन (Sister Planet ) के नाम से भी जाना जाता है।
  • भूपटी में पाए जाने वाले विभिन्न तत्वों का विवरण निम्नानुसार है-
तत्वमात्रा ( प्रतिशत में)
ओक्सीजन (O) सिलिकॉन (Si) एल्युमीनियम (AI) लोहा (Fe) कैल्शियम (Ca) सोडियम (Na) पोटैशियम (K) मैग्नीशियम (Mg)46.71 27.69 8.07 5.05 3.65 2.75 2.58 2.08
  • पृथ्वी को सूर्य की परिक्रमा करने में 365.25 दिन या 365 दिन 6 घंटे 9 मिनट 9.51 सेकंड का समय लगता है। इसे सौर वर्ष कहा जाता है।
  • सौर वर्ष को ट्रॉपिकल वर्ष (tropical year) भी कहा जाता है।
  • अपने अक्ष के सहारे पृथ्वी का घूर्णन (Rotation of Earth on its axis) भू-परिभ्रमण’ कहलाता है।
  • भू-परिभ्रमण के कारण (due to earth movement) ही पृथ्वी पर दिन-रात होते हैं।
  • पृथ्वी का सूर्य की कक्षा में चक्कर लगाना भू-परिक्रमण कहलाता है, जिसे पृथ्वी एक वर्ष में पूरा करती है।
  • पृथ्वी का अपने अक्ष पर झुकाव लगभग  है, जिसके कारण पृथ्वी पर मौसम परिवर्तन होते हैं।
  • सूर्य वर्ष में दो बार (21 मार्च और 23 सितंबर को ) विषुवत रेखा / भूमध्य रेखा पर लंबवत चमकता (vertical flashing) है।
  • सूर्य वर्ष में दो बार 21 मार्च और 23 सितंबर को पृथ्वी के दोनों गोलाद्धों में दिन एवं रात की अवधियां बराबर अर्थात 12-12 घंटे की होती हैं।
  • वर्तमान में बृहस्पति के 79 उपग्रहों की खोज (Discovery of 79 satellites) हो चुकी है।
  • 21 मार्च और 23 सितंबर को पृथ्वी के दोनों गोलाद्धों (both hemispheres) में दिन एवं रात की अवधियां बराबर अर्थात 12-12 घंटे की होती हैं।
  • वर्तमान में बृहस्पति के 79 उपग्रहों की खोज हो चुकी है।
  • शनि सौरमंडल का दूसरा सबसे बड़ा ग्रह है।
  • शनि के उपग्रहों की संख्या 82 है।
  • टाइटन शनि का सबसे बड़ा उपग्रह है जिसका व्यास 5,150 किमी. है।
  • मानव ने चंद्रमा पर पहला कदम 20 जुलाई, 1969 को रखा था।
  • अमेरिका के अपोलो-II मिशन द्वारा भेजे गए तीन अंतरिक्ष यात्रियों में नील आर्मस्ट्रांग, माइकेल कोलिंस और एडविन एल्ड्रिन जूनियर सम्मिलित थे, जिनमें से केवल नील आर्मस्ट्रांग और एडविन एल्ड्रिन ने चंद्र तल पर अपने कदम रखे।
  • चंद्रमा पर काले धब्बों वाले क्षेत्र (Lunar Mare) को सी ऑफ ट्रांक्विलिटी’ (Sea of Tranquility) या शांति का सागर के नाम से जाना जाता है।
  • पृथ्वी से चंद्रमा की न्यूनतम दूरी 363300 किमी. है, जबकि अधिकतम दूरी 405500 किमी. रहती है, जबकि औसत दूरी

384400 किमी. है।

  • मंगल और बृहस्पति की कक्षाओं के बीच सूर्य के चारों ओर परिक्रमा करने वाले शैल के छोटे टुकड़ों के समूह को क्षुद्रग्रह (asteroid) कहते हैं।
  • धूमकेतु सौरमंडलीय निकाय हैं, जो पत्थर, धूल, बर्फ और गैस के बने हुए छोटे-छोटे खंड होते हैं।
  • धूमकेतु ग्रहों के समान सूर्य की परिक्रमा करते हैं।
  • धूमकेतुओं की पूंछ हमेशा सूर्य की विपरीत दिशा (opposite direction to the sun) में होती है।
  • सूर्य से पृथ्वी तक प्रकाश को आने में 8 मिनट 16 सेकंड का समय लगता है।
  • सूर्य तथा पृथ्वी के मध्य बुध एवं शुक्र (Mercury and Venus) ग्रह है।
  • सर्पिलाकार गैलेक्सी के रूप में आकाश गंगा (Milky Way ) वर्गीकृत की गई है।
  • तारे का रंग उसके ताप का सूचक है।
  • चंद्रशेखर सीमा (Chandrashekhar Seema) के बाहर तारे आंतरिक मृत्यु से ग्रसित होते हैं।
  • कृष्ण-छिद्र (Black Hole) सिद्धांत को एस. चंद्रशेखर (S. chandrashekhar) ने प्रतिपादित किया था
  • ‘ब्लैक होल’ अंतरिक्ष में एक खगोलीय क्षेत्र है, जो बहुत उच्च घनत्व के कारण (due to density) किसी भी प्रकार के विकिरण (Radiation) को बाहर नहीं आने देता।
  • उत्तरी ध्रुवीय प्रकाश के लिए वायुमंडल की आयनमंडल परत (Ionosphere layer) जिम्मेदार है।
  • सूर्य के केंद्र में उपस्थित पदार्थ प्लाज्मा अवस्था (plasma state) में होते हैं।
  • सूर्य का प्रभामंडल (Halo) पक्षाभ – कपासी मेघों के हिम स्फटिकों में प्रकाश के अपवर्तन से उत्पन्न होता है।
  • शुक्र सौरमंडल का सर्वाधिक गर्म ग्रह है।
  • अरस्तू ने सर्वप्रथम कहा था कि पृथ्वी गोलाकार है।
  • मंगल के दिन की अवधि तथा उसके अक्ष (Axis) का झुकाव सन्निकटतः पृथ्वी के ही समान है।
  • पृथ्वी पर सभी देशांतरों (Meridians) के अतिरिक्त विषुवत रेखा (Equator) भी वृहत वृत्त है।
  • शून्य अंश अक्षांश रेखा (विषुवत रेखा) एवं शून्य अंश देशांतर रेखा (प्रधान मध्याह्न रेखा) का मिलन अफ्रीका के पश्चिम भाग पर स्थित गिनी की खाड़ी‘ में होता है।
  • गिनी की खाड़ी अटलांटिक महासागर (अंध महासागर ) में स्थित है।
  • प्रधान देशांतर को ग्रीनविच रेखा के नाम से भी जाना जाता है।
  • ग्रीनविच रेखा शून्य अंश देशांतर रेखा (zero degree longitude line) होती है।
  • सामान्यतः 1° देशांतर पर 4 मिनट का अंतर होता है।
  • विषुवत रेखा (Equator Line) कुल 13 देशों से होकर गुजरती है इनका विवरण इस प्रकार है- (1) साओ टोम और प्रिंसिप, (2) गैबन, (3) कांगो गणराज्य, (4) कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, (5) युगांडा, (6) केन्या, (7) सोमालिया, (8) मालदीव, (9) इंडोनेशिया (10) किरिबाती, (11) इक्वेडोर, (12) कोलंबिया, (13) ब्राजील
  • विषुवत रेखा / भूमध्य रेखा (Equator) पर वार्षिक तापांतर सबसे कम पाया जाता है अर्थात यहां लगभग वर्षभर सूर्य की किरणें लम्बवत पड़ने से उच्च एवं निम्न तापमान में ज्यादा अंतर नहीं आ पाता है।
  • भूमध्य रेखा, कर्क रेखा तथा मकर रेखा तीनों अफ्रीका महाद्वीप से गुजरती हैं।
  • द. अमेरिका महाद्वीप से भूमध्य तथा मकर रेखा गुजरती हैं।
  • कर्क रेखा (Tropic of Cancer) विश्व के जिन देशों से होकर गुजरती है, वे इस प्रकार हैं- हवाई द्वीप (सं.रा. अमेरिका), मेक्सिको, बहमास, माली, मॉरीतानिया, नाइजर, अल्जीरिया, चाड, लीबिया, सऊदी अरब, मिस्र, संयुक्त अरब अमीरात (UAE), भारत, बांग्लादेश, म्यांमार, चीन, ओमान
  • मकर रेखा (Tropic of Capricorn) इन देशों से होकर गुजरती है-ब्राजील, ऑस्ट्रेलिया, पराग्वे, मेडागास्कर, अर्जेंटीना, मोजाम्बिक, चिली, द. अफ्रीका, फ्रेंच पोलीनेशिया (फ्रांस), टोंगा, बोत्सवाना एवं नामीबिया ।
  • 20/21 मार्च को वसंत विषुव (Equinox) के समय तथा 22/23 सितंबर को शरद विषुव के समय उत्तरी गोलार्द्ध में रात-दिन बराबर होते हैं।
  • उत्तरी गोलार्द्ध में शीत अयनांत (Winter Solstice) अर्थात 21/22 दिसंबर को वर्ष का सबसे छोटा दिन होता है।
  • इसके विपरीत ग्रीष्म अयनांत (Summer Solstice) के समय उत्तरी गोलार्द्ध में 20/21 जून को वर्ष का सबसे लंबा दिन होता है।
  • 20/21 जून को दक्षिणी गोलार्द्ध में सबसे छोटा दिन तथा 21/ 22 दिसंबर को सबसे बड़ा दिन होता है।
  • जुरैसिक कल्प को डायनासोर का काल कहा जाता है।
  • भारत में डायनासोर के अवशेषों के गुजरात के खेड़ा जिले के राहिओली (Rahioli) और मध्य प्रदेश के जबलपुर के बाराशिमल पहाड़ियों पर नर्मदा नदी के पास पाए जाने की पुष्टि हुई है।
  • कार्बोनीफेरस युग में समस्त स्थल भाग, एक स्थल भाग के रूप में संलग्न थे।
  • पैंजिया के चारों ओर एक विशाल जल भाग था, जिसका नामकरण वेगनर ने पैंथालसा किया है।
  • पैंजिया का उत्तरी भाग लारेशिया (उ. अमेरिका, ग्रीनलैंड यूरोप तथा एशिया) तथा दक्षिणी भाग गोंडवानालैंड (द. अमेरिका, अफ्रीका, मेडागास्कर, प्रायद्वीप भारत, ऑस्ट्रेलिया तथा अंटार्कटिका) को प्रदर्शित करता था।
  • पृथ्वी पर जीवन के प्रादुर्भाव के प्रथम जीवाश्मी साक्ष्य आर्कियन Archaean) युग के प्रारंभिक काल (लगभग 3.5 बिलियन पूर्व) के हैं, जो कि अति सूक्ष्म जीवाणुओं के जीवाश्म (Bacteria Microfossils) हैं।
  • पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र का कारण भूक्रोड के अंदर की चक्रक धाराएं हैं।
  • अपने परिक्रमा पथ में पृथ्वी लगभग लगभग 30 किमी./से. माध्य वेग से सूर्य का चक्कर लगाती है।
  • ज्वालामुखी विस्फोट से निकलने वाली गैसों में जलवाष्प (H.O) की मात्रा सर्वाधिक पाई जाती हैं।
  • इसके अलावा ज्वालामुखी विस्फोट में निकलने वाली कार्बन डाइऑक्साइड (CO2), नाइट्रोजन (N2) और सल्फर डाइऑक्साइड (SO,) प्रमुख गैसें हैं।
  • ज्वालामुखी उद्गार के समय भू-गर्भ में स्थित तरल पदार्थ को मैग्मा कहते हैं।
  • जब मैग्मा धरातल पर निस्सृत होता है, तो उसे लावा (slag) की संज्ञा दी जाती है।
  • माउंट सेंट हेलेंस (Mount St. Helens) सं.रा. अमेरिका के स्केमानिया काउंटी (Skamania County) में माउंट एडम्स लगभग 34 मील पश्चिम में स्थित है।
  • माउंट सेंट हेलेंस को ‘द फ्यूजीयामा ऑफ अमेरिका’ (The Fujiyama of America) के नाम से भी जाना जाता है।
  • मौनालोआ (Mauna Loa) हवाई द्वीप (सं.रा. अमेरिका) के लगभग आधे भाग पर विस्तृत है।
  • मौनालोआ पृथ्वी के प्रमुख सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक है। कोटोपैक्सी, एटना और फ्यूजीयामा सक्रिय ज्वालामुखी हैं।
  • कोटोपैक्सी, दक्षिण अमेरिका महाद्वीप के इक्वेडोर में, एटना भूमध्य सागर में सिसली के पूर्वी तट पर और फ्यूजीयामा जापान में अवस्थित है।
  • स्ट्रॉम्बोली ज्वालामुखी भूमध्य सागर में सिसली के उत्तर लिपारी द्वीप पर अवस्थित एक जाग्रत ज्वालामुखी है।
  • ‘स्ट्रॉम्बोली से सदैव प्रज्वलित गैसें निकलने तथा इसके फलस्वरूप आस-पास के क्षेत्र के प्रकाशमान रहने के कारण इसे ‘भूमध्य सागर का प्रकाश स्तंभ’ कहते हैं।
  • वर्तमान में संसार का सर्वाधिक सक्रिय ज्वालामुखी किलायू (Kilauea ) है, जो अमेरिका के हवाई द्वीप में स्थित है।
  • किलायू पिछले 34 से भी अधिक वर्षों से लगातार उद्भेदित अवस्था में है।
  • लावा उद्भेदन (Eruption) मात्रा की दृष्टि से 4 शीर्ष ज्वालामुखी हैं-किलायू, माउंट एटना, पिटन डी ला फोरनेस, न्यामुरागिरा।
  • भूकंप के दौरान तीन प्रकार की भूकंपीय तरंगें उत्पन्न होती हैं। ‘पी’ (Primary), ‘एस’ (Secondary) और ‘एल’ (Love or Surface Waves) तरंगें।
  • ‘पी’ और ‘एस’ तरंगें पृथ्वी के अंदरूनी भाग के बारे में जानकारी उपलब्ध कराती हैं, जबकि एल’ तरंगों का विस्तार पृथ्वी की ऊपरी सतह तक सीमित होता है।

विभिन्न महाद्वीपों के उच्चतम शिखर

(Highest Peaks of Different Continents)

महाद्वीपचोटीअवस्थिति
एशिया अफ्रीका उत्तर अमेरिका दक्षिण अमेरिका ऑस्ट्रेलिया यूरोप अंटार्कटिकामाउंट एवरेस्ट (8848 मी.) किलिमंजारो (5895 मी.) मैकिनले (6190 मी.) एकांकागुआ (6960 मी.) कोसिस्को (2228 मी.) एल्ब्रुश पर्वत (5642 मी. ) विंसनमैसिफ (4892 मी.)नेपाल-तिब्बत तंजानिया अमेरिका (अलास्का) अर्जेंटीना न्यू साउथ वेल्स रूस –

नोट- ब्रिटानिका और नेशनल जियोग्राफ्रिक के अनुसार वर्तमान में माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई 8850 मी. है।

  • भूकंप आने के दौरान सर्वप्रथम किसी स्थान पर पी’ तरंग पहुंचती है, जबकि उसके बाद ‘एस’ और एल’ तरंगें पहुंचती हैं।
  • रिंग ऑफ फायर’ प्रशांत महासागर क्षेत्र में भूकंप तथा ज्वालामुखी से प्रायः प्रभावित परिक्षेत्र है।
  • प्रशांत महासागर क्षेत्र में संपूर्ण विश्व के लगभग 90 प्रतिशत भूकंपों का अनुभव किया जाता है।
  • भूकंपीय तीव्रता का मापन रिक्टर स्केल (Richter Scale) एवं मरकेली स्केल (Mercalli scale) पर किया जाता है।
  • रिक्टर स्केल का आविष्कार वर्ष 1935 में चार्ल्स एफ. रिक्टर ने किया था।
  • रिक्टर तीव्रता लघुगणकीय पैमाने (Logarithmic Scale) पर आधारित होती है, जिसकी संख्या 1-10 के बीच अंकित होती है।
  • प्रत्येक अंक सीस्मोग्राफ (Seismograph) पर 10 गुने आयाम (10 Times Amplitude) की वृद्धि को प्रदर्शित करता ह जबकि प्रत्येक अंक पर ऊर्जा 32 गुनी मुक्त होती है।
  • सीस्मोमीटर‘ (Seismometer) से भूकंपीय तरंगों की तीव्रता मापी जाती है।
  • विश्व में कुल सात महाद्वीप हैं, जिनमें से एशिया क्षेत्रफल (Asia Region) की दृष्टि से सबसे बड़ा है।
महाद्वीपक्षेत्रफल
एशिया अफ्रीका उत्तरी अमेरिका दक्षिणी अमेरिका अंटार्कटिका यूरोप ऑस्ट्रेलिया44,579,000 वर्ग किमी. 30,065,000 वर्ग किमी. 24,256,000 वर्ग किमी. 17,819,000 वर्ग किमी. 13,209,000 वर्ग किमी. 9,938,000 वर्ग किमी. 7,688,287 वर्ग किमी.
  • पृथ्वी के कुल भूमिक्षेत्र में प्रतिशत-
महाद्वीपप्रतिशत
एशिया अफ्रीका उत्तरी अमेरिका दक्षिणी अमेरिका अंटार्कटिका यूरोप ऑस्ट्रेलिया29.8% 20.3% 16.2% 11.9% 9.2% 6.7% 5.9%
  • अंशन (चीन) – लौह इस्पात उद्योग
  • डेट्रायट (सं.रा. अमेरिका ) – मोटरवाहन (Automobile) उद्योग
  • हवाना (क्यूबा) – सिगार उद्योग
  • नगोया ( जापान ) – सूती वस्त्र उद्योग
  • चेल्याब्रिस्क (रूस) – धातु और सैन्य मशीनरी उद्योग
  • मिलान ( इटली ) – रेशम वस्त्र उद्योग
  • मॉस्को (रूस) – धातु, रसायन, मशीनरी उद्योग
  • ओसाका (जापान) – सूत्री वस्त्र उद्योग
  • शेफील्ड (इंग्लैंड) – कटलरी उद्योग
  • वेनिस ( इटली ) – कांच निर्माण उद्योग
  • ग्लासगो (स्कॉटलैंड ) – पोत निर्माण उद्योग
  • ओटावा (कनाडा) – कागज निर्माण उद्योग
  • पिट्सबर्ग (यू.एस.ए.) – लोहा तथा इस्पात उद्योग
  • शंघाई (चीन) – सूती वस्त्र उद्योग
  • डून्डी (स्कॉटलैंड ) – जूट वस्त्र उद्योग
  • सेंट पीटर्सबर्ग (रूस) – पोत निर्माण उद्योग
  • ‘फूटलूज’ उद्योग ऐसे उद्योग को कहते हैं, जो परिवहन या संसाधनों से प्रभावित हुए बिना किसी भी स्थान पर स्थित हो सकता है। इसके सबसे अच्छे उदाहरण हीरा एवं कंप्यूटर चिप (Computer Chip) उद्योग हैं।
  • जापान में बाजार आधारित लौह एवं इस्पात (iron and steel) के कारखाने पाए जाते हैं।
केंद्रउद्योग
लेनिनग्राद सलेम लास एंजिल्स अबादान ओटावा याकोहामा ह्यूस्टन मैग्निटोगोस्क जोहान्सबर्ग वेनिसपोत निर्माण लौह एवं इस्पात हवाई जहाज तेलशोधन कागज पोत निर्माण तेल एवं प्राकृतिक गैस लोहा तथा इस्पात सोना खनन कांच निर्माण
  • विश्व में सूत्री वस्त्रों का अग्रणी उत्पादक चीन (China) है।
  • फिलीपींस में धान के पौधा उगाने की डैपाग’ (‘Dapag’) विधि विकसित हुई थी।
  • मसालों में से लौंग एक पुष्पकलिका (flower bud) होती है।
  • मूंगफली में पेगिंग‘ एक लाभकारी प्रक्रिया है।
  • संसार में दुग्ध का अग्रणी उत्पादक भारत है।
  • क्यूबा को विश्व का चीनी का कटोरा’ कहा जाता है।
  • सबसे अधिक चाय का निर्यात चीन देश करता है।
  • सैन फ्रांसिस्को को स्वर्ण द्वार का नगर कहा जाता है।
  • कोयला परतदार चट्टानों का एक उदाहरण है।
  • ट्रांस-साइबेरियन रेलमार्ग विश्व का सबसे लंबा रेलमार्ग (लगभग 9300 किमी.) है।
  • ट्रांस-साइबेरियन यूरेशिया महाद्वीप के पश्चिम में स्थित सेंट पीटर्सबर्ग (लेनिनग्राद) को पूर्व में प्रशांत महासागर के तट पर स्थित ब्लादिवोस्टोक नगर से जोड़ता है।
  • कैनेडियन पैसिफिक रेलवे मांट्रियल को वैंकूवर से जोड़ता है।
  • डेलावरे एक्वेडक्ट’ (Delueare Aqueduct) विश्व की सबसे लंबी शैल सुरंग (Rock Tunnel) है, जो अमेरिका में स्थित है।
  • जापान की 53.85 किमी. लंबी सेइकान सुरंग विश्व की सबसे लंबी और सबसे गहरी (Deepest) रेल सुरंग है।
  • अलेक्जेंड्रिया नील नदी के डेल्टा पर अवस्थित, अफ्रीका का दूसरा बड़ा शहर, सूती वस्त्र निर्यातक केंद्र एवं मिस्र का प्रमुख पत्तन शहर है।
  • दक्षिण अफ्रीका अवस्थित पोर्ट नेलोथ को ही पोर्ट डायमंड कहते हैं।
  • पोर्ट नेलोथ का निर्माण हीरा उत्पादक क्षेत्र के पास इसके व्यापारिक महत्व को दृष्टिगत रखते हुए किया गया था।
  • सैंटोस (Santos) ब्राजील के दक्षिण-पूर्व तट पर स्थित समुद्री बंदरगाह है।
  • सैंटोस से विश्व की सर्वाधिक कॉफी का निर्यात किए जाने के कारण इसे कहवा पत्तन’ (Coffee Port) भी कहा जाता है।
  • संसार की सबसे बड़ी पोतवाहक (जहाजी) नहर स्वेज नहर वर्ल्ड शिपिंग काउंसिल के अनुसार, वर्ष 2018 में शंघाई (कंटेन क्षमता के अनुसार) विश्व का सबसे बड़ा पोताश्रय है।
  • मत्स्य उत्पादन के प्रमुख क्षेत्र भूमध्य रेखा के दोनों ओर और 60° अक्षांशों के बीच पाए जाते हैं। 4
  • मत्स्ययन के लिए इस प्रकार की अनुकूल परिस्थितियां हो चाहिए छिछला समुद्र, प्लैंकटन पौधों की प्रचुरता, ठंडी तक गरम जलधाराओं का संगम आदि।
  • ग्रैंड बैंक, उत्तरी अमेरिका के पूर्वी तट पर तथा अटलांटि महासागर के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में स्थित है।
  • ग्रैंड बैंक अत्यधिक महत्वपूर्ण मत्स्य-ग्रहण क्षेत्र है।
  • एक समुद्री मील = 1852 मीटर
  • हरमैटन या हरमट्टन (Harmattan) शुष्क एवं धूल भरी हवा है।
  • बरमूडा त्रिभुज (Bermuda Triangle) उत्तर-पश्चिम अटलांटिक महासागर में मियामी (दक्षिणी फ्लोरिडा), बरमूडा और प्यूर्टोरिक को मिलाकर बनने वाला त्रिकोणीय समुद्री क्षेत्र है, जो लगभग 1.2 मिलियन वर्ग किमी. क्षेत्रफल पर विस्तृत है।
  • बरमूडा त्रिभुज ‘दैत्य त्रिभुज’ (Devil’s Triangle) के नाम से भी जाना जाता है।
  • विश्व की सबसे ऊंचाई पर स्थित खगोलीय वेधशाला अटाकाम मरुस्थल (5,640 मी.) चिली में स्थित है, जबकि भारत के केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख में सरस्वती पर्वत चोटी पर हेनले गांव में स्थित खगोलीय वेधशाला विश्व में 10वां स्थान रखती है।
  • ओपेक (OPEC Organization of the Petroleum Exporting Countries) पेट्रोलियम निर्यातक देशों का संगठन है।
  • ओपेक का मुख्यालय विएना (ऑस्ट्रिया) में है। ओपेक के संगठन के सदस्य हैं-अल्जीरिया, अंगोला, कांगो, इक्वेटोरियल गिनी, गैबन, ईरान, इराक, कुवैत, लीबिया, नाइजीरिया, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और वेनेजुएला
  • दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संघ (सार्क) की स्थापना दिसंबर, 1985 को हुई।
  • सार्क का मुख्यालय काठमांडू (नेपाल) में है।
  • सार्क के सदस्य राष्ट्र भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, भूटान, श्रीलंका, मालदीव तथा अफगानिस्तान हैं।
  • मानचित्र में आइसोगोनिक रेखाएं ( Isogonic lines) या समदिक्पाती रेखाएं पृथ्वी की सतह पर समान चुम्बकीय झुकाव (Magnetic Declination) वाले बिंदुओं को जोड़ती हुई खींची जाती हैं।
  • मानचित्र में जल के अंदर समान गहराई के बिंदुओं को मिलाकर खींची जाने वाली रेखाएं आइसोबाथ’ रेखाएं कहलाती हैं।
  • समुद्र तल से धरातल के समान ऊंचाई वाले स्थानों को मिलाने वाली रेखाएं समोच्च रेखाएं (contour lines) कहलाती हैं।
  • यू.एन.ई.पी. का मुख्यालय नैरोबी (nairobi) में अवस्थित है।
  • थाईलैंड को श्वेत हाथी की भूमि’ (‘Land of the White Elephant’) कहा जाता है।
  • विश्व में पहला परमाणु बिजलीघर यू. एस. ए. में स्थापित किया गया था।
  • संयुक्त राज्य अमेरिका का उपग्रह प्रक्षेपण केंद्र, केप केनेडी (केप केनवरल) में स्थित है।
  • यूक्रेन में चेर्नोबिल परमाणु आपदा (Chernobyl nuclear disaster) घटित हुई थी।
  • कार्स्ट प्रदेश (‘Karst region’) में अंधी घाटियां पाई जाती हैं।
  • किर्गिजस्तान नाम का मतलब लगभग होता है “40 कबीलों का देश

विश्व की प्रमुख जनजातियां

जनजातिसंबंधित देश / क्षेत्र
एस्कीमो खिरगीज माओरी मसाई सेमांग बुशमैन   पिग्मी बदू पापुआन जुलु बेदा एनूग्रीनलैंड, कनाडा, अलास्का मध्य एशिया न्यूजीलैंड पूर्वी अफ्रीका (केन्या, तंजानिया) मलेशिया कालाहारी मरुस्थल (बोत्सवाना, नामीबिया, दक्षिण अफ्रीका, अंगोला, जिम्बाब्बे आदि) कांगो बेसिन अरब पापुआ न्यू गिनी दक्षिण अफ्रीका श्रीलंका जापान